Bhadrapada Fast And Festivals 2024 : भाद्रपद आज से शुरू... बहुला चौथ, कमरछठ, जन्माष्टमी, हरितालिका तीज से लेकर गणेश चतुर्थी व पितृ पक्ष इसी माह.... जानें कब है कौन से पर्व
Bhadrapada Fast And Festivals 2024 : भाद्रपद हिंदू कैलेंडर का छठा महीना है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर में पड़ता है। यह विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों के लिए महत्वपूर्ण है.
Bhadrapada Fast And Festivals 2024 : भाद्रपद का महीना आज से शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ में भाद्रपद को भादो के नाम से जाना जाता है. भादो माह लगभग जैसे सारे बड़े व्रत और त्यौहार का माह है. इसी माह छत्तीसगढ़ में संतानों के स्वास्थ्य और सुरक्षा और उन्नति के लिए रखने वाले व्रत बहुला चौथ, कमरछठ भी है. छत्तीसगढ़ में इन दोनों व्रत को बढ़-चढ़कर माताओं द्वारा रखा और मनाया जाता है. इन दोनों व्रत में भैस के दूध का बड़ा महत्व होता है.
भाद्रपद हिंदू कैलेंडर का छठा महीना है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर में पड़ता है। यह विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और त्योहारों के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें भगवान गणेश को समर्पित गणेश चतुर्थी और भगवान कृष्ण के जन्म का जश्न मनाने वाली कृष्ण जन्माष्टमी शामिल है। इस महीने में पितृ पक्ष की शुरुआत भी होती है।
भाद्रपद माह 20 अगस्त से आरंभ हो रहा है, जो 17 सितंबर 2024 को समाप्त होगा। इसी दिन भाद्रपद पूर्णिमा है और इस दिन से पितृ पक्ष भी आरंभ हो जाएंगे। वैदिक ज्योतिष में भादो का महीना सूर्य के सिंह राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है और आमतौर पर साल का पांचवां महीना होता है।
बहुला चतुर्थी से त्यौहार-व्रत शुरू
बहुला चौथ का व्रत करने से संतान को खुशहाली, सफलता, संकटों से मुक्ति, समृद्धि प्राप्त होती है. पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 22 अगस्त 2024, दोपहर 01.46 से होगी और अगले दिन 23 अगस्त 2024 को सुबह 10.38 पर इसका समापन होगा. शास्त्रों में गाय को विशेष महत्व दिया गया है.
कमरछठ इस साल 25 अगस्त को
छत्तीसगढ़ में महिलाएं अपनी संतान की लंबी उम्र के लिए कई व्रत और पूजा करती हैं. इन्हीं में से एक कमरछठ भी है. इस दिन हरछठ माता की पूजा की जाती है. इस दिन महिलाएं अपने पुत्र की लंबी आयु, आरोग्य और ऐश्वर्य वृद्धि की कामना करती हैं. कमरछठ इस साल 25 अगस्त को मनाया जाएगा। पर्व में पसहर चावल का विशेष महत्व है। इस चावल से ही व्रत तोड़ने आदिकाल से परंपरा रही है।
महिलाएं इस पर्व को उत्साह के साथ मनाती है। माताएं इस दिन पूजा करने के स्थान पर सगरी खोदकर भगवान शंकर एवं गौरी, गणेश को पसहर चावल, भैंस का दूध, दही, घी, बेल पत्ती, कांशी, खमार, बांटी, भौरा सहित अन्य सामग्रियां अर्पित करती हैं। पूजन पश्चात माताएं घर पर बिना हल के जुते अनाज पसहर चावल, छह प्रकार की भाजी को पकाकर प्रसाद के रूप में वितरण कर अपना व्रत पारण करती हैं।
इस माह में विघ्नहर्ता गणेश के साथ श्री कृष्ण ने जन्म लिया
हिंदू धर्म में भाद्रपद के महीने का विशेष महत्व है। इस माह में विघ्नहर्ता गणेश के साथ श्री कृष्ण ने जन्म लिया था। साथ ही इस महीने में गौरी-शंकर की आराधना हरतालिका तीज व्रत के रूप में की जाती है। इस महीने में स्नान दान के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करने से पापों का नाश होता है और पुण्य की प्राप्ति होती है।
भाद्रपद मास में पड़ने वाले व्रत त्योहार
भाद्रपद माह में कई तीज-त्योहार, व्रत और शुभ तिथियां आती हैं। इन त्योहारों में बहुला चौथ, कमरछठ, हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, जैन पयुर्षण पर्व और अनंत चतुर्दशी शामिल हैं। आइए जानते हैं भाद्रपद माह के व्रत त्योहार के बारे में।
भाद्रपद माह के व्रत त्योहार
- 20 अगस्त 2024 मंगलवार - भाद्रपद आरंभ
- 22 अगस्त 2024 गुरुवार - कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरंब संकष्टी चतुर्थी
- 24 अगस्त 2024 शनिवार- बलराम जयंती
- 25 अगस्त 2024 रविवार - भानु सप्तमी
- 26 अगस्त 2024 सोमवार- कृष्ण जन्माष्टमी
- 27 अगस्त 2024 मंगलवार- दही हांडी
- 29 अगस्त 2024 गुरुवार - अजा एकादशी
- 31 अगस्त 2024 शनिवार- प्रदोष व्रत
- 2 सितंबर 2024 सोमवार - पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या, अनवधान, भाद्रपद अमावस्या
- 6 सितंबर 2024 शुक्रवार- वराह जयंती, हरतालिका तीज
- 7 सितंबर 2024 शनिवार- गणेश चतुर्थी
- 8 सितंबर 2024 रविवार- ऋषि पंचमी
- 10 सितंबर 2024 मंगलवार- ललिता सप्तमी
- 11 सितंबर 2024 बुधवार- महालक्ष्मी व्रत आरंभ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
- 14 सितंबर 2024 शनिवार- परिवर्तिनी एकादशी
- 15 सितंबर 2024 रविवार- वामन जयंती, प्रदोष व्रत
- 16 सितंबर 2024 सोमवार-विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रांति
- 17 सितंबर 2024 मंगलवार - गणेश विसर्जन, अनंत चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध, अनवधान
- 18 सितंबर 2024 बुधवार - पितृ पक्ष प्रारंभ, आंशिक चंद्र ग्रहण, भाद्रपद पूर्णिमा