West Bengal News: बंगाल में मतदान के दौरान BJP प्रत्याशी पर हुआ हमला, BJP ने TMC कार्यकर्ताओं पर लगाया आरोप

West Bengal News: पश्चिम बंगाल के झारग्राम लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान भाजपा प्रत्याशी प्राणनाथ टुडू की गाड़ी पर हमला हुआ। इस हमले में कथित तौर पर टीएमसी के समर्थकों ने टुडू की कार पर ईंटें फेंकी, जिससे उनके दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

Update: 2024-05-25 15:38 GMT

West Bengal News: पश्चिम बंगाल के झारग्राम लोकसभा सीट पर मतदान के दौरान भाजपा प्रत्याशी प्राणनाथ टुडू की गाड़ी पर हमला हुआ। इस हमले में कथित तौर पर टीएमसी के समर्थकों ने टुडू की कार पर ईंटें फेंकी, जिससे उनके दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। घटना तब हुई जब टुडू कुछ मतदान केंद्रों पर भाजपा एजेंटों को प्रवेश की अनुमति नहीं मिलने की शिकायत के मद्देनजर गड़वेता जा रहे थे।

घटना का विवरण

टुडू के मुताबिक, जब वे गड़वेता के मतदान केंद्रों की ओर जा रहे थे, तो अचानक कुछ लोगों ने सड़क जाम कर दी। टीएमसी के गुंडों ने उनकी कार पर ईंटें फेंकनी शुरू कर दीं, जिससे उनके सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप किया और वे घायल हो गए। सीआईएसएफ के दो जवानों को सिर में चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

स्थिति की गंभीरता

घटना के बाद स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एक बड़ी पुलिस टुकड़ी इलाके में भेजी गई। स्थानीय टीएमसी नेतृत्व ने इन आरोपों से इंकार किया और टुडू पर शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को खराब करने का आरोप लगाया। टीएमसी के एक स्थानीय नेता ने कहा कि भाजपा उम्मीदवार मतदाताओं को धमकी दे रहे थे, जिससे ग्रामीण क्रोधित हो गए और विरोध प्रदर्शन किया। इस हमले में मीडिया वाहनों को भी क्षति पहुंची।

घटनास्थल पर स्थिति

झारग्राम के गड़वेता विधानसभा के मोगलापाटा गांव में जैसे ही टुडू पहुंचे, करीब एक से डेढ़ सौ ग्रामीणों ने उन्हें घेरकर "गो बैक" के नारे लगाने शुरू कर दिए। फिर अचानक बड़े-बड़े ईंट-पत्थर बरसाने लगे। स्थिति इतनी जटिल हो गई कि टुडू के साथ आए सुरक्षाकर्मी भी इसे संभाल नहीं पाए और उन्हें वहां से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। केंद्रीय बल के जवान भी भागते नजर आए। ईंट से भाजपा प्रत्याशी की गाड़ी का शीशा टूट गया और आरोप है कि टुडू के सिर पर भी चोट लगी। उन्हें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया।

सुरक्षा बल की भूमिका

घटना के दौरान केंद्रीय बल के जवान स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन हिंसा और हमले की तीव्रता के चलते उन्हें भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इस प्रकार की घटनाएं चुनावी प्रक्रिया को बाधित करने और मतदाताओं में भय का माहौल पैदा करने के लिए की जाती हैं, जो लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए एक गंभीर चुनौती है।

यह घटना चुनावी हिंसा और राजनीतिक तनाव का स्पष्ट उदाहरण है। इस तरह की घटनाएं लोकतंत्र के लिए हानिकारक हैं और इनसे निपटने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को सुनिश्चित करना चाहिए कि चुनाव प्रक्रिया स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से संपन्न हो सके।

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