ना कुंडली दोष, ना कोई मन्नत...फिर भी भगवान से क्यों रचाई खुद की 'शादी'!, तस्वीरें हो रही जमकर वायरल...
NPG डेस्क I ना कोई कुंडली दोष, ना कोई मन्नत मांगी हुई थी ना ही कोई परम्परा, एक ऐसी शादी जिसमें बैंड बाजा बारात है, तमाम रीति रिवाज के सारी रश्में निभाई गई, लेकिन दूल्हा नजर नहीं आया. जी हां एक युवती ने भगवान से शादी करके सबको हैरान कर दिया है. इस शादी का फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं.
दरअसल, राजस्थान के जयपुर के गोविंदगढ़ के ग्राम नरसिंहपुरा में रहने वाली पूजा सिंह ने 8 दिसंबर को भगवान विष्णु की मूर्ति के साथ हिन्दू रीति-रिवाज से फेरे लेकर शादी की है. शादी की रस्मों के दौरान हल्दी लगाने से लेकर मेहंदी तक की रस्में निभाई गई. पूजा के घर में मंगल गीत गाए गए. यहीं नहीं सहेलियों ने पूजा को दुल्हन की तरह संवारा. 311 बारातियों के साथ आई बारात में धूमधाम से विष्णुजी का स्वागत हुआ. इस दौरान भगवान का श्रृंगार हर किसी का मनमोह रहा था.
हालांकि शादी में परंपरानुसार दूल्हन की मांग दूल्हा सिंदूर से भरता है, लेकिन यहां भगवान विष्णु जी की ओर से खुद पूजा ने अपनी मांग सिंदूर की बजाय चंदन से भरी और इसके बाद विदाई की रस्म अदा हुई.परिवार की ओर से कन्यादान के 11 हजार रुपए दिए गए. वहीं ठाकुर जी को एक सिंहासन और पोशाक भेंट की गई. 30 वर्षीय पूजा सिंह ने बताया कि उन्होंने शादी के बाद से ही भगवान विष्णुजी को ही अपना पति बना लिया है. अब उनके नाम का ही श्रृंगार करेंगी और उनके लिए ही साज-सज्जा करेंगी. अब आखिरी सांस तक उनकी भक्ति में लीन रहूंगी.
बता दे कि, इस विवाह से पहले पूजा ने तुलसी विवाह देखा था और उसी वक्त से उनके मन में श्रीकृष्ण के रुप 'ठाकुरजी' को लेकर आस्था बढ़ गई. इसके बाद गोविंद के दरबार में ठाकुरजी से ब्याह रचाने की की सोचकर पंडित से चर्चा की. इसके बाद परिवार वालों को मनाया लेकिन पिता प्रेम सिंह नाराज हो गए लेकिन मां ने हामी भरी तो सब कुछ मुमकिन हो गया.पूजा सिंह की इस अनोखी शादी में उसकी मां रतन कंवर ने कन्यादान किया. मां रतन कंवर ने बताया कि बड़े ही धूमधाम से शादी समारोह आयोजित हुआ, इस विवाह से वो बहुत ही खुश हैं, बेटी के इस फैसले का उन्होंने सम्मान किया है, शादी की रस्में बिल्कुल रीती-रिवाजो से निभाई गई, जिसमें करीब 2 लाख रूपये का खर्च भी आया है.