गोबर से होगी सरकार को बंपर कमाई : 2 रूपये प्रति किलो की दर से राज्य सरकार खरीदेगी गोबर…..फिर किसानों को 8 रुपये प्रति किलो में बेचेगी गोबर से बना वर्मी कंपोस्ट

Update: 2020-07-14 11:09 GMT

रायपुर 14 जुलाई 2020। राज्य सरकार पशुपालकों से 2 रुपये प्रति किलो की दर से गोबर की खरीदी करेगी। भूपेश कैबिनेट की बैठक में आज इस बात का निर्णय लिया गया। इससे पहले कृषि मंत्री रविंद्र चौबे की अगुवाई में बनी मंत्रिमंडलीय उपसमिति ने गोठान ग्राम में पशुपालकों से 1.50 रूपए प्रति किलो की दर से गोवंशी और भैसवंशी मवेशियों के गोबर क्रय की अनुशंसा की गई थी। मंत्रिपरिषद की बैठक में गोबर के क्रय की दर को 2 रूपए प्रति किलो परिवहन व्यय सहित करने का अनुमोदन किया गया।

राज्य सरकार प्रदेश में स्थापित गोठान में गोवंशीय और भैसवंशीय पशुपालक से गोठान समितियों के माध्यम से गोबर खरीदकर उससे वर्मी कम्पोस्ट एवं अन्य उत्पाद तैयार करने की योजना बनाने जा रही है। राज्य सरकार का मानना है कि इससे जैविक खेती को बढ़ावा के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर, गौपालन एवं गौ-सुरक्षा को प्रोत्साहन, खुली चराई पर रोक, द्विफसली क्षेत्र के विस्तार के साथ ही पशुपालको को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा।

आज भूपेश कैबिनेट में इस बात का निर्णय लिया गया है कि गोधन योजना में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट का सहकारी समितियों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर किसानों को 8 रूपए प्रति किलोग्राम की दर से बेचा जायेगा। साथ ही लैम्पस एवं प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति के अल्पकालीन कृषि ऋण के अंतर्गत सामग्री घटक में जैविक खाद (वर्मी कम्पोस्ट) को शामिल करने का अनुमोदन आज कैबिनेट की बैठक में किया गया।

माना जा रहा है कि गोबर से ना सिर्फ पशुपालकों को बेहतर कमाई होगी, बल्कि राज्य सरकार भी इससे कमाई करेगी।

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