Who is New PM of Nepal: 'Gen-Z' की पहली पसंद बालेन शाह बनेंगे नेपाल के अगले पीएम?...जानिये कौन है ये शख़्स

नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के विरोध में युवाओं ने प्रदर्शन किया जो हिंसक हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना उतारनी पड़ी और कर्फ्यू लगाना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग की। बढ़ते दबाव के बाद केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। अब प्रदर्शनकारी बालेन शाह को नेपाल की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं जो काठमांडू के मेयर हैं।

Update: 2025-09-09 14:40 GMT

Balen Shah Nepal New PM (NPG file photo)

नेपाल में इन दिनों एक अभूतपूर्व राजनीतिक उथल-पुथल मची हुई है। सोशल मीडिया पर बैन के विरोध में शुरू हुआ Gen-Z आंदोलन इतना बड़ा हो गया कि इसने महज 48 घंटों में ही प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया। प्रदर्शनकारियों की भारी हिंसा, आगजनी और मंत्रियों के सामूहिक इस्तीफों के बाद, मंगलवार को ओली ने आखिरकार पद छोड़ दिया।

ओली के इस्तीफे के बाद, अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि, नेपाल की बागडोर कौन संभालेगा। क्या कोई अंतरिम सरकार बनेगी? या फिर प्रदर्शनकारियों की मांग के अनुसार, काठमांडू के मेयर और मशहूर रैपर बालेन शाह को नेतृत्व सौंपा जाएगा?

कौन हैं बालेन शाह?

बालेन शाह, जिनका पूरा नाम बालेंद्र शाह है, नेपाल की राजनीति में एक नया और अनोखा चेहरा हैं। वह सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि एक स्ट्रक्चरल इंजीनियर और लोकप्रिय रैपर भी हैं। 1990 में काठमांडू में जन्मे बालेन ने अपनी उच्च शिक्षा भारत के कर्नाटक में हासिल की। राजनीति में आने से पहले, वह नेपाल के अंडरग्राउंड हिप-हॉप सीन में एक जाना-माना नाम थे। उनकी रैप लाइनें अक्सर भ्रष्टाचार और सामाजिक असमानता जैसे मुद्दों पर होती थीं, जिससे युवाओं में उनकी गहरी पकड़ बन गई।

मेयर चुनाव में रचा था इतिहास

बालेन शाह ने 2022 के काठमांडू मेयर चुनाव में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़कर इतिहास रच दिया था। उन्होंने अपने राजनीतिक अनुभव की कमी के बावजूद, बड़े-बड़े दिग्गजों को मात दी और 61,000 से अधिक वोटों से जीत हासिल की। उनकी जीत ने यह साबित कर दिया कि लोग पारंपरिक राजनीति से हटकर एक नए और ईमानदार नेता की तलाश में हैं।

काठमांडू के मेयर के रूप में, बालेन ने कई बदलाव किए। कचरा प्रबंधन, ट्रैफिक सुधार और अवैध निर्माण पर कार्रवाई जैसे मुद्दों पर उनका काम काफी सराहा गया। उनका गैर-परंपरागत स्टाइल, जैसे लाइव मीटिंग्स और जनता से सीधा संवाद, उन्हें और भी लोकप्रिय बनाता है।


क्यों बने Gen-Z की पहली पसंद?

वर्तमान आंदोलन के दौरान, बालेन शाह ने खुलकर युवाओं का समर्थन किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह आंदोलन युवाओं की स्वतःस्फूर्त ऊर्जा है और राजनीतिक दलों को इसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। हालांकि, उम्र की सीमा (35 वर्ष) होने के कारण वह खुद सड़कों पर नहीं उतर सके, लेकिन उनका यह बयान और युवाओं से सीधा जुड़ाव उन्हें प्रदर्शनकारियों की पहली पसंद बनाता है।

ओली के इस्तीफे के बाद, सोशल मीडिया पर बालेन शाह के समर्थन में पोस्ट की बाढ़ आ गई है। युवा उन्हें देश की बागडोर संभालने की अपील कर रहे हैं। उनका मानना है कि बालेन एक ईमानदार और बेदाग नेता हैं जो नेपाल को नई दिशा दे सकते हैं। अब पूरा नेपाल इस सवाल का जवाब जानने का इंतजार कर रहा है कि क्या युवाओं की मांग पूरी होगी और बालेन शाह नेपाल के अगले अंतरिम प्रधानमंत्री बनेंगे? यह देखना दिलचस्प होगा कि नेपाल की राजनीति में आया यह नया तूफान किस ओर करवट लेता है।

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