Bilaspur Guru Ghasidas Vishwavidyalaya: सीयू के कुलपति प्रो. चक्रवाल बने एशियाई अध्ययन संस्थान कोलकाता के सदस्य...
Bilaspur Guru Ghasidas Vishwavidyalaya : बिलासपुर। बिलासपुर गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केन्द्रीय विश्वविद्यालय) के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सुप्रसिद्ध मौलाना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन संस्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल की सोसायटी का सदस्य बनाया गया है।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन संस्थान (एमएकेएआईएएस) की सोसायटी का सदस्य बनाया जाना सम्मान की बात है। उन्होंने भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय दक्षिण-मध्य व पश्चिम एशिया के देशों के साथ उच्च शिक्षा में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में नई दिल्ली में आयोजित अखिल भारतीय शिक्षा समागम में केन्द्रीय विश्वविद्यालय और कजाकिस्तान नेशनल विश्वविद्यालय ने शोध, अनुसंधान एवं नवाचार के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए धर्मेंद्र प्रधान केन्द्रीय शिक्षा मंत्री, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार की उपस्थिति में हस्ताक्षर कर समझौता ज्ञापन का आदान प्रदान किया।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने कहा कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में निहित व्यक्ति के समग्र विकास के लिए कौशल विकास एवं मूल्यपरक शिक्षा के साथ ही उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण को सुदृढ़ करने के लिए सतत् प्रयासरत है। इसके लिए विश्वविद्यालय द्वारा समय-समय पर उच्च गुणवत्ता वाले विदेशी उच्च शिक्षण संस्थानों के साथ शोध, शिक्षण सहयोग एवं संकाय छात्र आदान-प्रदान की सुविधा के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर कर रहा है।
मौलाना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन संस्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल का एक सामाजिक शोध संस्थान है। यह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त निकाय संस्था है। जो मौलाना अबुल कलाम आजाद के जीवन और कार्यों के साथ ही भारत के विशेष संदर्भ में उन्नीसवीं शताब्दी के मध्य के पश्चात एशिया में सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और राजनीतिक व प्रशासनिक जुड़ावों पर बल देता है।
दिनांक 09 अगस्त, 2023 को डॉ. स्वरूप दास घोष निदेशक मौलाना अबुल कलाम आजाद एशियाई अध्ययन संस्थान कोलकाता पश्चिम बंगाल ने पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी साझा की। उल्लेखनीय है कि यह सदस्यता महान शिक्षक रसायनविद् आचार्य प्रफुल्ल चंद्र राय की जयंती 02 अगस्त, 2023 से प्रभावी होगी। सोसायटी के सदस्यों का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा।