Raipur Suitcase Case: सूटकेस हत्याकांड खुलासा, मर्डर कर दो दिनों तक रखे थे लाश, बदबू छिपाने परफ्यूम छिड़कते थे...जानिए हत्या की पूरी कहानी
Raipur Suitcase Case:छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के इंद्रप्रस्थ काॅलौनी में मिली ट्रंक के अंदर सूटकेस में लाश की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में पति-पत्नी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। दंपति को पुलिस ने दिल्ली से और दो अन्य आरोपियों को रायपुर से पकड़ा है।
Raipur Suitcase Case: रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुये चर्चित सूटकेस हत्याकांड में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इसका खुलासा आज शाम एसएसपी लाल उमेंद सिंह ने किया हैं। एसएसपी ने बताया कि पति-पत्नी ने रूपयों के लालच में किशोर पैकरा की हत्या की थी। हत्या के बाद शव को दो दिनों तक इंद्रप्रस्थ के फ्लेट में रखे हुये थे। आरोपी बदबू छिपाने के लिए कमरे में परफ्यूम छिड़कते थे। लाश से जब तेज बदबू आने लगी तो उसे सूटकेस में डालकर उसके उपर से सीमेंट का प्लास्टर लगाकर ट्रंक में भर फेंक दिये थे।
जानिए क्या थी घटना
23 जून 2025 को थाना डीडी नगर क्षेत्र के इन्द्रप्रस्थ कालोनी के पीछे, डिपरापारा नाला के पास रोड किनारे एक लावारिश हालात में टिन की पेटी मिली थी, जिससे बदबू आ रही थी। इस सूचना पर एण्टी क्राईम एण्ड साईबर व पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर टिन की पेटी को खोले तो उसके अंदर रखा लाल रंग का सूटकेश मिला। सूटकेस को खोलने पर उसमे से एक शव मिला, लाश के उपर सीमेंट डला हुआ था। साथ ही मृतक के दोनो पैर बंधे हुए थे। थाना डी.डी.नगर में मर्ग कायम कर जांच शुरू की गई।
आरोपियों की धड़-पकड़ के लिए पुलिस की 5 अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल का बारिकी से निरीक्षण और आसपास लगे सीसीटीव्ही कैमरों को खंगाला गया। इसी दौरान अज्ञात आरोपी की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों को मुखबीर से जानकारी मिली कि इन्द्रप्रस्थ कालोनी के डी ब्लॉक से एक अल्टो वाहन में 3 पुरूष एवं 1 महिला अपने अल्टो कार में एक पेटी को रखकर ले गये थे।
गाड़ी मालिक और ट्रंक विक्रेता तक पहुंची पुलिस
गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर पुलिस वाहन स्वामी के पास पहुंची और उससे पूछताछ की गई। पुलिस को उसने बताया कि वाहन को 1 माह पहले ही अंकित उपाध्याय को बेच दिया था। दूसरी टीम द्वारा घटना स्थल पर मिले टिन की पेटी के संबंध में जानकारी जुटाते हुए गोलबाजार पेटी लाईन स्थित शब्बीर स्टील ट्रंक फैक्ट्री के प्रोपराईटर हब्बू भाई के पास पहुंची। पूछताछ में पेटीवाले ने 22 जून को महिला और युवक को पेटी बेचने की बात बताई।
इधर, सायबर सेल की टीम ने पेटी खरीदने वाली महिला के ऑन लाईन भुगतान के आधार पर खाता धारक शिवानी शर्मा की जानकारी जुटाई। टिन की पेटी को जिस आटो चालक द्वारा बताये स्थान पर छोड़ा गया था उस आटो चालक की खोज कर पूछताछ की गई। ऑटो चालक ने बताया कि टिन की पेटी को इन्द्रप्रस्थ कालोनी डी.डी.नगर के रूम नंबर डी/321 में छोड़ा था।
टीम के सदस्यों ने रूम नंबर डी/321 के मकान मालिक छोटे खान निवासी करबलापारा आजाद चौक के पास पहुंची। मकान मालिक ने पुलिस को बताया कि रूम को एक सप्ताह पूर्व ही अंकित उपाध्याय एवं शिवानी शर्मा को किराये पर दिया था। पूछताछ होने पर पता चला कि आरोपी अंकित उपाध्याय एवं शिवानी शर्मा रिश्ते में पति-पत्नि है और घटना को अंजाम देने के बाद से दिल्ली फरार हो गये है।
