Delhi News Today : दिल्ली सरकार के 12 कॉलेजों में समय पर नहीं मिली सैलरी : डूटा अध्यक्ष
Delhi News Today : डूटा के वर्तमान अध्यक्ष और फिर से इसी पद के लिए चुनाव लड़ रहे प्रोफेसर एके भागी के मुताबिक दिल्ली सरकार से शत-प्रतिशत वित्त पोषित 12 कॉलेजों के शिक्षकों को पिछले कुछ महीनों से वेतन नहीं मिला है...
Delhi News Today : डूटा के वर्तमान अध्यक्ष और फिर से इसी पद के लिए चुनाव लड़ रहे प्रोफेसर एके भागी के मुताबिक दिल्ली सरकार से शत-प्रतिशत वित्त पोषित 12 कॉलेजों के शिक्षकों को पिछले कुछ महीनों से वेतन नहीं मिला है।
प्रोफेसर भागी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने इन कॉलेजों को 100 करोड़ रुपये की ग्रांट जारी की है लेकिन कॉलेजों तक यह ग्रांट अभी तक नहीं पहुंची है।
भागी का कहना है कि इन कॉलेजों में पढ़ाने वाले सर्वाधिक एडहॉक शिक्षक व कंट्रक्चुयल कर्मचारी हैं। वेतन न मिलने के कारण शिक्षक आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। शिक्षकों को समय पर वेतन न मिलने को लेकर दिल्ली सरकार के प्रति शिक्षकों में काफी रोष व्याप्त है।
भागी के मुताबिक इन कॉलेजों में पढ़ाने वाले शिक्षकों का कहना है कि 27 सितम्बर को हो रहे डूटा चुनाव में दिल्ली सरकार के शिक्षक संगठन के लोगों को वोट नहीं करेंगे।
दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) का चुनाव आगामी 27 सितम्बर को है। इसके शिक्षक संगठन कॉलेजों में अपना प्रचार कर रहे हैं। चुनाव प्रचार में एनडीटीएफ की टीम व उनके अध्यक्ष पद के उम्मीदवार प्रोफेसर एके भागी कॉलेज-कॉलेज जाकर अपनी उपलब्धियों के आधार पर शिक्षकों से वोट मांग रहे है।
प्रोफेसर भागी का कहना है कि जब उनकी टीम दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित कॉलेजों में गई तो वहां के शिक्षकों ने वेतन व एरियर न मिलने की शिकायत की।
उन्होंने कहा कि डीयू कॉलेजों में स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है लेकिन दिल्ली सरकार के 12 कॉलेजों में नियुक्ति नहीं होने दी जा रही है।
प्रो. एके भागी ने बताया है कि दिल्ली सरकार से वित्त पोषित 12 कॉलेजों के शिक्षक व कर्मचारी पिछले कई महीने से वेतन न मिलने से आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। कुछ कॉलेजों के प्राचार्य ने उन्हें बताया है कि शिक्षकों को दूसरे मदों से वेतन दिया गया है लेकिन उन्हें दो महीने से तो कहीं तीन महीने से वेतन नहीं मिला है।
प्रोफेसर भागी ने बताया है कि सबसे ज्यादा संकट उन एडहॉक शिक्षकों के सामने है जिन्होंने मकान खरीदा हुआ है, गाड़ी खरीदी है, उन्हें ईएमआई भरने में दिक्कतें आ रही है। मेडिकल बिल क्लीयर नहीं हुए तथा रिटायर्ड टीचर्स को पेंशन नहीं मिली है।
उनका यह भी कहना है कि जिन शिक्षकों की प्रमोशन हो चुकी है, उन्हें एरियर अभी तक नहीं मिला। वेतन और एरियर न मिलने के कारण शिक्षक परेशान हैं। उनका यह भी कहना है कि शिक्षकों के वेतन व एरियर को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल से भी मिल चुके हैं।