Parivartini Ekadashi 2025: परिवर्तिनी एकादशी में भूलकर भी न करें ये गलती, वरना भुगतना पड़ सकता है नुकसान

Parivartini Ekadashi 2025: परिवर्तिनी एकादशी इस साल 3 सितंबर को मनाया जा रहा है, वैसे तो हर महिने की एकादशी खास होती है. आपको बता दें कि एकादशी के दिन कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें गलती से भी नही करना चाहिए, अगर आपने इनमें से कुछ काम किया तो आपको बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कौन सी ऐसी चीजें है जिसे आपको एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए.

Update: 2025-09-02 11:57 GMT

Parivartini Ekadashi 2025: परिवर्तिनी एकादशी इस साल 3 सितंबर को मनाया जा रहा है, वैसे तो हर महिने की एकादशी खास होती है. आपको बता दें कि एकादशी के दिन कुछ ऐसी चीजें है जिन्हें गलती से भी नही करना चाहिए, अगर आपने इनमें से कुछ काम किया तो आपको बेहद मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. आइए जानते हैं कौन सी ऐसी चीजें है जिसे आपको एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए.

एकादशी के दिन न करें ये काम (Ekadashi Me Kya Na Kare)

  • चावल का सेवन न करें: एकादशी तिथि पर चावल का सेवन वर्जित है. धार्मिक कथाओं के अनुसार, इस दिन चावल खाने से व्यक्ति को रेंगने वाली योनि में जन्म लेने का परिणाम मिलता है. हालांकि, यदि द्वादशी तिथि को चावल खाए जाएं, तो यह दोष समाप्त हो जाता है. इसलिए, इस दिन चावल से दूर रहना चाहिए.
  • दातुन या मंजन का उपयोग न करें: एकादशी के दिन दातुन या मंजन करना वर्जित है. इस दिन हमें शारीरिक शुद्धता के बजाय मानसिक शुद्धता पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए. व्रति को इस दिन जितना हो सके, मानसिक शांति बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए.
  • क्रोध और नकारात्मकता से बचें: एकादशी के दिन क्रोध करना, झूठ बोलना या किसी की चुगली करना मना है. इस दिन अपने वचनों और आचरण में संयम रखना चाहिए. यह दिन भगवान के साथ साधना का होता है, इसलिए नकारात्मक भावनाओं से बचना चाहिए.
  • तुलसी के पत्ते न तोड़ें: एकादशी तिथि पर तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचना चाहिए. तुलसी भगवान विष्णु की प्रिय है, और इसे इस दिन नुकसान पहुंचाना अशुभ माना जाता है. यदि घर में कोई बच्चा या बुजुर्ग है, जिन्होंने व्रत नहीं किया है, तो उनसे द्वादशी तिथि में तुलसी के पत्ते तोड़वाने की सलाह दी जाती है.
  • पान और मांसाहारी भोजन से बचें: एकादशी के दिन पान खाना और मांसाहारी भोजन का सेवन वर्जित है. यह दिन शारीरिक और मानसिक शुद्धता के लिए है, इसलिए मांसाहारी पदार्थों से दूर रहना चाहिए.
  • चोरी और हिंसा से बचें: एकादशी तिथि पर चोरी, हिंसा या किसी को नुकसान पहुंचाना भी वर्जित है. इस दिन भगवान के प्रति पूर्ण श्रद्धा और भक्ति बनाए रखना चाहिए. किसी भी तरह का पाप कार्य इस दिन से दूर रहकर करना चाहिए.

क्या करें एकादशी के दिन?

  • रात जागरण का महत्व: एकादशी तिथि का सबसे प्रमुख कार्य रात भर जागरण करना है. इस दिन सोने के बजाय भगवान विष्णु के भजन, कीर्तन और मंत्र जाप करें. रात भर भगवान के नाम में लीन रहकर उनकी कृपा प्राप्त की जा सकती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन की गई साधना विशेष रूप से शक्तिशाली होती है.
  • भगवान विष्णु की पूजा: इस दिन भगवान विष्णु के विशेष रूप से पूजन का महत्व है. व्रति को सुबह स्नान करके भगवान विष्णु के सामने दीपक जलाना चाहिए और उन्हें पीले फूल, तुलसी के पत्ते और शुद्ध शाकाहारी आहार अर्पित करना चाहिए. इससे भगवान विष्णु की कृपा बरसती है और जीवन में समृद्धि आती है.
  • सात्विक आहार का सेवन: एकादशी के दिन केवल सात्विक भोजन करें, जैसे फल, दूध, और शाकाहारी पदार्थ. इस दिन मांसाहारी आहार और शराब से दूर रहना चाहिए. सात्विक भोजन से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है, बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है.
  • दान पुण्य करें: एकादशी तिथि पर दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन, वस्त्र, या अनाज का दान करना चाहिए. यह पुण्य कार्य जीवन में सकारात्मक बदलाव लाता है और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

(Disclamer: दी गई सारी जानकारी धर्मिक मान्यताओं के आधार पर है NPG.NEWS इसकी पुष्टी नहीं करता.)

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