Symptoms Of Vitamin D Deficiency: पहचानें शरीर में विटामिन डी की कमी के संकेत, देर की तो पड़ेंगे ढेरों बुरे असर, कैसे पूरी होगी कमी, इसके उपाय भी जानिए...

Symptoms Of Vitamin D Deficiency: न केवल कैल्शियम के अवशोषण में मदद कर हड्डियों को मजबूत बनाने में बल्कि अच्छी मानसिक सेहत से लेकर नियंत्रित वजन और घने बालों तक के लिए शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा ज़रूरी है।

Update: 2024-04-30 08:52 GMT

Symptoms Of Vitamin D Deficiency: हम खूब पढ़ते और सुनते हैं कि मात्र सूरज की धूप लेने से ही हमें पर्याप्त विटामिन डी मिल जाता है लेकिन 24 घंटों में से आधा घंटा भी हम इसके लिए नहीं निकाल पाते। क्योंकि स्वस्थ रहते हम इसकी अहमियत नहीं समझते। जबकि सच यह है कि विटामिन डी की हमारे शरीर को बेहद ज़रूरत है। न केवल कैल्शियम के अवशोषण में मदद कर हड्डियों को मजबूत बनाने में बल्कि अच्छी मानसिक सेहत से लेकर नियंत्रित वजन और घने बालों तक के लिए शरीर में विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा ज़रूरी है। इसलिए समय रहते शरीर में हो रही इसकी कमी को पहचानना ज़रूरी है। इस आर्टिकल में हम आपको उन लक्षणों के बारे में बता रहे हैं जो आपको सचेत करने के लिए काफी होंगे और आप अगर खुद में ये लक्षण देखें और ब्लड टेस्ट में कमी निकल कर सामने आए तो विटामिन डी की कमी दूर करने के उपाय करें।

कमज़ोर इम्यूनिटी

अगर आप ज़रा से मौसमी बदलाव को बर्दाश्त नहीं कर पाते और झट से बीमार पड़ जाते हैं तो यह एक संकेत है कि आप के शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है।

विटामिन डी की कमी होने पर आप सर्दी,जुकाम- बुखार की चपेट में जल्दी आते हैं।

हड्डियों की कमजोरी और दर्द

अगर आपको जोड़ों, कमर, घुटने आदि में दर्द बना रहता है तो भी आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। चाहे आप कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थों की पर्याप्त मात्रा ले रहे हों लेकिन अगर शरीर में विटामिन डी की कमी है तो उस कैल्शियम का अवशोषण ठीक से नहीं हो पाएगा और आपको कैल्शियम इन्टेक का फायदा नहीं मिलेगा। नतीजतन आपकी हड्डियां कमजोर होने लगेंगी। और आप ऑस्टियोपोरोसिस के शिकार भी बन सकते हैं।

थकान और सुस्ती होना

अगर आप सुबह-सवेरे भी खुद को एनर्जी से भरा हुआ नहीं पा रहे, किसी भी काम को हाथ लगाने का मन नहीं कर रहा। थकान और सुस्ती बनी हुई है, तो बहुत संभव है कि विटामिन डी की कमी हो रही हो।

डिप्रेशन -एंग्ज़ाइटी -मूड स्विंग

कम-ज्यादा अनुपात में तनाव सभी को है लेकिन अगर आप खुद को डिप्रेशन और एंग्ज़ाइटी की जकड़ में पा रहे हैं तो यह भी विटामिन डी की कमी के चलते हो सकता है। जिन लोगों में विटामिन डी की कमी होती है वे जल्दी डिप्रेशन के शिकार होते हैं। साथ ही इसके चलते आपका मूड भी स्विंग होता रह सकता है। जिसका असर आपके रिश्तों पर भी पड़ सकता है। वहीं अगर बच्चों को पर्याप्त विटामिन डी न मिले तो उनका मानसिक विकास भी प्रभावित हो सकता है।

नींद कम आना

नींद की कमी, नींद अच्छे से न आना, बार - बार टूटना यानि नींद की खराब क्वालिटी भी एक संकेत है जो बताती है कि बाॅडी में विटामिन डी की कमी हो सकती है।

पाचन की समस्याएं

अगर आप पाचन से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं तो इसके पीछे भी एक कारण विटामिन डी की कमी हो सकता है।

हेयर फाॅल

अगर आपके बाल सामान्य से ज्यादा झड़ रहे हैं तो यह भी विटामिन डी की कमी का लक्षण हो सकता है।

वजन का बढ़ना

विटामिन डी की कमी आपका वजन बढ़ने का कारण भी बन सकती है। विटामिन डी वजन नियंत्रित रखने मे सहायक होता है।

घाव जल्दी न भरना

कई बार ऐसा भी होता है कि आपको किसी कारण से चोट लग जाती है और घाव बन जाता है। अगर ऐसे में आपका घाव जल्दी नहीं भर रहा है तो यह भी विटामिन डी की कमी का संकेत हो सकता है।

विटामिन डी की कमी दूर करने के लिए क्या करें?

अगर आप लक्षणों के आधार विटामिन डी का टेस्ट करवाते हैं और इसकी कमी निकल कर सामने आती है तो अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें। साथ ही आप अपनी दिनचर्या और खानपान पर भी ध्यान दें।

विटामिन डी का सबसे अच्छा सोर्स सूरज की रोशनी है। आप सूर्योदय के बाद कम तेज सूरज की रोशनी में कम से कम आधे घंटे धूप लें। इससे आपको पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी की प्राप्ति हो जाएगी। अधिक तेज धूप होने पर सूर्य की हानिकारक किरणें आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। दूसरा आप दूध और दूध से बने खाद्य पदार्थ ले सकते हैं। इन से आपको विटामिन डी मिलेगा। आप अंडे खाते हों तो खासकर उसका पीला भाग ज़रूर लें। और नाॅनवेजिटेरियन हों तो फिर आपके लिए बहुत से सोर्स हैं। आप मछली का सेवन कर सकते हैं। आप फिश ऑइल भी ले सकते हैं। कलेजी, लिवर आदि से भी आपको भरपूर विटामिन डी मिल जाएगा।

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