BJP MLA Premchand Patel Biography in Hindi: भाजपा विधायक प्रेमचंद पटेल का जीवन परिचय...

BJP MLA Premchand Patel Biography in Hindi: प्रेमचंद पटेल भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ कर कटघोरा विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने सिटिंग विधायक व कांग्रेस के प्रत्याशी पुरुषोत्तम कंवर को 16900 वोटो के अंतर से चुनाव हराया है। प्रेमचंद पटेल चुनाव लड़ते समय जिला पंचायत के सदस्य व सभापति थे। वे भाजपा मंडल अध्यक्ष व पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला उपाध्यक्ष भी रहें है।

Update: 2023-10-12 15:09 GMT

BJP MLA Premchand Patel Biography in Hindi: भाजपा की टिकट पर कटघोरा विधानसभा से प्रेमचंद पटेल ने जीत हासिल की है । प्रेमचंद पटेल किसान के बेटे हैं। कटघोरा विधानसभा सामान्य सीट है। यहां से विधायक प्रेमचंद पटेल पिछले 20 सालों से जुड़े हुए है। वे मूलरूप से उतरदा के रेलडबरी निवासी हैं। पेशे से किसान प्रेमचंद पटेल पोस्ट ग्रेजुएट हैं। उन्होंने फिजिक्स से एमएससी करने के साथ ही पॉलिटिकल साइंस में भी एमए किया है।

प्रेमचंद पटेल 2010 से 2015 तक हरदी बाजार मंडल अध्यक्ष रहे। पिछड़ा वर्ग मोर्चा जिला उपाध्यक्ष के पद पर भी रहे। वर्तमान में जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 7 से जिला पंचायत सदस्य हैं और सभापति पशुधन विभाग की जवाबदारी सम्हाल रहें हैं। उनके पिता धरमू पटेल क्षेत्र के समाजसेवी और पटेल समाज के वरिष्ठ सदस्य है। पटेल समाज का कटघोरा विधानसभा के उतरदा, रेलडबरी,नेवसा, सिल्ली,बोइदा, रेकी, बांधाखार में पटेल समाज का खासा प्रभाव है। यहां कांग्रेस के पुरुषोत्तम कंवर 2018 में विधायक निर्वाचित हुए थे।

2023 में जीत की कहानी:–

कटघोरा विधानसभा में कुल 163212 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। भाजपा के प्रत्याशी प्रेमचंद पटेल को 73680 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी पुरुषोत्तम कर को 56780 वोट मिले। यहां भाजपा के प्रेमचंद पटेल 16900 वोटो के अंतर से चुनाव जीते। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के भुवनेश्वर सिंह श्रोते 9547 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे। नोटा को 1462 वोट मिले। यहां कुल 14 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे।

कटघोरा सामान्य सीट है यहां से कांग्रेस ने विधायक पुरुषोत्तम कंवर को दूसरी बार चुनाव मैदान में उतारा था। इससे पहले उनके पिता बोधराम कंवर यहां से छह बार विधायक रह चुके हैं। पिछले 6 दशक से इस विधानसभा में एक मौके को छोड़कर कंवर परिवार ही कांग्रेस का चेहरा बना है। जबकि भाजपा ने यहां से जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद पटेल को उतारा। जनता को यहां नया चेहरा और बदलाव चाहिए था।

कटघोरा शहरी क्षेत्र की सीट है। यहां शिक्षित बेरोजगार बड़ी संख्या में है। खेती की शादी अब कर्ज माफी का असर यहां कम है। यहां धान का मुद्दा नहीं नौकरी और बेरोजगारी भत्ते का मुद्दा केंद्र में था। पिछले कुछ समय से सीट में मतदाताओं को झुकाव भाजपा की तरफ बढ़ा है।

क्षेत्र की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं होने से कांग्रेस विधायक पुरुषोत्तम कंवर के प्रति लोगों में नाराजगी थी। कंवर से कोयला खदान से प्रभावित लोग नाराज थे। उनका आरोप था कि कंवर प्रभावित लोगों के लिए आवाज नहीं उठाई। कटघोरा को जिला नहीं बनाया जाना भी कांग्रेस को भारी पड़ा। कटघोरा विधानसभा सीट भले ही सामान्य सीट है पर यहां ओबीसी वोटो की बहुलता है। भाजपा ने इसे भांप कर प्रेमचंद पटेल को टिकट दिया पर कांग्रेस ने मांग के बावजूद ऐसा नहीं किया। जिसका कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। जिला पंचायत सदस्य के रूप में प्रेमचंद पटेल को क्षेत्र में सक्रियता एवं मिलनसार छवि का लाभ मिला।

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