Kanker News: 500 लोगों ने दामाद के घर डाला डेरा: मुर्गा-बकरा भात खिलाने की डिमांड, 2 लाख रुपए का सामान भी दिलाने की मांग, पूरा मामला जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान
500 Logo Ne Damad Ke Ghar Dala Dera: कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां लगभग 500 लोगों ने अपने दामाद के घर में डेरा जमा लिया है और परंपरा अनुसार मुर्गा-बकरा भात खिलाने और 2 लाख रुपए का सामान देने की मांग पर अड़ गए हैं। इधर पुलिस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
500 Logo Ne Damad Ke Ghar Dala Dera: कांकेर: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां लगभग 500 लोगों ने अपने दामाद के घर में डेरा जमा लिया है और परंपरा अनुसार मुर्गा-बकरा भात खिलाने और 2 लाख रुपए का सामान देने की मांग पर अड़ गए हैं। इधर पुलिस को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है।
बोरिया बिस्तर लेकर दामाद के घर आ पहुंचे 500 लोग
यह पूरा मामला पखांजूर के ग्राम पंचायत विष्णुपुर पीवी 101 का है। ग्राम पंचायत विष्णुपुर पीवी 101 में शुक्रवार को लोग उस वक्त हैरान हो गए, जब 500 लोग अपना बोरिया बिस्तर लेकर अपने दामाद के घर आ पहुंचे और आदिवासी परंपरा के अनुसार उनसे मुर्गा-बकरा भात खिलाने और 2 लाख रुपए का सामान देने की मांग पर अड़ गए। उनका कहना है कि जब तक परंपरा पूरी नहीं होगी वह वापस नहीं लौटेंगे। वहीं दामाद के परिवार 30 हजार देने की बात पर अड़े हुए हैं।
दोनों ने तीन साल पहले की थी कोर्ट मैरिज
जानकारी के मुताबिक, ग्राम पंचायत विष्णुपुर पीवी 101 के रहने वाले प्रभाष विश्वास ने 2022 में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के भूमकाम गांव में रहने वाली आदिवासी युवती अलीशा पोटामी से कोर्ट मैरिज की थी। शादी के बाद युवती ससुराल न जाकर अहेरी में नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। 10 दिन पहले ही युवती युवक के घर आ गई थी, जिसके बाद परिजनों ने कसनपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
शादी की भनक लगते ही पहुंचा समाज
पुलिस मामले की जांच करते हुए ग्राम पंचायत विष्णुपुर पीवी 101 पहुंची और युवती से उसका बयान लिया तो उसने कहा कि उसने अपनी मर्जी से शादी किया है और वह प्रभाष के साथ ही रहना चाहती है। जिसके बाद पुलिस वापस लौट गई, लेकिन शादी की बात जैसे ही युवती के परिजनों को लगी वह अपने आदिवासी समाज के साथ 10 अक्टूबर को दामाद प्रभाष विश्वास के घर पहुंच आए।
आदिवासी परंपरा निभाने की मांग
इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें शादी से कोई एतराज नहीं हैं। मगर जब आदिवासी युवती किसी दूसरे समाज के युवक से शादी करती है तो लड़का पक्ष को आदिवासी समाज को मुर्गा-बकरा भात खिलाना पड़ता है और 2 लाख रुपए का सामान भी देना होता है। ऐसे में परंपरा के अनुसार लड़का पक्ष को मुर्गा-बकरा भात खिलाना होगा और 2 लाख रुपए का सामान भी देना होगा
दोनों पक्षों के बीच बैठक का दौर जारी
इधर युवक के परिजनों ने 30 हजार रुपए देने का प्रस्ताव रखा है, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच बात नहीं बन पा रही है। इस पूरे मामले की जानकारी ग्राम पंचायत विष्णुपुर पीवी 101 के सरपंच ने पुलिस को दे दी है। फिलहाल दोनों पक्षों के बीच बैठक का दौर जारी है।