Battis Bangla Bhilai story: छत्तीसगढ़ की इस जगह पर रात में गलती से भी न जाएं! जानिए क्या है 32 बंगला की डरावनी कहानी

Battis Bangla Bhilai story: इस लेख में हम आपको बताएंगे जिसका नाम सुनते ही लोग अजीब–अजीब बातें करने लगते हैं,डरावनी कहानियों के लिए कुख्यात है जो बत्तीस बंगला के नाम से जानी जाती है.

Update: 2025-10-13 06:50 GMT

Battis Bangla Bhilai story: कैसा होगा यदि आप रात के समय अपनी गाड़ी से कहीं जा रहे हो और रास्ते में सफेद साड़ी पहने हुए एक अकेली खूबसूरत लड़की आपसे लिफ्ट मांगे, यह सुनने में ही कितना डरावना लगता है। ऐसा ही कुछ किस्सा छत्तीसगढ़ की इस जगह से जुड़ा हुआ है। यह छत्तीसगढ़ अपनी प्राकृतिक सुंदरता और आश्चर्य चकित करने वाले अनोखे जगह के लिए प्रसिद्ध है। प्रकृति का ऐसा वरदान छत्तीसगढ़ को प्राप्त है कि यहां हर प्रकार के धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल आपको देखने मिल जाएंगे।

इस लेख में हम आपको छत्तीसगढ़ की ऐसी डरावनी जगह के बारे में बताने वाले हैं जिसका नाम सुनते ही लोग अजीब–अजीब बातें करने लगते हैं और शाम होते ही इस इलाके में सन्नाटा पसर जाता है। यह एक ऐसी जगह है जो अपनी डरावनी कहानियों के लिए कुख्यात है जो बत्तीस बंगला के नाम से जानी जाती है। यह कोई साधारण लोगो के रहने वाली कॉलोनी नहीं, बल्कि एक रहस्यमयी स्थल है।

बत्तीस बंगला का इतिहास

32 बंगला का इतिहास ब्रिटिश काल से जुड़ा है, जब इसे 1950 के दशक में बनाया गया था। यह कॉलोनी भिलाई के गैरेज रोड के निकट, एक छोटे से पुल के आसपास स्थित है। इसका निर्माण ब्रिटिश अधिकारियों और उनके कर्मचारियों के लिए किया गया था, जो भिलाई स्टील प्लांट के शुरुआती दिनों में यहां कार्यरत थे। इन 32 छोटे-छोटे बंगलों को व्यवस्थित रूप से बनाया गया था और उस समय यह एक कॉलोनी थी। लेकिन आजादी के बाद 1990 में, यह जगह धीरे-धीरे खाली हो गई। जो अब खंडहर में तब्दील हो चुकी है।

32 बंगला की भयानक कहानियाँ

32 बंगले से जुड़ी, वैसे तो कई डरावनी कहानियां लोगों के बीच प्रचलित है परंतु जो प्रमुख रूप से बताई जाती है वह यह है कि यहां एक सेक्टर 9 में हॉस्पिटल बना हुआ है जहां एक लड़की ने आत्महत्या कर लिया था और उसी की आत्मा इन खंडहरों में भटकती है। रात के समय इस सड़क से गुजरने वाले लोग अक्सर एक सफेद साड़ी में लिपटी लड़की को देखने का दावा करते हैं। कुछ ड्राइवरों का कहना है कि यह लड़की सड़क पर लिफ्ट मांगती नजर आती है, लेकिन जैसे ही वह गाड़ी में बैठती है तो वह गायब हो जाती है। इस कहानी ने बत्तीस बंगला को और भी डरावना बना दिया है। ये कहानियाँ पीढ़ियों से चली आ रही हैं और स्थानीय लोग इन्हें इतनी गंभीरता से लेते हैं कि रात में इस रास्ते से गुजरने की सलाह नहीं देते।

अभी कैसा है बत्तीस बंगला

आज बत्तीस बंगला पूरी तरह से वीरान है। ये 32 बंगले अब खंडहरों में बदल चुके हैं जहाँ केवल टूटी दीवारें और जंगली घास बची है। यह जगह भिलाई के सेक्टर 2 के पास, रायपुर से NH-30 के रास्ते आसानी से पहुँचा जा सकता है लेकिन रात में यहाँ जाना जोखिम भरा माना जाता है। कुछ साहसी लोग दिन के समय यहाँ आते हैं, लेकिन रात में कोई भी इस जगह के पास नहीं भटकता।

डिस्क्लेमर: यह स्थानीय लोगों की द्वारा प्रचलित कहानी है, NPG.NEWS इसकी पुष्टि नही करता.

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