पति-पत्नी हो गए थे दिल्ली फरार
दंपति 23 जून की रात लगभग 9ः40 बजे दिल्ली की फ्लाईट से फरार हो गये थे। रायपुर पुलिस ने तत्काल इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट नई दिल्ली के प्रभारी अधिकारी सहित मुख्य सुरक्षा अधिकारी आईजीआई एयरपोर्ट नई दिल्ली को आरोपियों के संबंध में जानकारी दी गई और आरोपियों को अभिरक्षा में लेने को कहा गया। हवाई जहाज के दिल्ली एयरपोर्ट में लैण्ड करते ही एयरपोर्ट में लगे सुरक्षा अधिकारियों द्वारा दोनों आरोपियों को अपने अभिरक्षा में ले लिया गया। रायपुर क्राईम ब्रांच की एक टीम तत्काल दिल्ली रवाना किया गया।
मकान के पैसो के लिए वकील ने की हत्या
दिल्ली पहुंचकर आरोपियों को पकड़ा गया और उनसे पूछताछ की गई। आरोपी अंकित उपाध्याय ने बताया कि वह पेशे से वकील होने के साथ ही जमीन, मकान खरीदी-बिक्री का काम करता है। साथ ही बताया कि मृतक किशोर उसका क्लाइंट था। किशोर पैकरा के पास आजाद चौक स्थित मकान था, जिसे चंद्रप्रकाश कुर्रे निवासी बेलटुकरी खरोरा को वर्ष 2015-16 में 50 लाख रूपये में बेच दिया था। किंतु किशोर पैकरा द्वारा क्रेता को मकान का कब्जा न देकर न्यायालय में क्रेता के विरूद्ध आवेदन पत्र दिया था। इस बात की जानकारी मृतक किशोर पैकरा द्वारा आरोपी अंकित उपाध्याय को दी गई। आरोपी अंकित उपाध्याय द्वारा किशोर पैकरा को कहा गया कि वह हाईकोर्ट से उसके मकान को वापस दिला देगा और इसके एवज में आरोपी अंकित उपाध्याय अलग-अलग किस्तों में पैसा लेता था।
मृतक किशोर पैकरा के बजरंग नगर के मकान को 30 लाख रूपये में अंकित ने बेच दिया था। बिक्री रकम को आरोपी अंकित उपाध्याय मृतक किशोर पैकरा को न देकर अपने निजी कार्य में उपयोग कर लिया था। किशोर पैकरा अपने पैसा को बार-बार आरोपी अंकित उपाध्याय से मांगता था। अंकित उपाध्याय मृतक किशोर पैकरा को अपने झांसे में लेकर बोला कि मैं तुम्हारा देखभाल करूंगा और रोज खाना खिलाउंगा, फिर भी मृतक द्वारा हर दिन अंकित को पैसे वापस करने का दबाव बना रहा था। आरोपी परेशान होकर अपनी पत्नि शिवानी शर्मा को बताया और दोनों किशोर पैकरा की हत्या करने की योजना बनाये।
हत्या के लिए बनवाया फर्जी आधार कार्ड
योजना के तहत आरोपी अंकित उपाध्याय ने स्वयं डिजाईन कर अपना फर्जी आधार कार्ड बनाया जिसमें अपना पता कोरबा का बताया। इसी फर्जी आधार कार्ड के आधार पर उसने धमतरी के बलियारा ग्राम निवासी एक व्यक्ति से पुरानी अल्टो कार क्रमांक सीजी 04 बी 7744 को 60,000 रूपये में खरीदी। इसके बाद किशोर पैकरा की हत्या करने के लिये किराये का मकान इन्द्रप्रस्थ कालोनी में 19 जून को लिया। 21 जून की सुबह अंकित उपाध्याय अपने घर सत्यम विहार रायपुरा से अल्टो कार में किशोर पैकरा के घर हाण्डीपारा पहुंचा और झूठ बोला कि तुम्हारे घर की सफाई करानी है। तुम मेरे किराये के मकान इन्द्रप्रस्थ कालोनी में रहना कहकर उसे अपने साथ ले गया। थोड़ी देर बाद उसकी पत्नि शिवानी शर्मा भी वहां दोपहिया वाहन से पहुंची। योजना के अनुसार सुबह करीबन 10 बजे आरोपी अंकित उपाध्याय पैकरा की छाती में बैठकर उसका गला दबाया तथा उसकी पत्नि मृतक के पैर को पकड़ी थी। इसी दौरान अंकित उपाध्याय अपने पास रखें चाकू से मृतक के गले में वार कर उसकी हत्या कर दिये।
शव को ठिकाने लगाने ख़रीदे ट्रंक
