CG हर जिले में 75 तालाब: बारिश का पानी सहेजने के लिए हर जिले में बनाए जाएंगे 75 तालाब, यूजर ग्रुप को ही दी जाएगी रखरखाव की जिम्मेदारी
मनरेगा आयुक्त ने सभी कलेक्टरों को जारी किया सर्कुलर
रायपुर, 27 मई 2022। छत्तीसगढ़ के हर जिले में 75 तालाब बनाए जाएंगे। पहली बार इन तालाबों के रखरखाव की जिम्मेदारी उन लोगों को ही दी जाएगी, जो इसका इस्तेमाल करेंगे। इसके लिए यूजर ग्रुप का गठन किया जाएगा। इस संबंध में मनरेगा आयुक्त ने सभी कलेक्टरों को सर्कुलर जारी किया है।
बारिश का पानी सहेजने के लिए हर जिले में नए तालाब बनाए जाएंगे। यह तालाब एक एकड़ का होगा। जहां पर तालाब के लिए जगह नहीं मिलेगी, वहां पुराने तालाब का चौड़ीकरण व गहरीकरण किया जाएगा, जिससे 10 हजार क्यूबिक मीटर पानी जमा हो सके। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मनरेगा आयुक्त मोहम्मद कैसर अब्दुल हक ने सभी कलेक्टरों को नए तालाब बनाने का पुनरुद्धार के लिए तालाब का चयन करने के संबंध में सर्कुलर जारी किया है।
मनरेगा आयुक्त हक ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत मिशन अमृत सरोवर के तहत तालाबों के निर्माण का निर्णय लिया गया है। प्रत्येक अमृत सरोवर के लिए एक 'जल उपभोक्ता समूह' का गठन किया जाएगा। यह समूह तालाब के निर्माण की रूपरेखा बनाने से लेकर उसके पूरा होने और उसके उपयोग तक जुड़ा रहेगा।
जल उपभोक्ता समूह यानी यूजर्स ग्रुप की यह जिम्मेदारी होगी कि वह तालाब के किनारे पौधे लगाए। तालाब का रखरखाव करे। तालाब के जलग्रहण क्षेत्र से गाद हटाने की भी जिम्मेदारी होगी। सबसे अहम बात यह है कि तालाब निर्माण के दौरान जो लोग मदद करेंगे या श्रम, सामग्री व मशीन के रूप में दान करेंगे, उनके नाम का एक अलग सूचना पटल बनाया जाएगा, जिससे लोगों को उनके योगदान के बारे में पता चल सके।