ग्रामीण प्रेमलाल साहू के आत्महत्या के कारणों की पुलिस जांच जारी, एसडीएम धमधा ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा मृतक प्रेमलाल पर न ही कोई कर्ज था, न ही फसल नुकसान का मामला

Update: 2020-11-20 09:13 GMT

रायपुर, 20 नवम्बर 2020। दुर्ग जिले की बोरी तहसील के ग्राम डोमा के ग्रामीण प्रेमलाल साहू द्वारा 19 नवम्बर को फांसी लगाकर आत्महत्या किए जाने के मामले में थाना बोरी में मर्ग कायम कर पुलिस द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। कलेक्टर दुर्ग को ग्रामीण प्रेमलाल साहू के आत्महत्या के संबंध में प्रेषित अपने जांच प्रतिवेदन में एसडीएम धमधा ने लिखा है कि मृतक के ऊपर व्यक्तिगत, किसी सरकारी समिति या बैंक का कोई भी कर्ज नहीं था। मौखिक बंटवारे में पिता धनीराम द्वारा प्रदत्त डेढ़ एकड़ कृषि भूमि पर मृतक खेती-किसानी के साथ-साथ मजदूरी करता था। उसके खेत में इस साल फसल की स्थिति बीते वर्ष की तुलना में अच्छी थी, जिसकी कटाई अभी सप्ताह भर पूर्व हुई है। मृतक द्वारा स्वयं के निवास के लिए पक्का मकान बनाया जा रहा था, जो छज्जा स्तर तक पूरा हो चुका है।

एसडीएम धमधा ने अपने प्रतिवेदन में इस बात का उल्लेख किया है कि ग्रामीण प्रेमलाल साहू के आत्महत्या के मामले में नायब तहसीलदार बोरी द्वारा डोमा गांव के ग्रामीणों से चर्चा की गई, जिसमें यह पाया गया कि मृतक प्रेमलाल अपने पिता से अलग अपनी धर्मपत्नी और तीन पुत्रियोें के साथ अलग मकान में रहता था। मृतक के पिता धनीराम साहू के नाम से ग्राम डोमा में 9.38 एकड़ कृषि भूमि दर्ज है जिसे उसके द्वारा अपने चारों पुत्रों को डेढ़-डेढ़ एकड़ भूमि मौखिक बंटवारे के रूप में दिया गया है। शेष भूमि पर मृतक के पिता धनीराम साहू स्वयं खेती करते हैं। मृतक प्रेमलाल अपने पिता से मौखिक बंटवारे में प्राप्त डेढ़ एकड़ भूमि पर खेती-बाड़ी करके अपने परिवार का पालन पोषण करता था तथा समयानुसार बाहर भी मजदूरी का काम करता था। मृतक द्वारा पिछले वर्ष की गई कृषि अच्छा उत्पादन हुआ था। इस वर्ष भी उसके द्वारा बोई गई फसल की स्थिति अच्छी थी, जिसकी कटाई अभी एक सप्ताह पूर्व हुई है। मृतक के नाम से किसी समिति अथवा बैंक में कोई कर्ज नहीं था, उसने किसी व्यक्ति से भी कोई कर्ज नहीं लिया था।

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