BJP's Parivartan Yatra: जूदेव के गढ़ में उतरे नड्डा: जशपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिखाएंगे परिवर्तन रथ को हरी झंडी
BJP's Parivartan Yatra:
BJP's Parivartan Yatra: जशपुर। दिलीप सिंह जूदेव के गढ़ यानी जशपुर से भाजपा की दूसरी परिवर्तन यात्रा आज से शुरू हो रही है। पार्टी के परिर्वतन रथ को हरी झंडी दिखाने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा जशपुर पहुंच गए हैं। इस यात्रा का नेतृत्व छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल करेंगे। नड्डा रांची से हेलीकॉप्टर से जशपुर पहुंचे हैं।
इस यात्रा के संयोजक पूर्व सांसद रामविचार नेताम, मोतीलाल साहू और प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंहदेव होंगे। जशपुर से शुरू होने वाली परिवर्तन यात्रा 2 संभागों के 14 जिलों के 39 विधानसभा क्षेत्र तक पहुंचकर 1,261 किमी का सफर तय करेगी। इस दौरान 39 आमसभाएं, 53 स्वागत सभाएं और 2 रोड शो होंगे। पार्टी ने जो यात्रा का रोडमैप बनाया है, उसके तहत यात्रा प्रतिदिन औसत 3 विधानसभा के दौरे पर रहेगी। इसमें हर दिन एक बड़ी सभा का आयोजन भी किया जायेगा। यात्रा के दौरान प्रतिदिन 6 स्वागत सभा, 3 छोटी सभा का आयोजन किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि परिवर्तन यात्रा के रथ आकर्षण का केंद्र होंगे। परिवर्तन यात्रा का यह रथ भी आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से लैस हैं। रथ की छत पर मंच की व्यवस्था की गई है। इस मंच पर पहुँचने के लिए स्वचालित सीढ़ी की व्यवस्था की गई है।
इधर, जशपुर से शुरू होने जा रही दूसरी परिवर्तन यात्रा का रथ गुरुवार को जशपुर के लिए रवाना हुआ। गुरुवार सुबह कुशाभाऊ ठाकरे परिसर स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय से सांसद सुनील सोनी और वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में परिवर्तन यात्रा रथ व अन्य प्रचार रथ को पूजा-अर्चना कर दंतेवाड़ा के लिए रवाना किया। इस दौरान अग्रवाल ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश की भ्रष्ट, निकम्मी सरकार को बदलना है, जिसने प्रदेश को लूटकर अपने आकाओं की जेबें भरी है। पहली परिर्वतन यात्रा 12 सितंबर को दंतेवाड़ा से प्रारंभ हुई है, इसका बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। अग्रवाल ने दावा किया कि लोग अब तक चुप थे, पर अब खुद इस सरकार को बदलने सड़कों पर उतर चुके हैं। इतना ही नहीं, पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता 100 किलोमीटर तक मोटर साइकिल पर यात्रा के साथ चल रहा है। निश्चित ही बस्तर से लेकर कर सरगुजा तक परिवर्तन की यह आवाज बुलंद होगी और परिवर्तन के रूप में 2023 में फिर से भारतीय जनता पार्टी का कमल छत्तीसगढ़ में खिलेगा।