Delhi Crime News: भ्रष्टाचार के मामले में CBI ने लिया बड़ा एक्शन, RML अस्पताल से जुड़े 2 डॉक्टर समेत 9 लोग हुए गिरफ्तार

Delhi Crime News: दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में चल रहे भ्रष्टाचार के हैरान कर देने वाले खेल का खुलासा हो गया है। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली की जा रही थी।

Update: 2024-05-08 12:55 GMT

Delhi Crime News: केंद्र सरकार के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के कई डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने करप्रश्न से जुड़े मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। CBI को इन सभी आरोपियों के भ्रष्टाचार में संलिप्त होने की सूचना मिली थी। इसके बाद जांच एजेंसी ने इन पर शिकंजा कसा है।

आरएमएल अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के डॉक्टर पर्वतगौड़ा और दूसरे अन्य डॉक्टर अजय राज पर खुलेआम घूस लेने की मांग करने की जानकारी जांच एजेंसी सीबीआई को दी गई थी। आरोप हैं कि यह सभी अस्पताल में जरूरी इक्यूपमेंट्स की सप्लाई करने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के जरिए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से मरीजों से वसूली कर रहे थे।

बताया जा रहा है कि सीबीआई की ओर से इस मामले में आईपीसी की धारा 120बी के तहत एफआईआर 7 मई को दर्ज की गई थी। आरोप लगाए गए हैं कि नागपाल टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के मालिक नरेश नागपाल अस्पतालों में उपकरणों की आपूर्ति करते हैं। इस माह 2 मई को पर्वतगौड़ा ने नागपाल से उपकरणों की सप्लाई के बदले उनसे रिश्वत की मांग की थी।

नागपाल ने मांगी गई रिश्वत का पिछले महीने का बकाया चुकाने को आश्वस्त भी किया था। इस दौरान रिश्वत की रकम को 7 मई को आरएमएल अस्पताल में पहुंचाने का आश्वासन दिया था। CBI ने जिन दो डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है उनमें कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पर्वतगौड़ा (द्वारका के सेक्टर-4 में रहते हैं) और इसी विभाग के एक अन्य डॉक्टर अजय राज शामिल हैं। डॉ. राज ओल्ड राजेंद्र नगर, दिल्ली में रहते हैं।

इन लोगों को भी किया गया गिरफ्तार: इसके अतिरिक्त अस्पताल के सीनियर टेक्निकल इंचार्ज रजनीश कुमार, क्लर्क भुवाल जयसवाल और संजय कुमार, नर्स शालू शर्मा, नरेश नागपाल (नागपाल टेक्नोलॉजी प्रा. लि. के ऑनर), भरत सिंह दलाल (मैसर्स भारती मेडिकल टेक्नोलॉजी), अबरार अहमद (डायरेक्टर, मैसर्स साइनमेड प्रा. लि.), आकर्षण गुलाटी (क्षेत्रीय सेल्स मैनेजर, मैसर्स बायोट्रोनिक्स प्रा. लि.), मोनिका सिन्हा (कर्मचारी, बायोट्रोनिक्स) और अन्य भी इस मामले में आरोपी हैं। जिन पर सीबीआई ने शिकंजा कसा है।

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