CM इंटरव्यूः NPG से सीएम भूपेश बोले, किसान का बेटा हूं, किसान विपरीत परिस्थितियों में भी विचलित नहीं होता, लड़ना जानता है, पढ़िये मंत्रिमंडल की सर्जरी और 3 साल की उपलब्धियों पर उन्होंने क्या कहा...
संजय के. दीक्षित
रायपुर, 17 दिसंबर 2021। छत्तीसगढ़ के तीसरे मुख्यमंत्री के रूप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आज तीन बरस पूरे हो गए। तीन साल में से आधा से अधिक समय उनका कोरोना, लॉकडाउन और नगरीय निकाय तथा पंचायत चुनाव में निकल गए। फिर भी उन्हें कोई मलाल नहीं। छत्तीसगढ़ के सबसे तेज और विश्वसनीय न्यूज वेबसाइट एनपीजी न्यूज से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे जितना समय मिला, अच्छा करने का प्रयास किया। समाज के वंचित और अंतिम व्यक्ति तक सरकार की योजनाएं पहुंचाने की कोशिश की....अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीबों के बच्चों की मुस्कुराहट से बड़ी खुशी उनके लिए कुछ और नहीं।
मुख्यमंत्री से सवाल हुआ, तीन साल में तीन ऐसे काम जो आपको काफी सुकून देते हैं? उन्होंने कहा, काम बताने के लिए अनेक हैं, फिर भी किसानों के चेहरे की मुस्कान उन्हें काफी काफी तसल्ली देती है। किसान पहले बच्चों की परवरिश, शादी-ब्याह को लेकर काफी चिंतित रहता था, अब उनके चेहरे पर कोई शिकन नहीं। उन्हें अहसास है, कोई सरकार है, जो हमारे बारे में सोच रही है। छत्तीसगढ़ में किसानों की स्थिति और बेहतर होगी। धान का रेट चुनाव आते-आते तक 2650 से उपर पहुंच जाएगा। दूूसरा, लघु वनोपजों की कीमत बढ़ने से आदिवासियों की क्रय शक्ति बढ़ी है। उन्हें पट्टा का भी लाभ मिल रहा है। तीसरा, पहले धनाढय और हायर मीडिल क्लास के लोगो के बच्चे ही अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ पाते थे। अब गरीबों के बच्चे भी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल में पढ़़ रहे हैं....अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की मुस्कान से सुकून ही नहीं बल्कि मुझे काम करने के लिए असीम उर्जा मिलती है।
इस प्रश्न पर कि लोग बोलते हैं, मुख्यमंत्री काफी बोल्ड फैसले लेते हैं, फास्ट भी हैं, लेकिन, उस रफ्तार से जमीन पर उसका क्रियान्वयन नहीं हो रहा, उन्होंने कहा....देखिए, सुधार की गुुंजाइश सदैव बनी रहती है....योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए समय-समय पर समीक्षाएं होती रहती हैं। ये अनवरत प्रक्रिया है।
ऑनलाईन सिस्टम
करप्शन पर अंकुश लगाने के संदर्भ में उनसे पूछा गया कि आपने मकान का नक्शा पास करने नगरीय निकाय के सिस्टम को कंप्लीट ऑनलाइन करने का निर्देश दिया है, क्या इससे करप्शन पर अंकुश लगेगा, सीएम भूपेश ने कहा, उन्हें कुछ शिकायतें मिली थीं। इसके बाद निर्देश जारी किया गया। उन्होंने स्वीकार किया कि ऑनलाइन से चीजों में सिर्फ पारदर्शिता ही नहीं आती बल्कि करप्शन भी नियंत्रित होता है। उन्होंने बताया, ट्रांसपोर्ट में ऑनलाइन सिस्टम करने से फायदा ये हुआ कि लोगों के काम भी हो रहे और रेवन्यू भी बढ़ रहा है।
मंत्रिमंडल में सर्जरी
मुख्यमंत्री से सवाल हुआ, आपके कार्यकाल के तीन साल पूरे हो गए हैं, क्या मंत्रिमंडल में कुछ बदलाव की जरूरत महसूस नहीं कर रहे हैं...देखिये समय-समय पर बदलाव होते हैं। क्या केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल नहीं होते मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की गुंजाइश बनी रहती है। बेहतर रिजल्ट देने के लिए बदलाव किए जाते हैं। हाईकमान से हरी झंडी लेने के बाद ही मंत्रिमंडल में सर्जरी होगी। इस प्रश्न पर कि पारफारमेंस के आधार पर कितने मंत्रियों को आप 10 में 10 अंक देना चाहेंगे, उन्होंने कहा, हमारे अधिकांश मंत्री बहुत बढ़ियां काम कर रहे हैं। कुछ मंत्रियों के पारफारमेंस अगर ठीक नहीं भी होगा तो मैं आपको नहीं, हाईकमान को बताउंगा।
इसलिए धैर्य नहीं खोता
विपरीत परिस्थतियों में भी आप विचलित नहीं होते, डटे रहते हैं, इतना हौसला? मुख्यमंत्री मुस्कुराए...फिर बोले...किसान का बेटा हूं, किसान कभी विचलित नहीं होता। मौसम साथ दे तब भी और ना दे तब भी वो धैर्य नहीं खोता। फसल को बचाने हरसभव प्रयास करता है। वो परिस्थितियों से भागता नहीं बल्कि लड़ता है।
प्रशासनिक सर्जरी
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने संकेत दिए....फील्ड में कसावट लाने जल्द ही प्रशासनिक फेरबदल किए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री ने ये स्पष्ट तौर पर कहा, सरकार की कई महत्वाकांक्षी योजनाएं हैं। सरकार चाहती है कि आम आदमी को इसका लाभ मिले....सरकार की योजनाएं आम आदमी तक पहुंचे। धान खरीदी से लेकर राजस्व मामले, लॉ एंड आर्डर, चिटफंड निवेशकों को पैसा वापिस कराना, सरकार के ये प्रायरिटी के काम हैं। निश्चित तौर पर कुछ जगहों पर अच्छे काम हो रहे और रिजल्ट भी आ रहे हैं। मगर कुछ जगहों पर और बेहतर करने की दरकार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर, एसपी के पारफारमेंस का आंकलन करने निर्देश उन्होंने दिया है। इस प्रश्न पर कि पारफारमेंस रिपोर्ट के आधार पर क्या कलेक्टर-एसपी की लिस्ट बड़ी हो जाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि लिस्ट छोटी या बड़ी की बात नहीं है। पारफारमेंस किसी का अगर ठीक नहीं होगा तो उन्हें बदला जाएगा।
कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़
अगले दो साल में सरकार का क्या प्लान है...मुख्यमंत्री ने कहा कि जो योजनाएं प्रारंभ की गई है, उससे अंतिम व्यक्ति लाभान्वित हो, इसे और बेहतर करने का प्रयास किया जाएगा। छत्तीसगढ़ को कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ और मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ भी किया जाएगा। इस पर भी सरकार का फोकस रहेगा।
प्रधानमंत्री आवास पर विपक्ष के आरोपों पर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार बकाया पैसा दे नहीं रही। ऐसे में सरकार अपना राज्यांश कैसे दे। फिर भी हम पूरा प्रयास कर रहे कि गरीबों की आवास योजना जारी रहे।
अगले विधानसभा चुनाव में आप किस काम को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जाएंगे-इस सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम काम के आधार पर जनता के पास जाएंगे वोट मांगने।