Chhattisgarh Teacher Posting Scam: शिक्षक पोस्टिंग घोटाले में शिक्षक नेता भी संलिप्त! एक ने दलाल बनकर अकेले 132 पोस्टिंग संशोधन कराई, संशोधन निरस्त होने के और FIR के भय से सहमे शिक्षक नेता

Chhattisgarh Teacher Posting Scam: छत्‍तीसगढ़ में हुआ शिक्षक पोस्टिंग घोटला तुल पकड़ता जा रहा है। शिक्षकों के संगठन का एक बड़ा वर्ग पूरे मामले की जांच की मांग कर रहा है। वहीं, सीबीआई से जांच की भी मांग उठने लगी है।

Update: 2023-07-31 06:30 GMT

Chhattisgarh Teacher Posting Scam: रायपुर। खेत को बचाने के लिए किसान बाड़ लगाता है मगर बाड़ ही खेत खा जाए तो बेचारा किसान क्या करेगा। यही हाल इन दिनों प्रदेश में सहायक शिक्षक से शिक्षक प्रमोट हुए शिक्षकों का है। जिन नेताओं पर शिक्षकों ने भरोसा किया, वे ही उनके साथ दगाबाजी कर दिए। प्रमोशन के बाद पोस्टिंग संशोधन में शिक्षक नेताओं ने भी बहती गंगा में जमकर डूबकी लगाई। कमिश्नर की जांच में इस बात की जानकारी सामने आई है कि शिक्षक नेताओं ने भी बड़ी संख्या में ट्रांसफर संशोधन कराए। एक शिक्षक नेता ने जेडी आफिस के बाबू के साथ मिलकर अकेले 132 ट्रांसफर आदेश संशोधित करा लिए। महिलाओं और दिव्यांगों को दूसरे जिलों में भेज दिया गया। और डेढ़ से दो लाख रुपए लेकर शहर और शहर के आसपास के स्कूलों में पोस्टिंग दे दी गई।

महिलाएं अपने छोटे बच्चों को लेकर काउंसलिंग स्थल पर पहुंची और रोते हुए बाहर निकली। सैकड़ों लोगों ने पदोन्नति सिर्फ इसीलिए नहीं ली क्योंकि उन्हें कई सौ किलोमीटर दूर फेंका गया था और संशोधन कराने के लिए उनके पास पैसे नहीं थे। ऐसे समय में प्रमुख शिक्षक संगठन मुंह पर चुप्पी साधे बैठे रहे और उनके संगठन के ही शिक्षकों का शोषण होता रहा। इसके बाद कई बड़े शिक्षक नेता और उनके पदाधिकारी खुद एजेंट बनकर शिक्षकों का शोषण करते रहे और संशोधन के खेल में संलिप्त रहे। बिलासपुर में एक संगठन ने तो बकायदा पंडाल रूपी दुकान तक खोल लिया था और ऐसे दर्जनों शिक्षक हैं, जिन्होंने खुद नाम न छापने की शर्त पर यह बताया है कि इसी संगठन के पदाधिकारियों ने उनसे पैसे लिए हैं और कार्यालय के बाबू से संशोधित आदेश जारी कर उन तक पहुंचाया।

तरीके से पदस्थापना करने की मांग कर रहे हैं तो शिक्षक संघर्ष मोर्चा के नाम से बनाए गए संगठन की तरफ से पांच प्रांताध्यक्षों ने शिक्षा मंत्री से मिलकर एक मार्मिक ज्ञापन सौंपा है जिसमें पदोन्नति में हुए संशोधन को निरस्त न करने की मांग की है। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया है कि कई सहायक शिक्षकों को मिली हुई पदस्थापना में परेशानी होने के कारण संशोधन हेतु आवेदन प्रस्तुत किया गया। जिसमें उनकी समस्याओं पर विचार करने के उपरांत आवेदन उपयुक्त पाए जाने पर यथासंभव संशोधन आदेश जारी किया गया है। यह पत्र भेजते समय उन्हें यह भी ध्यान नहीं आया कि संशोधन का आवेदन कोई खुला पत्र जारी करके नहीं मंगाया गया था बल्कि कार्यालय के द्वारा चोरी छुपे किया गया है और अधिकांश शिक्षकों को इसकी जानकारी ही नहीं थी। यहां तक कि किसी शिक्षक संगठन ने भी यह प्रचारित नहीं किया कि जिन्हें समस्या हो वह अपना आवेदन जेडी कार्यालय को संशोधन के लिए प्रस्तुत करें ताकि उनका संशोधन हो सके पूरा खेल पैसे के दम पर हुआ है। जिसके तमाम दस्तावेज अधिकारियों को भी मिल चुके हैं इसके बावजूद संगठनों की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नहीं चाहते कि संशोधन निरस्त हो दरअसल पूरा मामला पैसे के लेनदेन से जुड़ा है। यदि सरकार पदोन्नति में हुए संशोधन बस को निरस्त कर देती है तो जिन शिक्षकों ने पैसा दिया, उनकी मुश्किलें बढ़ जाएंगी। प्रदेश के मान्यता प्राप्त संगठन तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने जहां पदोन्नति में हुए संशोधन को निरस्त करने की मांग रखी है वही पांच संगठनों के मोर्चा ने संशोधन को यथावत करने की मांग रखी है जो कि आश्चर्यचकित करने वाला विषय है।

Chhattisgarh Teacher Posting Scam: कल्‍याण संघ ने की सीबीआई जांच की मांग

प्रदेश शिक्षक सेवी कल्‍याण संघ ने इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। कल्‍याण संघ के प्रदेश अध्‍यक्ष चेतन बघेल ने इस मामले में बड़े स्‍तर पर भ्रष्‍टाचार का आरोप लगाया है। उन्‍होंने बताया कि संघ ने पहले ही आगाह किया था कि आदेश में किसी भी तरह से संशोध नहीं होना चाहिए, लेकिन हमारी बात सुनी नहीं गई। बघेल ने बताया कि इस मामले में की तरफ से 150 पन्‍ने की शिकायत जेडी से लेकर शिक्षा सचिव तक को सौंपी गई है। हम इस मामलें में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। उन्‍होंने बताया कि राज्‍य के पांचों संभाग में इस मामले में बड़े पैमाने पर भ्रष्‍टाचार हुआ है। रायपुर संभाग में सबसे ज्‍यादा हुआ है, यहां तो पद बढ़ाने में भी बडे पैमाने पर लेनदेन हुआ है।

तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने की नियम विरुध्‍द की गई पोस्टिंग निरस्‍त करने की मांग Chhattisgarh Teacher Posting Scam

तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ ने इस मामले में नियम विरुध्‍द की गई सभी पोस्टिंग को निरस्‍त करने की मांग की है। संघ के बिलासपुर जिलाध्‍यक्ष चंद्रशेखर पांडेय ने कहा कि कई जगह स्‍वीकृत पद की तुलना में ज्‍यादा शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी गई है। कुछ ऐसे भी आदेश हुए है जिसमें पहले से वहां शिक्षक हैं फिर भी वहां नए लोगों का ट्रांसफर कर दिया गया है। पांडेय ने कहा कि हम चाहते हैं कि ऐसे नियम विरुध्‍द पोस्टिंग को निरस्‍त किया जाए और जहां पद है वहां पोस्टिंग दी जाएगरी।


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