Bilaspur News: एरियर्स भुगतान में साढ़े दस करोड़ की गड़बड़ी, पंचायत मद की राशि को शिक्षा विभाग के मद से किया जारी

Update: 2023-04-04 11:19 GMT

Shiksha Vibhag 

बिलासपुर। बिना पात्रता परीक्षण किए एरियर्स भुगतान के चलते एरियर्स भुगतान के लिए आबंटित राशि में दस करोड़ की गड़बड़ी सामने आई है। मद परिवर्तन करते हुए अपात्र को भुगतान करने की बात कही जा रही है। हालांकि शिक्षा विभाग के अधिकारियों समेत ट्रेजरी के अधिकारियों ने गड़बड़ियों से इनकार किया है।

शिक्षक एलबी के एरियर्स भुगतान के लिए राज्य कार्यालय से जिला पंचायत को साढ़े दस करोड़ की राशि जारी हुई थी। इस राशि को जिला पंचायत ने जिला शिक्षा विभाग को जारी कर दिया। जिला शिक्षा विभाग ने राशि को कोटा, तखतपुर, मस्तूरी, बिल्हा विकासखंडों को आवंटित कर दिया। जिला पंचायत ने इसमें साफ कहा था कि परीक्षण के बाद राशि जारी की जाएगी। परंतु ऐसा नहीं किया गया। साथ ही बीईओ द्वारा ही कर्मचारियों को गणना पत्रक जारी किया जाना था लेकिन यह भी नहीं किया गया। जिन अपात्र कर्मचारियों को भुगतान किया जाना था उनका भी गणना पत्रक बिल्हा बीईओ कार्यालय की बजाय बाहर कही से तैयार करवाया गया। खास बात यह है कि शपथ पत्र मे इसका उल्लेख भी किया गया है।

आरोप है कि इस तरह से एरियर्स भुगतान करके बिल्हा विकासखंड के शिक्षा अधिकारियों व ट्रेजरी अफसरों ने मिलीभगत कर साढ़े दस करोड़ की बड़ी रकम की गफलत की है। साथ ही यह भी गड़बड़ी पता चली है कि पंचायत मद की राशि को शिक्षा विभाग के मद से जारी करते हुए पात्रों को भुगतान करने के बजाए अपात्रों को भुगतान कर दिया। ट्रेजरी के अधिकारियों ने भी मद देखे बिना व भुगतान हेड की जानकारी लिए बिना ही अपात्रों को एरियर्स भुगतान के लिए मार्च माह के अंतिम सप्ताह में बिल बना कर पास भी कर दिया।

आनन- फानन में अंतिम दिन में किया गया भुगतान

24 मार्च को वित्तीय वर्ष के बिल लगाने का अंतिम तिथि थी। सभी शासकीय विभाग इस वित्तीय वर्ष में 24 मार्च तक ही बिल लगाते। बिल्हा बीईओ कार्यालय से बीईओ ने बिल लगाने के अंतिम दिन 24 मार्च को ट्रेजरी में 12 अपात्र कर्मियों का एरियर्स भुगतान के लिए बिल बना कर लगा दिया गया। जिसे ट्रेजरी अफसरों ने भी संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा तथा लोकल ऑडिट फंड से परीक्षण करवाये बिना ही 27 मार्च को भुगतान कर दिया गया। इसके लिए ट्रेजरी व शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने राज्य कार्यालय, ड़ीईओ कार्यालय, व जिला पंचायत से जारी हुए भुगतान हेड क्रमांक 3492 की भी अनदेखी कर दी।

इनको पात्र होने के बाद भी नही मिला लाभ

रजनी संजय देवांगन, हर्षवर्धन सिंह सेंगर, शाहिद हुसैन, सांत्वना शर्मा, ड़ी किरण को पात्रता के बाद भी राशि का भुगतान नही हुआ।

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