पूर्व DGP ने की मांग- घाटी में हिंदुओं को दिए जाएं हथियार और ट्रेनिंग….

Update: 2020-06-13 07:44 GMT

नई दिल्ली 13 जून 2020। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में कश्मीरी पंडित सरपंच अजय पंडिता भारती की हत्या के कुछ दिनों बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व डीजीपी शीश पॉल वैद ने बड़ा बयान दिया है। पूर्व डीजीपी ने कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यक हिंदुओं और मुस्लिम समुदाय के कमजोर वर्ग के लोगों को हथियार मुहैया कराने और ट्रेनिंग देने की वकालत की है। ताकि आतंकी हमलों से वे खुद की रक्षा कर सकें।

इंडिया टुडे के मुताबिक कश्मीरी हिंदुओं के अल्पसंख्यक समुदाय के बीच सुरक्षा की भावना पैदा करने के लिए सभी विकल्पों की खोज की जानी चाहिए। समुदाय के लोगों को हथियार प्रदान किए जाने चाहिए और उन्हें हथियारों की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए ताकि वे खुद को आतंकी हमलों से बचा सकें। पूर्व डीजीपी ने कहा, ‘कश्मीर घाटी में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के साथ-साथ मुसलमानों के कमजोर वर्ग को हथियार प्रदान करने और हथियारों का प्रशिक्षण देने में कोई बुराई नहीं है।’

उन्होंने कहा कि, इजरायल की तरह कश्मीर घाटी में भी कमजोर लोगों के लिए विशेष प्रावधान करने की आवश्यकता है। मैं पहला शख्स हूं, जिसने जम्मू-कश्मीर के रियासी में पहली विलेज डिफेंस कमेटी का गठन किया। वैद ने कहा कि जम्मू के चिनाब घाटी में हिंदुओं को हथियार दिए गए थे। इससे नब्बे के दशक में हिंदुओं के पलायन को रोकने में मदद मिली थी। कश्मीर घाटी में विलेज डिफेंस कमेटी गठित करना मुश्किल काम है, लेकिन असंभव नहीं हैं।

कश्मीरी हिंदू सरपंच अजय पंडिता भारती की निर्मम हत्या के बाद से कई विस्थापित कश्मीरी पंडितों ने मांग की है कि सरकार को घाटी में हिंदुओं को हथियार बांटना चाहिए क्योंकि वे आतंकवादियों के सॉफ्ट टारगेट हैं।

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