Dhasgud Waterfall: धसगुड़ जलप्रपात में हादसे का LIVE वीडियो: पहाड़ी पर बना रहा था रील्स और फिर...
Dhasgud Waterfall Me Hadsa: बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में स्थित धसगुड़ जलप्रपात में शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। जहां एक युवक को पहाड़ की चोटी पर चढ़कर रील्स बनाना महंगा पड़ गया। दरअसल, युवक रील्स बनाने के चक्कर में लगभग 40 फिट की ऊंचाई से गिर गया। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Dhasgud Waterfall Me Hadsa: बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में स्थित धसगुड़ जलप्रपात में शनिवार को एक बड़ा हादसा हुआ है। जहां एक युवक को पहाड़ की चोटी पर चढ़कर रील्स बनाना महंगा पड़ गया। दरअसल, युवक रील्स बनाने के चक्कर में लगभग 40 फिट की ऊंचाई से गिर गया। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गया है, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रील्स बनाने के चक्कर में हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, छेरकापुर गांव का रहने वाला निखिल साहू (18) अपने दोस्तों के साथ 26 जुलाई को घूमने के लिए धसगुड़ जलप्रपात पहुंचा था। तभी वह रील्स बनाने के लिए पहाड़ी के ऊपर से छलांग लगाने वाला था, इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और सीधा 40 फिट निचे आ गिरा। आनन-फानन में उसके दोस्तों ने उसे जलप्रपात से बाहर निकाला और पास के ही एक निजी आस्पताल में लेकर पहुंचे।
घटना का वीडियो वायरल
बताया जा रहा है कि इस हादसे में निखिल के शरीर की चार हड्डियां टूट गई है। उसके कमर और दोनों हाथों में गंभीर चोटें आई है। इस पूरे घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि निखिल पहाड़ी की चोटी पर खड़ा है और नीचे झरने में लोग नहा रहे हैं। तभी वह निचे गिर जाता है और खून से लथपथ हो जाता है। जिसके बाद उसके दोस्त उसे पकड़कर जलप्रपात से बाहर निकालते हैं।
लापरवाही के कारण घटनाएं जारी
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों का कहना है कि धसगुड़ जलप्रपात में चेतावनी बोर्ड या फिर बैरिकेडिंग जैसी कोई उपाय नहीं किए गए हैं। जिसकी वजह से ऐसे घटनाएं बढ़ रही है। बता दें कि बारिश के मौसम में धसगुड़ जैसे अन्य जलप्रपातों में सैलानियों की भीड़ काफी बढ़ गई है। जहां लापरवाही भी आसमान पर है। पहले भी इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी है। कई युवक अपनी जान जोखिम में डालकर पहाड़ियों या ऊंचे पेड़ों से पानी में छलांग लगाते हुए नजक आते हैं। इस दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए जाते।