Ulta Chalne ( Reverse Walking ) Ke Fayde: मात्र 500 मीटर उल्टा चलने से मिलेंगे गज़ब के फायदे, दिमाग रहेगा एलर्ट, घुटने कभी नहीं देंगे दिक्कत...

Ulta Chalne ( Reverse Walking ) Ke Fayde: मात्र 500 मीटर उल्टा चलने से मिलेंगे गज़ब के फायदे, दिमाग रहेगा एलर्ट, घुटने कभी नहीं देंगे दिक्कत...

Update: 2025-03-26 14:58 GMT
Ulta Chalne ( Reverse Walking ) Ke Fayde: मात्र 500 मीटर उल्टा चलने से मिलेंगे गज़ब के फायदे, दिमाग रहेगा एलर्ट, घुटने कभी नहीं देंगे दिक्कत...
  • whatsapp icon

Ulta Chalne ( Reverse Walking ) Ke Fayde: रिवर्स या बैकवर्ड वाॅकिंग या उल्टा चलना आपके लिए एक बेहतरीन रिज़ल्ट देने वाली आसान एक्सरसाइज़ हो सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक उल्टा चलने से न केवल घुटने और लोअर बैक का दर्द ठीक होता है, दिमाग एक्टिव और एलर्ट होता है बल्कि नियमित प्रेक्टिस से आपके पेट की चर्बी भी कम होती है और बाॅडी की अनेक ऐसी मसल्स मज़बूत होती हैं जिनके लिए आपने आज तक कोई कोशिश ही नहीं की थी। आप 50 से 100 कदम उल्टा चलने से शुरुआत कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसे बढ़ा सकते हैं। नियमित रूप से 500 मीटर उल्टा चलने से भी आपको गज़ब के फायदे मिल सकते हैं। आइए जानते हैं इन फायदों के बारे में।

घुटने होते हैं मजबूत

रिवर्स वॉकिंग करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह आपके घुटनों के दर्द को कम करता है और उन्हें मजबूत बनाता है। एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप उल्टा चलने की नियमित आदत डाल लेते हैं तो हो सकता है कि आपको कभी घुटनों का ट्रीटमेंट कराने की जरूरत ही ना पड़े। दरअसल जब हम आगे की ओर चलते हैं तो हमारे शरीर का भार भी आगे की तरफ यानी घुटनों पर पड़ता है। बढ़ती उम्र में इस वजह से यह घुटनों में दर्द, सूजन आदि का कारण बनता है। उल्टा चलने से यह भार कम होता है। इससे आपके घुटनों को काफी राहत मिलती है और आपके घुटने सालों साल बेहतर तरीके से काम करते हैं।

दिमाग रहता है अलर्ट

आमतौर पर सभी लोग सीधे चलते हैं यानी आगे की तरफ चलते हैं। लंबे समय तक नियमित इस तरह से वाॅक करने से आपके शरीर और दिमाग को इसकी आदत पड़ जाती है। इसमें उसके लिए कुछ नयापन नहीं रहता। लेकिन जब आप उल्टा चलने की कोशिश करते हैं तो आपके सभी सैंसेज़ को एक्टिव होना पड़ता है क्योंकि आपकी आंखें तो आगे का ही देख सकती हैं। इसलिए उल्टा चलने के लिए आपके दिमाग को अलर्ट रहना पड़ता है जिससे कि आप कहीं गिर ना जाएं या किसी चीज़ से टकरा ना जाएं। इसका फायदा आपके दिमाग को मिलता है। उसके न्यूरॉन्स में बदलाव आते हैं और आपका दिमाग एक्टिव और अलर्ट होता है।

कोऑर्डिनेशन होता है बेहतर

उल्टा चलने के दौरान आपके शरीर और दिमाग का कोऑर्डिनेशन बेहतर होता है जिसमें कि आप सही तरीके से चल पाएं। इसका फायदा आपको बढ़ती उम्र में बेहतर बैलेंस बनाए रखने में भी मिलता है। जिस धरती उम्र में आपके गिर पर चोटिल होने की संभावना भी कम होती है।

मांसपेशियां होती हैं मज़बूत

उल्टा चलने की कोशिश के दौरान आपके शरीर की ऐसी अनेक मसल्स एक्टिव होती हैं जिन पर आपने अभी तक ध्यान ही नहीं दिया था। चाहे वे पैर की हों, कमर की हों या हिप्स की। उल्टा चलने से ये उपेक्षित मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं जिसका फायदा पूरे शरीर को मजबूत होने में मिलता है।

पेट की चर्बी होती है कम

उल्टा चलने के दौरान आपके पेट की मसल्स भी एक्टिव और टाइट होती हैं जिससे धीरे-धीरे पेट की चर्बी छंटती है और आपको फ्लैट टमी पाने में मदद मिलती है।

लोअर बैक पैन से राहत

लोअर बैक पेन बहुत से लोगों की समस्या है। उल्टा चलने से लोअर बैक पेन से बहुत राहत मिलती है। इससे पैरास्पाइनल मसल्स मजबूत होती हैं। साथ ही इसका एक बहुत बड़ा फायदा यह है कि उल्टा चलने से आपकी रीढ़ की हड्डी में मजबूती आती है। अब उसकी डिस्क नसों को नहीं दबाती जिससे आपको लोअर बैक पेन से बहुत राहत मिलती है।

बोरियत होती है दूर

चूंकि आप लंबे समय से आगे की तरफ यानि फाॅरवर्ड वॉकिंग कर रहे हैं तो आपके शरीर और दिमाग को इसकी आदत पड़ चुकी है। लेकिन जब आप उल्टा चलने की कोशिश करते हैं तो यह आपके लिए एक नई एक्सरसाइज़ है इसलिए यह आपकी बोरियत को दूर करने में भी मदद करती है।

Tags:    

Similar News