Cooch Behar Violence: कूचबिहार में मणिपुर जैसा कांड! भाजपा नेत्री को नग्न कर पीटा, सड़क पर बाल पकड़कर घसीटा, जाने मामला

Cooch Behar Violence: एक बार फिर मणिपुर जैसा मामला दोहराया गया है. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है. यहाँ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महिला नेत्री के कपडे उतारे गए.

Update: 2024-06-29 11:14 GMT

Cooch Behar Violence: कूचबिहार: एक बार फिर मणिपुर जैसा मामला दोहराया गया है. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार से दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है. यहाँ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की महिला नेत्री के कपडे उतारे गए. फिर उसे बेरहमी से पिटाई की गयी. जिसका आरोप तृणमूल कांग्रेस समर्थकों पर लगा है. 

भाजपा नेत्री को नग्न कर पीटा 

जानकारी के मुताबिक़, मामला माथाभांगा विधानसभा के रामठेंगा बाजार का है. 25 जून को बीजेपी की महिला नेत्री (32 वर्ष ) खेत में काम करने के लिए रही थी. इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने उसे रोका. और उसके साथ अभद्रता की. फिर बीच सड़क पीड़िता के कपड़े फाड़ उसे नग्न कर दिया. उसके बाद बेरहमी से उसे पीटा. उसे पानी में डुबोने की कोशिश की. सड़क पर महिला को घसीटा गया. फिर महिला को बिना कपड़ों के घसीटकर उसके घर तक लाया गया. 

बाल पकड़कर जमीन पर घसीटा

महिला की तबियत बिगड़ने के बाद परिजनो ने उसे कूच बिहार के अस्पताल में भर्ती कराया. इसके बाद घोक्साडांगा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पीड़िता ने शिकायत में बताया कि भाजपा में शामिल होने के कारण तृणमूल कांग्रेस ने उसके साथ ऐसा व्यव्हार किया. कपडे फाड़े, गन्दी गालियां दी. बाल पकड़कर जमीन पर घसीटा. बेहोश होते तक मारते रहे.उसके बाद धामी देकर छोड़ दिया. 

तृणमूल पार्टी पर आरोप 

भाजपा ने भी इस घटना के लिए तृणमूल को जिम्मेदार ठहराया है. भाजपा का कहना है पीड़िता भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा की सदस्य है. वहीँ दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों से इंकार किया है. उनका कहना है इस घटना में तृणमूल कांग्रेस के किसी भी सदस्य का हाथ नहीं है. 

चार गिरफ्तार 

बताया जा रहा है पुलिस ने पहले केस दर्ज करने से इंकार कर दिया था.एसपी के एक्शन के बाद एफआईआर दर्ज हुई है. फिलहाल मामले में पुलिस ने मामले में 3 महिलाओं समेत 4 लोगों को अरेस्ट किया. जिसके बाद गुरुवार को चारों आरोपितों को कोर्ट में पेश किया गया. जहाँ मुख्य आरोपी शफीकुल मियां और मोहम्मद अली को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. जबकि दो को जमानत मिल गयी है. वहीँ पीड़िता के जीजा को भी घटना की फोटो लेने और वायरल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच जारी है. 

बीजेपी ने की शिकायत 

इधर, बंगाल के बीजेपी नेताओं ने घटना की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी), राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग (एनसीएम) से  की है. उन्होंने जल्द से जल्द मामले की जांच करवाने की मांग की है. 




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