शव को रूम में छोडकर दोनों अपने घर सत्यम विहार कालोनी चले गये। शाम को दोनों फिर इन्द्रप्रस्थ कालोनी के उसी रूम में गये और किशोर पैकरा के शव से निकले खून को टॉवेल से पोंछ दिये और उसके शव को लाल रंग के ट्राली बैग में डालकर परफ्यूम स्प्रे किये। रूम बंद कर अपने घर चले गये। रात में दोनों गोलबाजार पेटी लाईन जाकर एक दुकान से एक टिन पेटी ख़रीदे। अगले दिन 22 जून की सुबह 09ः30 बजे दोनों रूम में जाकर हत्या में प्रयोग किये चाकू एवं खून लगे टॉवेल को प्लास्टिक बोरी में भरकर भाठागांव के पास नाला में फेंक दिये, फिर दोनों दोपहर में आर्डर किये गये पेटी को लेने गोलबाजार पेटी लाईन गये।दुकान से टिन की पेटी खरीदकर ऑन लाईन पेमेंट किये और पेटी को आटो में रखवाकर इन्द्रप्रस्थ के रूम में ले गये।
शव उठाने के लिए परिचितों की मदद
शव से लगातार बदबू आने से दोनों एक हार्डवेयर दुकान से सीमेंट खरीदकर रूम आये और सीमेंट को शव के उपर डालकर सूटकेस को पेटी में डाल दिए। इसके बाद दोनों अपने घर आ गये। 23 जून की सुबह करीबन 8 बजे दोनों पति-पत्नि इन्द्रप्रस्थ कालोनी के रूम गये फिर शव से भरे पेटी को उठाने की कोशिश करने पर वजन अधिक होने से नहीं उठा पाये।
दोनों ने मदद के लिए अपने परिचित सूर्यकांत यदु और विनय यदु को बुलाये। दोनों को घटना की जानकारी दिए। इसके बाद चारों मिलकर 2 अलग-अलग दोपहिया वाहन में इन्द्रप्रस्थ कालोनी के रूम में सुबह 9ः35 बजे गये और चेहरे को स्कार्फ से ढ़क शव पेटी को लिफ्ट के माध्यम से नीचे लाये। शिवानी शर्मा सीढ़ी से नीचे आयी फिर चारों मिलकर पेटी को अल्टो कार की डिक्की में रखें और शव को सुनसान जगह पर छोड़कर चले गये। अंकित उपाध्याय और विनय यदु ऑल्टो कार को कुशालपुर पुरानी बस्ती के गैरेज में डेन्टिंग-पेन्टिंग के लिए छोड़ दिये थे। घटना के बाद सूर्यकांत यदु ज्वॉय इलेक्ट्रिक वाहन को लेकर सत्यम विहार चले गया। इधर, दोनों पति-पत्नि घटना को अंजाम देने के बाद रात की फ्लाईट से दिल्ली फरार हो गये थे।
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से घटना में प्रयुक्त अल्टो कार क्रमांक सी जी 04 बी 7744, दोपहिया ईथर वाहन क्रमांक सी जी 04 एन वाय 0639 तथा इलेक्ट्रिक ज्वॉय दोपहिया वाहन तथा 5 नग मोबाइल फोन को जब्त कर 255/25 धारा 103(1), 238क, 61(2), 3(5) बी.एन.एस. का अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई की गई।
गिरफ्तार आरोपी
01. अंकित उपाध्याय पिता रमानिकेत उपाध्याय उम्र 31 साल निवासी मनजीत ग्रीन सिटी के पास सत्यम विहार कालोनी मकान नंबर 383 गली नंबर 04 रायपुरा थाना डी.डी.नगर रायपुर।
02. शिवानी शर्मा पति अंकित उपाध्याय उम्र 24 साल निवासी मनजीत ग्रीन सिटी के पास सत्यम विहार कालोनी मकान नंबर 383 गली नंबर 04 रायपुरा थाना डी.डी.नगर रायपुर।
03. विनय यदु पिता संतराम यदु उम्र 23 साल निवासी जनजागृति चौक शिव शक्ति किराना स्टोर के पास यादवपारा रायपुरा थाना डी.डी.नगर रायपुर।
04. सूर्यकांत यदु पिता प्रेमनाथ यदु उम्र 21 साल निवासी कन्या छात्रावास के सामने विसर्जन कुण्ड के पास महादेव घाट रायपुरा थाना डी.डी.नगर रायपुर।
घटना स्थल में फारेंसिक टीम से डॉ. भास्कर बनर्जी, अंगेश कुमार मौर्य, अनंत राम सिदार एवं भरत कुमार छापटे तथा फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट उप पुलिस अधीक्षक श्री अजय साहू द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण एवं साक्ष्य संकलन किया गया।