Swachh Survekshan 2024 Result: स्वच्छता सर्वेक्षण 2024: स्वच्छता को लेकर इस शहर ने मारी बाजी, जाने कहीं आपका शहर भी रैंकिंग लिस्ट में शामिल तो नहीं...

Swachh Survekshan 2024 Ranking List: नई दिल्ली : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल ने एक बार फिर स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी सशक्त मौजूदगी दर्ज कराई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणामों में (Swachh Survekshan 2024 Result) भोपाल में देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि को लेकर नगर निगम सहित पूरे शहर में खुशी की लहर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Rashtrapati Draupadi Murmu) की ओर से 17 जुलाई 2025 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में भोपाल नगर निगम (Bhopal Nagar Nigam) को सम्मानित किया जाएगा।

Update: 2025-07-13 04:17 GMT

Swachh Survekshan 2024 Ranking List: नई दिल्ली : मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल ने एक बार फिर स्वच्छता के क्षेत्र में अपनी सशक्त मौजूदगी दर्ज कराई है। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 के परिणामों में (Swachh Survekshan 2024 Result) भोपाल में देशभर में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस उपलब्धि को लेकर नगर निगम सहित पूरे शहर में खुशी की लहर है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Rashtrapati Draupadi Murmu) की ओर से 17 जुलाई 2025 को नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में भोपाल नगर निगम (Bhopal Nagar Nigam) को सम्मानित किया जाएगा। 

अहमदाबाद ने सभी शहरों को पछाड़ा

स्वच्छता सर्वेक्षण 2023  (Swachh Survekshan 2023) में भोपाल पांचवें स्थान पर था, जबकि इस बार उसने दो स्थान की छलांग लगाई है। वहीं अहमदाबाद ने सभी शहरों को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान प्राप्त किया है। आश्चर्यजनक रूप से लखनऊ ने भी पिछली बार के 44वें स्थान से छलांग लगाकर तीसरा स्थान पाया है।

स्वच्छ सुपर लीग से बाहर रहे कई दिग्गज शहर

हालांकि, भोपाल की यह उपलब्धि प्रशंसा योग्य है, लेकिन इसकी तुलना इंदौर, सूरत और नवी मुंबई जैसे शहरों से नहीं की जा सकती है, क्योंकि ये शहर स्वच्छ सुपर लीग (Super Swachh League) में शामिल कर लिए गए हैं। सुपर लीग एक अलग श्रेणी है, जिसमें वे शहर आते हैं जो पिछले तीन वर्षों तक टॉप-3 में रहे हैं। इस नई कैटेगरी की शुरुआत पिछले साल हुई थी, लेकिन इस बार इसकी शर्तों में संशोधन करते हुए 2 से बढ़ाकर 3 साल की अवधि कर दी गई, जिससे कुछ और शहर भी इस लीग में जुड़ गए। इंदौर, जो लगातार सात वर्षों से नंबर-1 रहा है, अब सुपर लीग के चलते मुख्य रैंकिंग से बाहर है। यानी भोपाल को इस बार इंदौर जैसे शहर से सीधा मुकाबला नहीं करना पड़ा, जिससे उसे ऊपर आने में मदद मिली।

12500 अंकों की स्केल पर तय हुई रैंकिंगॉ

स्वच्छता सर्वेक्षण की रैंकिंग (Swachh Survekshan Ranking) 12,500 अंकों के स्कोर पर आधारित होती है, जिसमें सफाई, जनभागीदारी, कचरा प्रबंधन , सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति , नागरिक फीडबैक और डिजीटल नीगरानी जैसे कई मानकों को शामिल किया गया है। हालांकि सुपर लिग अलग श्रेणी है, लेकिन देश के सभी शहरों को अंक स्केल पर परखा जाता है।

मध्यप्रदेश के कई शहर होंगे सम्मानित

भोपाल के अलावा, देवास और शाहगंज भी प्रेसिडेंशियल अवॉर्ड (Presidential Award) की दौड़ में शामिल हैं। जबलपुर को मिनिस्ट्रीयल कैटेगरी (Ministerial Category) में और ग्वालियर को स्टेट लेवल अवॉर्ड (State Level Award) के लिए आमंत्रण मिला है। इधर, इंदौर, उज्जैन और बुदनी को सुपर लीग में रखा गया है। उज्जैन मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृह जिला है, जबकि बुदनी पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का क्षेत्र रहा है।

भोपाल का मिशन क्लीन सिटी

भोपाल नगर निगम का कहना है कि इस बार की उपलब्धि के पीछे जनता की सक्रीय भागीजारी, नवाचार और क्लीन सिटी मिशन की निरंतर निगरानी प्रमुख कारण रहे हैं। नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण और महापौर मालती राय इस राष्ट्रपति के हाथों यह सम्मान ग्रहण करेंगे।

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