Swine Flu Virus Bilaspur: स्वाइन फ्लू से महिला की मौत, 8 फरवरी से अस्पताल में थी भर्ती...जाने लक्षण...

Swine Flu Virus Bilaspur: 65 वर्षीया बुजुर्ग महिला स्वाइन फ्लू के चलते अस्पताल में भर्ती थी। इलाज के दौरान कल मंगलवार को उनकी मौत हो गई।

Update: 2024-02-14 11:57 GMT

Swine Flu Virus Bilaspur बिलासपुर। न्यायधानी बिलासपुर में स्वाइन फ्लू से एक महिला की मौत हो गई। 65 वर्षीया बुजुर्ग महिला स्वाइन फ्लू के चलते अस्पताल में भर्ती थी। इलाज के दौरान कल मंगलवार को उनकी मौत हो गई। मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।

स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोनी के रिवर व्यू कॉलोनी में 65 वर्षीया बुजुर्ग महिला की तबियत खराब थी। शुरुआती तौर पर तो पहले सर्दी खासी हुआ। प्रारंभिक उपचार में राहत नहीं मिलने पर महिला को 8 फरवरी को अपोलो अस्पताल में भर्ती करवाया गया। यहां इलाज के बाद भी राहत न मिलने पर डॉक्टरों ने 11 फरवरी को लक्षणों के आधार पर स्वाइन फ्लू की आशंका जताई। स्वाइन फ्लू टेस्ट होने पर स्वाइन फ्लू वायरस की पुष्टि हुई। जिसके बाद स्वाइन फ्लू का इलाज शुरू हुआ। पर दो दिनों के इलाज के बाद कल मंगलवार को अपोलो अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

महिला की मौत के बाद सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। महिला के परिवार वालों व उनके संपर्क में रहने वाले लोगों के सैंपल लेकर स्वास्थ्य महकमा जांच में जुटा है। स्वास्थ्य विभाग लक्षणों की पहचान कर जांच का दावा कर रही है। वही शहर में एक कोरोना का मरीज भी मिला है। स्वास्थ्य विभाग लगातार टेस्टिंग और ट्रेसिंग कर मरीजों के चिन्हांकन की बात कह रहा है।

क्या है स्वाइन फ्लू

स्वाइन फ्लू सुअर से इंसान में आया है। स्वाइन फ्लू एक तीव्र श्वसन रोग है जो H1N1 वायरल संक्रमण के कारण होता है। यह 2009 में एक घरेलू शब्द बन गया जब पहली बार यह पता चला कि यह मनुष्यों में संक्रमण का कारण बनता है। अगस्त 2010 में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने स्वाइन फ्लू को एक महामारी घोषित किया क्योंकि यह दुनिया भर में बड़े भौगोलिक क्षेत्रों में एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है।

क्या हैं लक्षण

शरीर दर्द,सिरदर्द,ठंड लगना,खांसी,दस्त,थकान,बुखार

मतली और उल्टी

नाक भरी हुई या बहती हुई

गले में खरास।

कैसे फैलता हैं

एक वायरस स्वाइन फ्लू (H1N1) का कारण बनता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। जब कोई व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो बूंदें हवा में चली जाती हैं। जब आप सांस के माध्यम से वायरस अंदर लेते हैं, तो आपको यह संक्रमण हो सकता है। इसके अलावा जब आप किसी दूषित सतह को छूते हैं और फिर अपने मुंह, नाक या आँखों को छूते हैं, तो भी आपको संक्रमण हो सकता है।. गंभीर होने पर सांस लेने में कठिनाई, नहीं आरएसएसनिमोनिया, ऑक्सीजन में कमी, छाती में दर्द, लगातार चक्कर आना, बहुत अधिक कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द आदि लक्षण सामने आ सकते हैं.

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