Minister Gajendra Yadav: DEO को नोटिस, रिव्यू मीटिंग में स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव की दो टूक...DEO, BEO ऑफिस में सालों से जमे बाबुओं को तुरंत हटाएं, पेंशन पर ये कहा...
Minister Gajendra Yadav: छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने विभाग की समीक्षा बैठक प्रारंभ हो गई है। मंत्रालय में चल रही इस बैठक में हिस्सा लेने प्रदेश भर के जिला शिक्षा अधिकारी पहुंचे हैं। गजेंद्र यादव ने मीटिंग में कई अधिकारियों को झाड़ लगाई। कामकाज में लापरवाही बरतने वाले एक जिला शिक्षा अधिकारी को तुरंत शो-काज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
Minister Gajendra Yadav: रायपुर। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव एक्शन मोड में हैं। गुजरात की शिक्षा व्यवस्था का मुआयना कर लौटने के बाद आज वे मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग की अहम समीक्षा बैठक ले रहे हैं। उनके स्कूल शिक्षा मंत्री बनने के बाद पहली बार जिला शिक्षा अधिकारियों को भी इस मीटिंग में बुलाया गया है। इससे पहले पदभार ग्रहण के दिन उन्होंने पांचों संभागों के जेडी की बैठक ली थी।
पता चला है, बैठक में गजेंद्र यादव टू द प्वाइंट बात कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासनिक कार्यो में लापरवाही को देखते मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के जिला शिक्षा अधिकारी को शो-काज नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। उन्होंने लंबे समय से एक ही जगह जमे डीईओ और बीईओ ऑफिसों के बाबुओं को तुरंत हटाने और सेक्शन बदलने का आदेश दिया। मीटिंग में उन्होंने जब बाबुओं के बारे में पूछा कि कौन बाबू कितने दिन से कार्यरत है, तो डीईओ और बीईओ लगे बगले झांकने। इस पर मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा, तुरंत उन्हें हटाएं या उनका सेक्शन बदला जाए। असल में, मंत्री को फीडबैक मिला है कि स्कूल शिक्षा विभाग में करप्शन के लिए बहुत कुछ सालों से बीईओ, डीईओ और जेडी ऑफिस में जमे अधिकांश बाबू जिम्मेदार हैं। सहायक शिक्षकों के शिक्षक प्रमोशन के बाद नियम विरूद्ध ट्रांसफर में बाबुओं की भूमिका अहम रही। इस चक्कर में चार-चार ज्वाइंट डायरेक्टर निबट गए।
पेंशन के लिए निर्देश
स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को जानकारी मिली कि लालफीताशाही की वजह से शिक्षकों को रिटायरमेंट के बाद पेंशन, ग्रेज्यूटी के लिए भटकना पड़ता है। मीटिंग में उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले शिक्षकों का छह महीने पहले से कागजी कार्यवाही शुरू कर दिया जाए। अब किसी शिक्षक को पेंशन के लिए भटकना नहीं चाहिए, इस तरह की शिकायत मिली तो इसके लिए बीईओ, डीईओ और जेडी जिम्मेदार होंगे।
ये है मीटिंग का एजेंडा
बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा एवं विभिन्न योजनाओं की प्रगति पर चर्चा की जाएगी। बैठक में भवन विहीन एवं डिस्मेन्टल योग्य शालाओं की स्थिति, लघु मरम्मत कार्य, शौचालयों की मरम्मत, निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, गणवेश एवं सायकल वितरण, लंबित पेंशन और वेतन निर्धारण, सेवानिवृत्त एवं मृतक कर्मचारियों को हितलाभ भुगतान, न्यायालयीन प्रकरण की अद्यतन स्थिति पर चर्चा की जाएगी। इसी प्रकार छात्रवृत्ति योजनाएं, मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता कार्यक्रम, रजत जयंती कार्यक्रम तथा सेजेस भर्ती की अद्यतन स्थिति पर विशेष रूप से विचार-विमर्श किया जाएगा।
इसके साथ ही स्थापना, वित्त, लेखा शाखा में लंबे समय से पदस्थ क्लेरिकल स्टाफ की जानकारी, आगामी 03 वर्षों की कार्ययोजना, पी.एम. ई-विद्या चौनल एवं दीक्षा पोर्टल के प्रचार-प्रसार, नवीन डाइट सूरजपुर एवं गरियाबंद में पदस्थापना की कार्यवाही तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत किये जा रहे कार्यों की सतत मॉनिटरिंग जैसे विषय भी एजेंडा में शामिल हैं।
बैठक में लोक शिक्षण संचालनालय, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के वरिष्ठ अधिकारी,सभी संभागीय संयुक्त संचालक ,समस्त जिला शिक्षा अधिकारी एवं समस्त जिला मिशन समन्वयक सहित शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। विभागीय कार्यों की समीक्षा के साथ ही आगामी वर्षों के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने पर विशेष जोर रहेगा।