छत्तीसगढ़ में नाली घोटाला : टेंडर, वर्कआर्डर के बाद भुगतान भी कर दिया……इंस्पेक्शन के दौरान नाली मिली गायब….FIR के बाद अब राज्य सरकार ने लिया ये एक्शन

Update: 2021-08-11 04:53 GMT

रायपुर 11 अगस्त 2021। छत्तीसगढ़ में नाली घोटाला सामने आया है। इस मामले में शिकायत के बाद अब नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की गयी है। दरअसल ये मामला मुंगेली नगर पालिका परिषद का है, जहां नाली निर्माण के लिए टेंडर, वर्क आर्डर के बाद 13 लाख से ज्यादा भुगतान भी कर दिया गया, लेकिन नाली ही नहीं बनाया गया। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब राज्य सरकार ने भी कार्रवाई की है।

दरअसल मुंगेली नगर पालिका परिषद के परमहंस वार्ड में होरीलाल शर्मा के घर से गार्डन की बाउंड्रीवाल से स्टेडियम तक 300 मीटर नाली निर्माण किया जाना था, जिसके लिए 17 लाख रूपये की स्वीकृति दी गयी थी। इस दौरान निविदा आमंत्रित कर मेसर्स सोफिया कंस्ट्रक्शन एंड सप्लायर अकलतरा को कार्यादेश जारी कर 13 लाख 21 हजार 818 रूपये का भुगतान भी कर दिया गया।

लेकिन नाली निर्माण को लेकर फाइनल भुगतान के पहले इंस्पेक्शन के लिए टीम पहुंची तो वहां नाली ही नहीं बना था। मौके पर पुरानी वाली ही नाली बनी हुई थी। इस मामले में नगरीय प्रशासन विभाग ने अध्यक्ष संतूलाल सोनकर का वित्तीय शक्ति को समाप्त कर दिया गया, वो अब किसी भी तरह के वित्तीय आदेश को जारी नहीं कर पायेंगे।

इस मामले में नगर पालिका अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, तत्कालीन सीएमओ विकास पाटले, जोयस तिग्गा, सियाराम साहू, आंनद निषाद, सोफिया कंट्रक्शन के प्रोपाइटर ठेकेदार सहित 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज होने के बाद से ही सभी फरार चल रहे थे। इधर इस मामले में सभी ने अग्रिम जमानत की याचिका लगायी थी, लेकिन जिला कोर्ट ने सभी की याचिका खारिज कर दी। पहले हाईकोर्ट से भी जमानत याचिका इनकी खारिज हो चुकी है।

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