CM Vishnudeo: सुपोषित राज्य की ओर बढ़ता छत्तीसगढ़, 52 हजार से ज्यादा आंगनबाडी केन्द्रों में मिल रही स्वास्थ्य पोषण संबंधी सेवाएं

CM Vishnudeo: छत्तीसगढ़ सरकार महिलाओं और नौनिहालों को सुपोषित बनाने लगातार विभिन्न योजनाएं चला रही हैं। इसके अब रिजल्ट भी दिखाई देने लगे हैं।

Update: 2024-09-13 07:45 GMT

रायपुर। स्वस्थ और सुपोषित छत्तीसगढ़ की अवधारणा को साकार करने के लिये छत्तीसगढ़ की विष्णु देव सरकार कृत संकल्पित है। कुपोषण एवं एनीमिया जैसी चुनौतियों का सामना करने के लिये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा गंभीर प्रयास किये जा रहे है। 52 हजार से अधिक आंगनबाडी केन्द्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं, 0 से 06 साल के बच्चें किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण संबंधी सेवाओं का प्रदाय किया जा रहा है। सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये समुदाय, परिवार एवं व्यक्यिगत स्तर से सकरात्मक व्यवहार परिवर्तन भी बहुत आवश्यक है। जनसमुदाय तक स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता संबंधी संदेशों के व्यापक प्रचार-प्रसार हेतु 01 सितम्बर से 30 सितम्बर 2024 तक पोषण माह का आयोजन किया जा रहा, ताकि एक जन आंदोलन के रूप में सुपोषण की यात्रा में समुदाय के विभिन्न घटक सहभागी हो सके। पोषण माह के दौरान इस वर्ष एनीमिया वृद्धि निगरानी, पूरक पोषण आहार, पोषण भी पढ़ाई भी, गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रदाय हेतु तकनीक का प्रयोग और समग्र पोषण पर ध्यान केंदित किया जा रहा है।

पोषण स्वस्थ जीवन की बुनियादी जरुरतः साय

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 2 सितंबर को अपने निवास में आयोजित तीजा पोरा तिहार के अवसर पर महिला एवं बाल विकास द्वारा संचालित पोषण रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह सुपोषण रथ राज्य के विभिन्न गांवों में भ्रमण कर लोगों को पोषण का संदेश देगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पोषण स्वस्थ जीवन के लिए बुनियादी आवश्यकता है। पोषक आहार के जरिए ही शिशुओं का सहीं विकास होता है। आईए कुपोषण के खिलाफ जारी जंग में जन आंदोलन का हिस्सा बन सुपोषित छत्तीसगढ़ का नव निर्माण करें। सुपोषण रथ में सुपोषण पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। सुपोषण रथ के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न जिलो में पोषण एवं स्वास्थ्य संबंधी ऑडियो, वीडियो संदेशों का प्रसारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री साय ने प्रदेश के जनप्रतिनिधि, पंचायती राज संस्था की प्रतिनिधि, महिला स्व-सहायता समूहों, प्रबुद्ध वर्ग, विद्यार्थी वर्ग, सर्वाजनिक एवं निजी क्षेत्रों के निकायों के प्रतिनिधियों एवं समस्त जनसमुदाय से आह्वान किया है कि पोषण माह की गतिविधियों में पूरे उत्सह और ऊर्जा के साथ सहभागी बने। छतीसगढ़ को कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त करने का संकल्प लेते हुए स्वयं भी सही पोषण व्यवहार को अपनाये और अन्य लोगों को भी प्रेरित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी के सम्मिलित प्रयासों से मजबूत छत्तीसगढ़ की नींव रखी जायेगी, हमारे प्रदेश का भविष्य संवरेगा और सुपोषित होगा। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री अरुण साव, वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक राजेश मूणत, अनुज शर्मा, खुशवंत साहेब, सचिव महिला एवं बाल विकास शम्मी आबिदी, संचालक तूलिका प्रजापति और बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं महिलाएं उपस्थित थी।

