Nepal Earthquake: नेपाल में आए भूकंप से भीषण तबाही, मरने वालों की संख्या 154 पहुंची, 100 से अधिक जख्मी
Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार की रात 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। जिसके तेज झटके दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत उत्तर भारत में महसूस किए गए।
Nepal Earthquake: नेपाल में शुक्रवार की रात 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। जिसके तेज झटके दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत उत्तर भारत में महसूस किए गए। वहीं भूकंप से नेपाल में 154 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 140 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। मौके पर राहत बचाव का कार्य जारी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भूकंप रात 11 बजकर 32 मिनट पर आया था। जिसकी गहराई 10 किमी की बताई जा रही है। राष्ट्रीय भूकंप मापन केंद्र के अधिकारियों के अनुसार, भूकंप का केंद्र नेपाल के जाजरकोट जिले के लामिडांडा क्षेत्र में था। इस भूकंप से नेपाल में जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। भूकंप के तेज झटके की वजह से नेपाल में कई मकान जमींदोज हो गए है और सड़कों में दरारें आ गई है। नेपाल के प्रधानमंत्री ने घटना स्थल का दौरा किया है।
एक दर्जन से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है। पश्चिमी नेपाल में आए इस तेज झटके में नालगड़ म्यूनिसिपलिटी की डिप्टी मेयर समेत 154 लोगों की मौत हो गई है। जाजरकोट और पश्चिमी रुकुम में सबसे ज्यादा तबाही मची है। देर रात आए तेज झटके उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पटना, झारखंड और बिहार तक में महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस करते ही लोग अपने घरों से निकलकर सड़क पर आ गए, अफरा-तफरी मच गई। जाजरकोट जिले के पुलिस उपाधीक्षक संतोष रोका ने कहा कि जाजरकोट में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।
इससे पहले 22 अक्टूबर को सुबह 7:39 बजे काठमांडू घाटी और आसपास के जिलों में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया था। इस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ. नेपाल में भूकंप आम हैं, जहां तिब्बती और भारतीय टेक्टोनिक प्लेटें मिलती हैं और हर सदी में एक-दूसरे के करीब दो मीटर आगे बढ़ती हैं, जिसकी वजह से दबाव बनता है जिसे हम भूकंप के रूप में महसूस करते हैं। 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप और उसके बाद आए झटकों ने लगभग 9,000 लोगों की जान ले ली. नेपाल ऐसा 11वां देश है जहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं।