लैंडमार्क इंजीनियरिंग कंपनी का मालिक गिरफ्तार …. नक्सलियों को सामान सप्लाई करने का गंभीर आरोप…..नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के तौर पर काम करने का पुलिस ने किया दावा

Update: 2020-05-14 14:54 GMT

बिलासपुर 14 मई 2020। कांकेर में नक्सलियों के शहरी नेटवर्क के सनसनीखेज खुलासे की कड़ी लंबी होती जा रही है। अब इस मामले के तार बिलासपुर से जुड़े हैं, जहां एक ठेकेदार नक्सल सहयोगी के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। कांकेर पुलिस इस मामले में अब तक 12 लोगों की गिरफ्तारी कर चुकी है। 24 मार्च को मामले के खुलासे के बाद से अब तक की जांच में कई अहम जानकारियां सामने आयी है। खबर तो ये है कि इस मामले में कई रसूखदार के भी नाम आ रहे हैं, लेकिन प्रभावशील होने की वजह से इस मामले में पुलिस फूंक-फूंककर कदम रख रही है।

कांकेर पुलिस ने इस मामले में बिलासपुर के एक बड़े ठेकेदार को गिरफ्तार किया है। बिलासपुर के रहने वाले ठेकेदार का नाम निशांत कुमार जैन है, जो प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के कई बड़े प्रोजेक्ट का कांट्रेक्टर है। ठेकेदार पर आरोप है कि वो नक्सलियों को जूते, वर्दी, बम बनाने की सामिग्री, राशन और नकदी रकम की सप्लाई करता है। कांकेर जिले के अंदरूनी गांवों कोयलीबेडा, आमाबेडा, सिकसोड, रावघाट, ताडोकी व अन्य जगहों पर रोड निर्माण के साथ ही नक्सलियों के लिए सामान वो पहुंचाया करता था।

जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि बिलासपुर के निशांत कुमार जैन की लैंडमार्क इंजीनियरिंग कंपनी और राजनांदगांव के वरूण कुमार जैन की लैंडमार्क रायल इंजीनियरिंग कंपनी ने कांकेर जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत अंतागढ़, आमाबेड़ा, सिकसोड़, कोयलीबेड़ा जैसे नक्सल प्रभावित में सड़क निर्माण का काम कर रही है। इस काम को वो एक पार्टनर फर्म रूद्रांश अर्थ मूवर के अजय जैन और कोमल वर्मा के माध्यम से करा रहे हैं।

इस बीच नक्सलियों से संपर्क होने पर वे माओवादियों को सामग्रियों की आपूर्ति करने लगे। उनके द्वारा अंदरूनी इलाके में काम कराने के दौरान नक्सलियों से संपर्क होने पर वे उन्हें शहर से आवश्यक सामग्रियों की आपूर्ति करने लगे। इस तरह नक्सलियों का शहरी नेटवर्क तैयार हो गया। हालांकि पुलिस ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कुछ और अहम खुलासे हो सकते हैं।

 

 

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