जड़ से समाप्त करेंगे ये चुनौतीः राजवाड़े

महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के मुताबिक छत्तीसगढ़ में 6 साल से कम आयु के बच्चों में व्याप्त कुपोषण एवं एनीमिया तथा 15 से 49 वर्ष की आयु वर्ग की महिलाओं में व्याप्त एनीमिया एक चुनौती है जिसे जड़ से समाप्त करने के उद्देश्य से सरकार सुपोषण के लिए अभियान चला रही है। इस अभियान का मुख्य उद्देष्य 06 वर्ष आयु तक के बच्चों में कुपोषण एवं एनीमिया तथा 15 से 49 आयु वर्ग की महिलाओं को एनीमिया मुक्त करना है। लक्ष्य निर्धारित करते हुए हर जिले के 01 से 03 वर्ष के कुपोषित बच्चों को पौष्टिक गर्म खिचडी एवं गर्भवती, एनीमिक महिलाओं को गर्म भोजन प्रदाय किया जा रहा है। प्रदेश में 52000 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, शिशुवती महिलाओं, 0 से 06 साल तक के बच्चे, किशोरी बालिकाओं को स्वास्थ्य पोषण संबंधित सेवाएं प्रदाय की जा रही हैं। सुपोषण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समुदाय, परिवार एवं व्यक्तिगत स्तर से सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन भी बहुत आवश्यक है।

कुनकुरी में बनेगा 220 बिस्तर अस्पताल

0 मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर 32 करोड़ 9 लाख रूपये की राशि स्वीकृत

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर जशपुर जिला के कुनकुरी में प्रस्तावित 220 बिस्तर की क्षमता वाले अत्याधुनिक अस्पताल के भवन निर्माण के लिए राज्य सरकार ने निविदा जारी कर दिया है। इस अस्पताल के लिए राज्य सरकार ने 32 करोड़ 9 लाख रूपये की राशि स्वीकृत की है। राज्य में विष्णुदेव साय सरकार ने अपने बजट में कुनकुरी में 220 बिस्तर की क्षमता वाली अत्याधुनिक अस्पताल निर्माण की घोषणा की थी। इस बजट में अस्ताल भवन निर्माण के लिए आवश्यक राशि की स्वीकृति मुख्यमंत्री ने दी है। कुनकुरी में 220 बिस्तर के अस्पताल के साथ ही मरीजों की सुविधा के लिए 25 अतिरिक्त एंबुलेंस और 1 शव वाहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। 7 उप स्वास्थ्य केन्द्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का दर्जा देते हुए, आवश्यक मानव संसाधन को स्वीकृति दी जा चुकी है। जिले में 19 एमबीबीएस चिकित्सक और 7 विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना कर, चिकित्सकों की कमी को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अस्पतालों में मशीनों की कमी को दूर करने के लिए 2 करोड़ 32 लाख की स्वीकृति राज्य सरकार ने दी है। इस राशि से कुनकुरी में डायलिसिस केन्द्र शुरू करने के साथ ही जशपुर, मनोरा, लोदाम, बगीचा के अस्पतालो में आवश्यक उपकरणों की खरीदी में किया जाएगा।

आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले के लिए इस अस्पताल को मील का पत्थर माना जा रहा है। सरकार की मंशा आगे चल कर, इसे मेडिकल कालेज के रूप में विकसित करने की है। जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष दिसंबर माह में राज्य की बागडोर सम्हालने के बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जशपुर सहित पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार और इसमें गुणात्मक सुधार के लिए लगातार कार्य कर रहें हैं। उन्होनें शपथ ग्रहण करने के तत्काल बाद प्रदेश में एंबुलेंस सेवा में सुधार के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये थे। इस परिपालन में जरूरतमंद मरीजों या परिजनों से काल प्राप्त होने के आधा घंटे के अंदर मरीज को एंबुलेंस सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया था। केबिनेट की पहली बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी सरकारी चिकित्सालयों में मरीजों के लिए सस्ती जेनरीक दवाओं को अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिये थे। बीते 10 माह के कार्यकाल के दौरान जशपुर जिले में स्वास्थ्य सेवा के विस्तार के लिए तेजी से काम हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा जशपुर जिले को स्वास्थ्य सेवा कर क्षेत्र में आत्म निर्भर बनाना है, ताकि मरीज और उनके स्वजनों को उपचार के लिए भटकना ना पड़े।

गृह क्षेत्र के ग्रामीणों ने मिले सीएम

0 कुनकुरी विधानसभा के ग्रामीणों से सौजन्य मुलाकात कर मुख्यमंत्री ने जाना हाल-चाल

रायपुर के सीएम हाउस में रहकर भी मुख्यमंत्री विष्णु देव साय हमेशा अपने गृह जिले के संपर्क में रहते हैं। उनके इलाके से रायपुर आने वालो लोग भी उनसे सहजता से मिलते हैं। वे सभी से बड़ी आत्मीयता से मिलकर उन्हें समय देते हैं और हालचाल पूछते हैं। जशपुर जिले के ग्राम पंचायत तामासिंघा, बंदरचुआं और आश्रित ग्रामों के पंचों तथा ग्रामीणों के वार्षिक भ्रमण में अब एक नई जगह जुड़ गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के गृह ग्राम बगिया के आसपास के गांवों से वार्षिक भ्रमण पर राजधानी रायपुर पहुंचे ग्रामीणों ने गांव लौटने से पूर्व यात्रा के अंतिम पड़ाव में मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर उनसे मुलाकात की। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से अपनी यात्रा के बारे में रोचक बातें साझा की। मुख्यमंत्री ने सभी का हालचाल जाना और बारिश, खेती-किसानी सहित गांव से जुड़ी ढेर सारी बातें की। इस मौके पर ग्राम तामासिंघा के सरपंच संकेत साय पैंकरा भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री सभी से बड़ी आत्मीयता से मिले। इस मौके पर उन्होंने कहा कि इस साल अच्छी बारिश हुई है और पैदावार भी अच्छी होगी।

सीएम साय ने कहा कि कुनकुरी और आसपास के क्षेत्रों में पानी की समस्या रहती है, इसके लिए सिंचाई और पेयजल परियोजनाओं पर काम हो रहा है। आने वाले समय में सिंचाई के साथ अन्य समस्याएं भी दूर हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को सामुदायिक भवन के स्वीकृति की जानकारी दी और बच्चों के खेलकूद के लिए जरूरी अधोसंरचना उपलब्ध कराने की बात कही। ग्रामीणों ने भी मुख्यमंत्री के सामने आत्मीयता से अपनी बातें रखी। यात्रा के बारे में बताया, गांव के बारे में जानकारी दी और कुछ समस्याएं भी रखीं। ग्रामीण अपनी बात उनसे ऐसे साझा कर रहे थे, मानों गांव के अपने किसी साथी को बता रहे हों। ग्रामीणों ने बताया कि साय शुरू से ही ऐसे है, वें कहीं भी रहें उनका अपने क्षेत्र और क्षेत्रवासियों से हमेशा ऐसा ही लगाव रहा है। सांसद रहते हुए भी क्षेत्र के विकास के लिए जुटे रहे और उनका यह स्वभाव आज भी नहीं बदला है। हमने उनका संघर्ष देखा है और आज जब वो प्रदेश के मुखिया है, यह बात हमें गौरव से भर देती है। तामासिंघा और आसपास के ग्राम पंचायत के सभी पंच अपने परिजनों के साथ प्रतिवर्ष प्रदेश के विभिन्न इलाकों के भ्रमण पर निकलते है। इसी कड़ी में पंचों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने परिजनों के साथ इस वर्ष मां बम्लेश्वरी मंदिर डोंगरगढ़, राजधानी रायपुर के मंत्रालय, शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम, जंगल सफारी, राम मंदिर और पुरखौती मुक्तांगन का भ्रमण किया। इस मौके पर सायनंदन राम, सुचिता लकड़ा, सचिव अनुराग तिवारी, लिवावती बाई सहित अन्य जनप्रतिनिधि और ग्रामीण जन उपस्थित थे।

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