BJP Rajnandgaon Mayour Candidate Madhusudan Yadav Biography in Hindi: भाजपा राजनांदगांव महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव का जीवन परिचय, जीवनी। जानिए कौन है राजनांदगांव नगर निगम से महापौर प्रत्याशी के तौर पर चुने गए मधुसूदन यादव...

BJP Rajnandgaon Mayour Candidate Madhusudan Yadav Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: मधुसूदन यादव को भाजपा ने राजनांदगांव नगर निगम से महापौर प्रत्याशी बनाया है। वे दो बार और राजनांदगांव नगर निगम के महापौर रह चुके है। तीसरी बार उन्हें राजनांदगांव नगर निगम का महापौर प्रत्याशी बनाया गया है। मधुसूदन यादव 15वीं लोकसभा में राजनांदगांव सांसद के रूप में भी निर्वाचित हुए थे।

Update: 2025-01-30 13:42 GMT
BJP Rajnandgaon Mayour Candidate Madhusudan Yadav Biography in Hindi: भाजपा राजनांदगांव महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव का जीवन परिचय, जीवनी। जानिए कौन है राजनांदगांव नगर निगम से महापौर प्रत्याशी के तौर पर चुने गए मधुसूदन यादव...

Madhusudan Yadav

  • whatsapp icon

( BJP Rajnandgaon Mayour Candidate Madhusudan Yadav Biography, Hindi, Age,wiki, wife,Family, Children, Name, Date of Birth, wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth )

एनपीजी। मधुसूदन यादव को भाजपा ने राजनांदगांव नगर निगम से अपना महापौर प्रत्याशी बनाया है। वे 2004 में मधुसूदन यादव पहली बार 1 साल के लिए महापौर बने थे। 2005 में फिर भाजपा से चुनाव लड़कर राजनांदगांव निगम के महापौर बने। दूसरी बार भाजपा ने उन्हें 2015 में चुनाव लड़ने के लिए अपना महापौर प्रत्याशी बनाया। 2009 में राजनांदगांव लोकसभा से चुनाव लड़कर 15वीं लोकसभा के लिए सांसद भी मधुसूदन यादव निर्वाचित हुए थे। आइए जानते हैं उनके बारे में...

जन्म और शिक्षा:–

मधुसूदन यादव का जन्म 22 अगस्त 1970 को राजनांदगांव में हुआ है। उनके पिता का नाम दुर्गा प्रसाद यादव तथा माता का नाम थगिया देवी है। मधुसूदन यादव का जन्म एक गरीब ग्वाले परिवार में हुआ। उनका परिवार गौ पालन और दूध बेचने का व्यवसाय करता था। मधुसूदन यादव ने 12वीं तक शिक्षा हासिल की और परिवार के काम में हाथ बंटाने लगे। वे सायकिल से घर-घर दूध बाटने जाते थे।

राजनैतिक जीवन:–

मधुसूदन यादव को विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह का करीबी माना जाता है। उन्हीं की छत्रछाया में मधुसूदन यादव ने अपनी राजनीतिक यात्रा को विस्तार दिया। सन 1995 में वह पहली बार पार्षद चुने गए। फिर लगातार तीन बार राजनांदगांव नगर निगम के पार्षद रहे। 2004 में पहली बार 1 साल के लिए महापौर बने। फिर 2005 में हुए निकाय चुनाव में दोबारा निर्वाचित होकर महापौर पर बने। 2009 में राजनांदगांव लोकसभा सीट से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर डोंगरगढ़ राज परिवार से आने वाले कांग्रेस के दिग्गज नेता देवव्रत सिंह को 1,19,074 वोट से चुनाव हराया। 2015 में फिर से मधुसूदन यादव ने भाषा प्रत्याशी के तौर पर महापौर का चुनाव लड़कर 35 हजार से अधिक मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर महापौर बने।

2018 में विधानसभा चुनाव में डोंगरगांव विधानसभा से उन्हें विधायक का टिकट दिया गया। पर कांग्रेस के दलेश्वर साहू से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। अब भाजपा ने उन्हें फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है।

अनमोल इंडिया कंपनी की स्कीम का प्रचार करने के आरोप में भाषण प्रत्याशी मधुसूदन पर एफआईआर है। इसका मामला विशेष न्यायालय राजनांदगांव में चल रहा है। मधुसूदन के पास 35 लाख रुपए की कृषि भूमि स्वयं के नाम पर और 30 लाख रुपए की भूमि पत्नी के नाम पर दर्ज है। 10 लाख रुपए का प्लाट रायपुर में है जबकि तीस लाख रुपए का प्लाट मोतीपुर में है। मधुसूदन के पास 6 लाख रुपए की एलआईसी पॉलिसी है जबकि पत्नी के पास साढ़े चार लाख की पॉलिसी है।

Tags:    

Similar News