PM Modi in Maldives: मालदीव में PM मोदी का धमाकेदार स्वागत! इंडिया-मालदीव में ₹4,850 करोड़ का मेगा डील, जानिए दोनों देशों में हुए कौन कौन से समझौते?
PM Modi Maldives Visit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर मालदीव में हैं, जहां उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की। इस मुलाकात को इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि यह भारत और मालदीव के बीच हालिया तनाव के बावजूद हो रही है।
PM Modi Maldives Visit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर मालदीव में हैं, जहां उन्होंने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की। इस मुलाकात को इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि यह भारत और मालदीव के बीच हालिया तनाव के बावजूद हो रही है। मुइज्जू, जो चीन समर्थक माने जाते हैं, खुद प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने हवाई अड्डे पहुंचे, जो दोनों देशों के रिश्तों में नरमी का संकेत है।
‘पड़ोसी प्रथम’ नीति में मालदीव का अहम स्थान: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "मालदीव भारत की 'पड़ोसी प्रथम' नीति में एक अहम स्थान रखता है। हमारे संबंधों की जड़ें इतिहास से भी पुरानी और समुद्र जितनी गहरी हैं।" उन्होंने मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ पर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रण के लिए राष्ट्रपति मुइज्जू का आभार जताया। इस अवसर पर दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया, जिसमें दोनों देशों की पारंपरिक नौकाएं दर्शाई गई हैं, जो दोनों देशों की साझी संस्कृति और इतिहास को उजागर करती हैं।
भारत देगा 4,850 करोड़ रुपये का कर्ज, कई बड़े समझौते भी हुए
भारत ने मालदीव को 4,850 करोड़ रुपये के कर्ज को मंजूरी दी है। इस आर्थिक सहायता के साथ-साथ दोनों देशों के बीच निम्नलिखित प्रमुख समझौते भी हुए...
- हुलहुमाले में 3,300 सामाजिक आवास इकाइयों का सौंपना
- अड्डू शहर में सड़क और जल निकासी प्रणाली परियोजना का उद्घाटन
- मालदीव में 6 सामुदायिक विकास परियोजनाओं का लोकार्पण
- 72 वाहनों और अन्य उपकरणों की सौगात
- भारत-मालदीव मुक्त व्यापार समझौते की दिशा में बातचीत
- राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ पर संयुक्त डाक टिकट का विमोचन
राष्ट्रपति मुइज्जू ने इस अवसर पर कहा, "प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा आर्थिक साझेदारी को नई मजबूती देने वाली है। हमने चार समझौता ज्ञापनों और तीन अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं, जो ऐतिहासिक पहल हैं।"
तनाव की पृष्ठभूमि में यह दौरा बना खास
यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब भारत और मालदीव के संबंधों में खटास आई थी। राष्ट्रपति मुइज्जू ने अपने चुनाव प्रचार में 'इंडिया आउट' अभियान को हवा दी थी और सत्ता में आने के बाद मालदीव से भारतीय सेना हटाने की मांग की थी। साथ ही वे राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद चीन की यात्रा पर गए थे। प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को लेकर भी मुइज्जू सरकार के कुछ मंत्रियों ने विवादास्पद बयान दिए थे, जिससे दोनों देशों के बीच राजनयिक तल्खी और बढ़ गई थी।
अब रिश्तों में दिख रही गर्माहट
हालांकि इस यात्रा और सौहार्द्रपूर्ण स्वागत ने यह संकेत जरूर दे दिया है कि दोनों देश अब संबंधों को फिर से मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। ‘पड़ोसी प्रथम’ नीति के तहत भारत हमेशा से अपने छोटे पड़ोसियों को प्राथमिकता देता रहा है, और यह दौरा उसी नीति की पुष्टि करता है।