राज्यसभा का समझें गणित: हरियाणा में आज रात विधायकों की एक बार और क्लास, स्पेशल पेन से होगी वोटिंग; अपनी पार्टी के एजेंट को दिखाना होगा वोट

राज्यसभा जाने के लिए पहले उम्मीदवार को 31 और दूसरे को 30 वोट की जरूरत। कांग्रेस के 31 विधायक, लेकिन 28 ही रायपुर पहुंचे थे। निर्दलीय उम्मीदवार के पास भाजपा व अन्य दल मिलाकर 27 वोट।

Update: 2022-06-09 14:33 GMT

NPG डेस्क, 09 जून 2022। राज्यसभा चुनाव के लिए 10 जून को वोटिंग होगी। इसके लिए हरियाणा के 28 विधायक शाम को चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। कल सुबह 9 बजे से 4 बजे के बीच मतदान होगा। इसके बाद 5 बजे से गिनती शुरू होगी। कुल 90 वोट ही गिनने हैं, इसलिए ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। हालांकि चुनाव आयोग को जानकारी देने के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे। इसके लिए मणिपुर के इलेक्शन कमिश्नर राजेश अग्रवाल और हरियाणा के सीईओ अनुराग अग्रवाल को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया गया है। चुनाव आयोग ने वह खास पेन भी भेज दिया है, जिससे वोट डाले जाएंगे। इसके अलावा किसी दूसरे पेन का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। यही नहीं, विधायकों को पहले अपनी पार्टी के एजेंट को वोट दिखाना होगा, अन्यथा एजेंट की आपत्ति पर वोट निरस्त माना जाएगा। विधायकों को मोबाइल फोन रखने की अनुमति नहीं होगी। आगे समझें वोटों का गणित...

निर्दलीय उम्मीदवार की मौजूदगी ने इस तरह खड़ी की मुश्किलें

हरियाणा की दो राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं। इसमें भाजपा से कृष्णलाल पंवार और कांग्रेस से अजय माकन उम्मीदवार हैं। पहले उम्मीदवार को 31 और दूसरे को 30 वोट चाहिए। सामान्य परिस्थितियों में एक-एक सीट भाजपा और कांग्रेस की होती, लेकिन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में कार्तिकेय शर्मा ने नामांकन जमा कर दिया। कार्तिकेय पूर्व मंत्री विनोद शर्मा के बेटे हैं। वहीं, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व कांग्रेसी नेता कुलदीप शर्मा के दामाद हैं। कुलदीप और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा दोस्त हैं। विनोद भी हुड्‌डा के करीबी रहे हैं, लेकिन कुलदीप बिश्नोई कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पद नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं। इसलिए वे पार्टी से दूरी बनाए हुए हैं।

निर्दलीय उम्मीदवार कार्तिकेय को जीत के लिए 30 वोट यानी तीस विधायक चाहिए। अभी भाजपा के 9 और जजपा के 10 विधायकों के अलावा 6 निर्दलीय व हलोपा के 1 विधायक मिलाकर 27 वोट हैं। इनेलो के अभय चौटाला और महम के निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने अभी अपने समर्थन की घोषणा नहीं की है। कांग्रेसी विधायक बिश्नोई पार्टी से नाराज चल रहे हैं। विधानसभा की 90 सीटों पर भाजपा के पास 40, जजपा के 10, कांग्रेस 31, इनेलो 1, हलोपा 1 और 7 निर्दलीय विधायक हैं।

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