Chhattisgarhi me foolon ki Chatni' ki Recipe: छत्तीसगढ़ी व्यंजन 'पेज' का मज़ा लीजिए 'लकड़ा के फूलों की चटनी' के साथ...
Chhattisgarhi me foolon ki Chatni' ki Recipe : छत्तीसगढ़ का पारंपरिक व्यंजन है पेज। छत्तीसगढ़ का है तो स्वाभाविक रूप से चावल से जुड़ा है। इसे आमतौर पर उसना चावल के साथ ( या किसी भी चावल की कनकी यानी छोटे टुकड़ों में टूटा चावल या चावल की टूटन ) बनाया जाता है। धैर्य के साथ इसे पानी के साथ उबालते-घोंटते बनाते हैं। लेकिन सुखाते नहीं हैं। समझ लीजिए कि खाने लायक भी रहे और चाहें तो कटोरा उठाकर पी भी जाएं। ग्रामीण अंचल में इसे 'लकड़ा के फूलों की चटनी ' के साथ खाया जाता है जो अपने आप में यूनीक रेसिपी है। पेज और लकड़ा के फूलों की चटनी, ये दोनों ही रेसिपी आज हम यहां आपके साथ शेयर कर रहे हैं।
० पेज बनाए के लिए हमें चाहिए
उसना चावल - 250 ग्राम
पानी - एक से डेढ़ लीटर
नमक - स्वादानुसार
० लकड़ा के फूलों की चटनी के लिए सामग्री
लकड़ा के ताजे फूल - 8-10
नमक - स्वादानुसार
सूखी लाल या हरी मिर्च - 4
लहसुन की कलियां - 4 से 6
० पहले बनाते हैं 'पेज'
पेज नए चावल का बनाया जाए तो ज्यादा स्वादिष्ट बनता है। तो अगर संभव है तो नया चावल ले लें। अन्यथा किसी भी चावल से पेज बनाया जा सकता है। तो सबसे पहले आप ढाई सौ ग्राम चावल को तीन से चार बार हाथों से रगड़-रगड़ कर धो लें।
एक मोटे तले के बर्तन में चावल की मात्रा से चार से पांच गुना ज्यादा पानी उबलने के लिए चढ़ाएं। जब पानी में अच्छे से उबाल आने लगे तो धुला हुआ चावल इसमें मिक्स करें। पेज को मध्यम आंच में ढंक कर पकाएं। बीच-बीच में इसे चलाते रहें। करीब 30 मिनट के बाद आपका चावल अच्छी तरह पक जाएगा। उंगलियों के बीच दबाकर चैक कर सकते हैं। चावल सूखे नहीं। पेज लिक्विड रहे, इसका ध्यान रखें। इसकी कंसिस्टेंसी गाढ़े सूप जैसी होनी चाहिये। आंच को बंद कर दें। पेज को ढंक दें। कुछ देर और इसे अपनी भाप में नर्म होने दें। आपका पेज तैयार है।
० लकड़ा के ताज़े फूलों की चटनी ऐसे बनाएं
इसके लिए चटनी की दी हुई सारी सामग्री को सिल बट्टे में पीस लें। मिक्सर जार में भी इसे पीस सकते हैं। लेकिन सिल बट्टे में पिसी लकड़ा की चटनी की बात ही कुछ और होती है।
० पेज और चटनी को ऐसे करें पेश
अब आपको पेज को सर्व करना है। गर्मागर्म पेज को एक बड़े कटोरे में निकालें। साथ में एक प्लेट में लकड़ा की चटनी और नमक बुरककर प्याज के गोल लच्छे रखें। अगर लकड़ा के फूल न मिल सकें तो पेज का मज़ा किसी भी सीज़नल भाजी की भुर्जी के साथ भी लिया जा सकता है। ये काॅम्बो यूनीक टेस्ट का और ज़बरदस्त है। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक स्वाद का मज़ा लेना हो तो इसे अवश्य बना कर देखें।