Durg News: पीएससी में सलेक्शन का झांसा देकर 40 लाख रुपए की ठगी, पीड़ित ने चयन की आस में पैतृक संपत्ति बेच दी रकम...
दुर्ग। पीएससी में हुए गफलत के चलते ठगों की जमकर चांदी हो गई और वे बेरोजगारों को अपना शिकार बना रहे है। ऐसा ही एक मामला दुर्ग जिले से सामने आया जिसमें बेरोजगार युवक को पीएससी में सलेक्शन का झांसा दे ठग ने 40 लाख रुपए का चूना लगा दिया। बेरोजगार युवक ने पैतृक संपत्ति बेच और जमा पूंजी चयन की आस में ठग को दे दिए। चयन नहीं होने पर अब अपराध दर्ज करवाया है। मामला पद्नाभपुर थाना क्षेत्र का है।
न्यू जेल लाइन दुर्ग निवासी तारकेश्वर साहू पीएससी की तैयारी कर रहा था। उसकी विकास ठाकुर से मित्रता थी। विकास ठाकुर ग्रीन वैली सड़क नंबर 6 जुनवानी भिलाई का रहने वाला था। मित्रता के चलते विकास ठाकुर अक्सर तारकेश्वर साहू के घर आना जाना करता था। तारकेश्वर पीएससी की तैयारी कर रहा था। विकास ने उसे पीएससी के अधिकारियों से पहचान होने और कई लोगों को अपनी पहचान के बल पर सरकारी नौकरी लगवाने की बात बताया करता था जिसके चलते विकास पर पूरे परिवार को भरोसा हो गया था।
दिसंबर 2022 में विकास ठाकुर ने तारकेश्वर को पीएससी का फॉर्म भरने के लिए प्रेरित किया और बार-बार तारकेश्वर के घर जाकर कहने लगा कि पीएससी की पूरी भर्ती प्रक्रिया करवा कर सरकारी नौकरी लगवा दूंगा। जिसके लिए 40 लाख रुपए लगेंगे। तारकेश्वर और उसके परिवार को विकास पर भरोसा हो गया था। जिसके चलते उन्होंने अपनी जमा पूंजी से और पैतृक संपत्ति बेचकर 40 लाख रुपए अकाउंट के माध्यम से दिए। जिसमें से बीस लाख रुपए कैश था। तारकेश्वर ने अपनी पत्नी चांदनी साहू के बैंक खाते से भी विकास ठाकुर को पैसे ट्रांसफर किए थे। पैसे लेने के बाद तारकेश्वर की नौकरी नहीं लगी।
जब तारकेश्वर की नौकरी नहीं लगी तब उसने अपने रकम वापसी के लिए बार-बार विकास से संपर्क किया। जिस पर विकास ने उसे एचडीएफसी बैंक का चेक दे दिया और कहा कि मेरी माता जी का स्वास्थ्य ठीक नहीं है इसलिए मैं कुछ दिनों के लिए अंबिकापुर जा रहा हूं। वापस आते ही संपूर्ण भुगतान कर दूंगा। फिर अनावेदक ने फोन उठाना बंद कर दिया। भिलाई स्थित निवास में जाकर देखने पर पता चला कि उसने घर खाली कर दिया है। चेक लगाने पर वह बाउंस हो गया। तब धोखाधड़ी का एहसास होने पर विकास ने अपराध दर्ज करवाया। जिस पर पुलिस जांच कर रही है।