adipurush controversy: आदिपुरुष पर बीजेपी प्रेसिडेंट अरुण साव ने ये पोस्ट डिलीट क्यों किया...
रायपुर। फिल्म आदिपुरुष को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कांग्रेस फिल्म को विवादित बताते हुए इस पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है। फिल्म पर प्रतिबंध की मांग भाजपा से भी उठने लगी है। भाजपा के एक पूर्व विधायक सहित कुछ और नेताओं ने इस फिल्म को छत्तीसगढ़ में प्रतिबंधित करने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से की है। इस बीच कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी फिल्म पर बैन करने के पक्ष में हैं।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर के अनुसार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव भी फिल्म आदिपुरुष के विरोध में हैं। ठाकुर के अनुसार साव ने ट्वीट करके फिल्म पर रोक लगाने की मांग की थी, लेकिन बाद में उन्होंने अपना वह ट्वीट हटा दिया। ठाकुर ने साव के ट्वीट का स्क्रीनशार्ट शेयर करते हुए सवाल किया है कि बताओ, अरुण साव ने यह पोस्ट डिलीट क्यों किया।
ठाकुर ने जिस ट्वीट कर स्क्रीनशार्ट शेयर किया है उसमें साव ने सोशल मीडिया के हवाले से कहा है कि फिल्म आदिपुरुष में भाषा, वेशभूषा और सनातन संस्कारों से छेड़छाड़ किया गया है। ये फिल्म धार्मिक भावना को आहत करता है, मैं कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता हूं। इसके आगे साव ने लिखा है कि छत्तीसगढ़ शासन को ऐसी फिल्म प्रदेश में बैन करनी चाहिए।
पूर्व विधायक ने भी की फिल्म बैन करने की मांग
भाजपा के पूर्व विधायक देवजी भाई पटेल ने भी फिल्म आदिपुरूष को बैन करने की मांग की है। पटेल का कहना है कि फिल्म आदिपुरुष जो श्री राम और श्री हनुमान पर आधारित है। अमर्यादित है। फिल्म में भाषा और सनातन सत्य से छेड़छाड़ किया गया है। ये फिल्म हिंदू भावनाओं को आहत करती है। फिल्म निर्माताओं को हिंदुओं का अपमान करने का अधिकार किसने दिया। पटेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संबोधित करते हुए कहा कि वे फिल्म की निंदा करने की बजाए इसे बैन करें।
राज्य में बैन करने के संकेत
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी इस फिल्म को लेकर कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। बघेल ने साफ कहा है कि यदि लोग फिल्म को बैन करने की मांग करेंगे तो हम राज्य में इस फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा देंगे।