Hasth Rekha Shastra: हाथ की रेखाओं से जानेंगे भाग्य में है विदेश जाना या नहीं, जानिए कैसे देखें?
रायपुर I आज के समय ज्यादातर लोग विदेश में रहना और जाना पसंद करते हैं। अधिकतर लोगों की चाहत होती है कि हम विदेश जायें। इसके लिए हमारी हाथ पर बनी रेखा साफतौर पर बताती है। कि विदेश जाएंगे या नहीं । इसके लिए विदेश यात्रा का योग हाथ के जीवन और भाग्य रेखा से जानने की कोशिश किया जाता है।
विदेश यात्रा को लेकर हर कोई एक्साइटेड रहता है। लेकिन सब के भाग्य में विदेश यात्रा हो ये जरूरी नहीं है। ज्यादातर लोग ये जानने के लिए ज्योतिष का सहारा लेते है। हथेली की रेखाएं बताती है कि आपके हाथ में विदेश जाने का योग है कि नहीं।
विदेश यात्रा की रेखा
यदि हथेली में जीवन रेखा और भाग्य रेखा को पार करती हुई को रेखा हो तो इससे जातक विदेश यात्रा करता है। इसके अलावा चंद्र पर्वत के पास उभरने वाली आड़ी-तिरछी रेखाओं से भी विदेश यात्रा के योग बनते हैं। माना जाता है कि यात्रा रेखा जितनी स्पष्ट और गहरी होती है जातक को यात्रा करने का उतना ही शौक होता है। हस्तरेखा ज्योतिष में चन्द्रमा को मन का कारक मानते हैं। कहा जाता है कि अगर हथेली में चन्द्रमा सही नहीं है तो व्यक्ति का मन किसी भी काम में नहीं लगता है और जल्दी ऊब जाता है।
धर्मानुसार हथेली में विदेश यात्रा का योग देखने के लिए चन्द्र पर्वत देखा जाता हैं। चन्द्र पर्वत पर त्रिभुज होना इस बात का संकेत है कि आप विदेश यात्रा करेंगे।
कहा जाता है कि अगर कोई रेखा जीवन रेखा से निकलकर भाग्य रेखा को काटते हुए चन्द्र पर्वत पर जाए तो ऐसा व्यक्ति विदेश यात्रा करता है। ये जितनी स्पष्ट और गहरी होती है उतना ही व्यक्ति को विदेश में रहने का मौका मिलता है।
विदेश यात्रा कब
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार छोटी उंगली के नीचे से बुध पर्वत के पास से कोई रेखा निकलकर अनामिका उंगली के नीचे तक आए तो ऐसा व्यक्ति भी विदेश यात्रा करता है।
अगर जातक की हथेली पर चंद्र पर्वत उभरा हुआ है तो उसे विदेश जाने का पूरा मौका मिलेगा।
अंगूठे के नीचे शुक्र पर्वत होता है अगर उसके विपरीत हथेली के अंतिम भाग पर चंद्र पर्वत है तो विदेश यात्रा का शुभ अवसर मिलता है।
विदेश यात्रा और नौकरी का योग
हस्तरेखा के अनुसार यदि किसी व्यक्ति के हाथ में मणिबंध को पार करती हुई कोई रेखा मंगल पर्वत की ओर जाती है इससे जातक के लिए समुद्री विदेश यात्रा के योग बनते हैं।
अगर हथेली में कोई रेखा चंद्र पर्वत से निकलकर शनि पर्वत तक जाती हो तो ऐसा व्यक्ति विदेश में जाकर पैसे कमाता है।
यदि किसी के हाथ में यात्रा रेखा जीवन रेखा से भी अधिक मोटी और गहरी हो तो ऐसा व्यक्ति किसी दूसरे देश में जाकर बस सकता है। उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाता है। बाहर के देशों में जातक को सम्मान मिलता है।
विदेश यात्रा के संकेत
यदि कोई रेखा शुक्र क्षेत्र से कोई रेखा धनुष का चिह्न चंद्र पर्वत पर जाये और मध्यमा उंगली के नाख़ून पर अर्ध चंद्र बना हो तो जातक पानी के जहाज से विदेश यात्रा करता है ।
यदि कोई दो या ज्यादा रेखाये चंद्र पर्वत से ऊपर जा रही हो तो जातक निश्चित ही विदेश यात्रा करता है । यदि मणिबंद से कोई रेखा निकल कर चंद्र पर्वत पर चढ़ जाये तो जातक विदेश यात्रा करता है ।
यदि कोई रेखा निकल कर चंद्र पर्वत से गुरु पर्वत यानि तर्जनी ऊँगली पर जाकर रुक जाए तो जातक विदेश यात्रा करता है । यदि चंद्र पर्वत पर मछली का चिन्ह हो तो जातक विदेश यात्रा करता है ।
विदेश यात्रा में रोड़ा
यदि जातक के हाथ में यात्रा रेखा पर क्रॉस का निशान हो तो जातक को यात्रा के समय कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है ।
यदि विदेश यात्रा रेखा पर काला धब्बा हो तो जातक को यात्रा में समस्या का सामना करना पड़ता है ।
अगर चन्द्र पर्वत पर क्रॉस का निशान हो तो जातक को पानी की यात्रा से परहेज़ करना चाहिए और जातक का विदेश यात्रा का सपना अधूरा रह सकता है।