आरक्षण सुपरवाइजर सहित कई रेलवे कर्मचारी गिरफ्तार: टिकट की कालाबाजारी कर यात्रियों से ले रहे थे मोटी रकम…. RPF की टीम ने रेड कार्रवाई कर सभी को किया रंगे हाथों गिरफ्तार

Update: 2020-12-08 02:10 GMT

रायपुर 8 दिसबंर 2020। आरपीएफ की टीम ने रेड कार्रवाई करते हुये टिकट की कालाबाजारी करते हुये आरक्षण सुपरवाइजर सहित सात लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ये कार्रवाई आरपीएफ आइजी के निर्देश पर रायपुर और बिलासपुर की संयुक्त आरपीएफ की टीम ने की है। आरोपी आरक्षण सुपरवाइजर का नाम सुदीप्तो हाजरा है।
जानकारी के मुताबिक आरपीएफ की टीम को काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी, लाॅकडाउन के दौरान रेलवे के कुछ अधिकारी और कर्मचारी मिलकर टिकटों की कालाबाजारी कर रहे है। साथ ही यात्रियों से टिकट कन्फर्म कराने के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूल रहे है।
शिकायत के बाद बिलासपुर जोनल आरपीएफ के आइजी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के आदेशदिये थे, जिसके बाद बिलासपुर आरपीएफ और रायपुर आरपीएफ की संयुक्त टीम ने रायपुर आरक्षण केंद्र मे रेड कार्रवाई करते हुये सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में रेलवे अधिकारी सुदीप्तो हाजरा भी शामिल है जो आरक्षण सुपरवाइजर के पद पर काम कर रहे थे। सातों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई भी की जा रही है। RPF के गिरफ्तार आरोपियों में सुदीप्तो हाजरा, सुशील पटेल, मोहम्मद शिबू, दीपक नामदेव, संजीव पांडेय, नसीम खान, पुरषोत्तम बांदे का नाम शामिल है

ऐसे चलाते थे पूरा नेतवर्क…..
पकड़े गये सभी आरोपी रेलवे से जुडे कर्मचारी और अधिकारी है। ये सभी पहले ऐसे व्यक्यिों को पकड़ते थे, जिनकी टिकट कंफर्म नहीं हो पाती थी। उन व्यक्तियों से मोटी रकम लेकर फर्जी तरीके से टिकट कन्फ़र्म कर मोटी रकम वसूल करते थे। इस बारे में जानकारों का कहना है कि फर्जी साफ्टवेयर रेलवे के सिस्टम से कई गुना तेज चलते है। रेलवे काउंटर से जबतक एक कंफर्म टिकट निकलता है, तबतक दलाल 20 से 25 टिकट बुक कर लेते हैं।

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