ATM से पैसे निकालना होगा महंगा: अब अधिक एटीएम ट्रांजेक्शन करने पर देना होगा इतने रुपये का चार्ज... यहां देखें क्या होंगे नए चार्ज
नईदिल्ली 3 दिसम्बर 2021। अगले माह से बैंक खाताधारकों को एटीएम से पैसा निकालने महंगा पड़ सकता है। दरअसल बैंक ग्राहकों को फ्री ATM ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर ज्यादा भुगतान करना पड़ेगा। आपको बता दें कि जून माह में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों को 1 जनवरी 2022 से मुफ्त मासिक अनुमेय सीमा से अधिक नकद और गैर-नकद एटीएम लेनदेन के लिए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी थी। ऐसे में 1 जनवरी 2022 से एटीएम से तय ट्रांसजेक्शन से ज्यादा बार लेनदेन करने अधिक चार्ज देना होगा। एक जनवरी से ग्राहकों को मुफ्त एटीएम ट्रांजेक्शन (ATM Transaction) की सीमा पार करने पर अधिक भुगतान देना होगा।
जून में आरबीआई ने घोषणा की थी कि देश के बैंकों को ग्राहकों के लिए मुफ्त मासिक सीमा से अधिक नकद और गैर-नकद एटीएम लेनदेन के लिए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दे दी गई है। दरों में बदलाव 1 जनवरी 2022 से लागू होगा।आरबीआई द्वारा जारी एक सर्कुलर में कहा गया था कि, 'बैंकों को ज्यादा इंटरचेंज फीस (Interchange Fee) और लागत बढ़ने की वजह से होने वाले नुकसान में थोड़ी राहत देने के लिए शुल्क बढ़ाने की अनुमति दी गई।' आरबीआई ने कहा कि बैंक मुफ्त सीमा के बाद एटीएम ट्रांजेक्शन पर लगने वाली फीस बढ़ा सकते हैं।
कितना बढ़ेगा चार्ज?
फिलहाल ग्राहकों के लिए बैंक के एटीएम से कैश और नॉन-कौश ट्रांजेक्शन करने पर एक महीने में 5 वित्तीय ट्रांजेक्शन मुफ्त हैं। इसके बाद हर वित्तीय ट्रांजेक्शन पर 20 रुपये चार्ज लगता है। लेकिन नए साल से यह चार्ज 21 रुपये होगा। अभी की तरह मेट्रो शहरों में किसी अन्य बैंक के एटीएम से तीन ट्रांजेक्शन और नॉन-मेट्रो शहरों में दूसरे बैंकों के एटीएम से 5 ट्रांजेक्शन मुफ्त मिलती रहेंगी।
एक्सिस बैंक ने की घोषणा
एक्सिस बैंक ने कहा कि, 'RBI के दिशानिर्देशों के अनुसार, एक्सिस बैंक या किसी दूसरे बैंकों के एटीएम में फ्री लिमिट से ज्यादा वित्तीय ट्रांजेक्शन फीस 21 रुपये होगी। साथ ही इस पर जीएसटी भी लगेगा। नई दरें 1 जनवरी 2022 से प्रभावी हैं।
इंटरचेंज शुल्क में भी हुई बढ़ोतरी
इसके अलावा, केंद्रीय बैंक ने बैंकों को वित्तीय लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन इंटरचेंज शुल्क (interchange fees) 15 रुपये से बढ़ाकर 17 रुपये और सभी केंद्रों में गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 5 रुपये से बढ़ाकर 6 रुपये करने की भी अनुमति दी थी। यह दर 1 अगस्त 2021 से ही प्रभावी हो गई थी।