Gulab ke ped me konsa khad dalen: घर में लगे गुलाब के पौधे में नहीं आ रहे फूल, इन 4 तरीकों के उपयोग के बाद फूलों से लद जाएंगी डालियां

Gulab ke ped me konsa khad dalen: गुलाब का पौधा हर घर की शोभा बढ़ाता है। इसके साथ ही गुलाबो के रंग बिरंगे फूल और उसकी सुगंध लोगों को अपनी ओर आकर्षित जरूर करती है, लेकिन कई बार देखा जाता है कि गुलाब का पौधा तो हरा-भरा दिखता है लेकिन उसमें फूल आने बंद हो जाते हैं। यह समस्या मुख्य रूप से पौधे में पोषण की कमी के कारण होता है। जब पौधे को सही मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते, तो वह फूल देना बंद कर देता है। आइए जानते है इस समस्या का घरेलू उपाय।

Update: 2025-12-03 07:35 GMT

Gulab ke ped me konsa khad dalen: गुलाब का पौधा हर घर की शोभा बढ़ाता है। इसके साथ ही गुलाबो के रंग बिरंगे फूल और उसकी सुगंध लोगों को अपनी ओर आकर्षित जरूर करती है, लेकिन कई बार देखा जाता है कि गुलाब का पौधा तो हरा-भरा दिखता है लेकिन उसमें फूल आने बंद हो जाते हैं। यह समस्या मुख्य रूप से पौधे में पोषण की कमी के कारण होता है। जब पौधे को सही मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिलते, तो वह फूल देना बंद कर देता है। आइए जानते है इस समस्या का घरेलू उपाय।

गोबर खाद का उपयोग

गोबर की खाद को गुलाब के पौधों के लिए सबसे उत्तम ऑर्गेनिक कंपोस्ट माना जाता है। यह एक कंप्लीट खाद है जिसमें नाइट्रोजन और पोटैशियम जैसे सभी आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं। यदि आप अपने गुलाब के पौधे में भरपूर मात्रा में कलियां चाहते हैं तो गोबर की खाद अवश्य दें। जो गोबर की खाद आप इस्तेमाल करें वह कम से कम डेढ़ से दो साल पुरानी होनी चाहिए। गांव के इलाकों में यह आसानी से मिल जाती है। हफ्ते में दो से तीन बार गोबर की खाद गमले में डालें।

केले के छिलकों से तैयार खाद

हमारी रसोई में रोजाना ऐसे कई सामान फेंके जाते हैं जो गुलाब के पौधों के लिए बेहतरीन खाद बन सकते हैं। केले के छिलके पोटेशियम से भरपूर होते हैं जो गुलाब के पौधों के लिए अत्यंत लाभदायक होते हैं। पोटैशियम की कमी से पौधे में फूल नहीं आते और पत्तियां पीली पड़ने लगती हैं। ऐसे में चार से पांच सूखे केले के छिलके एक लीटर पानी में रात भर भिगोकर रख दें। अगले दिन इस पानी का उपयोग पौधों में करें। इसके नियमित उपयोग से कुछ ही दिनों में गुलाब के ताजे फूल आने लगते हैं।

अंडे के छिलको का उपयोग

अंडे के छिलके कैल्शियम के बेस्ट स्रोत होते हैं। कैल्शियम, पौधे की जड़ों को मजबूत बनाता है और फूलों के विकास में भी सहायक होता है। इसके लिए अंडे के छिलकों को अच्छी तरह धोकर सुखा लें और फिर इन्हें पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को गुलाब के पौधे की मिट्टी में मिला दें। यह पौधों के लिए एक प्राकृतिक खाद का काम करता है और फूलों की गुणवत्ता में सुधार करता है।

चाय की पत्ती से बना खाद

चाय की पत्ती से चाय बनाने के बाद इसका कोई काम नहीं है ऐसा हमे लगता है लेकिन गुलाब के पौधों के लिए यह एक रामबाण औषधि है। इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती में नाइट्रोजन की अच्छी मात्रा होती है जो पौधे को स्वस्थ रखने में मदद करती है। इसके लिए आप चाय की पत्ती को सीधे मिट्टी में मिला सकते हैं या फिर पानी में भिगोकर उस पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

Tags:    

Similar News