Chhattisgarh ACB-EOW Raid: छत्तीसगढ़ में ACB-EOW की बड़ी कार्रवाई, राजधानी समेत कई जिलों में रेड, इस मामले में चल रही जांच

Chhattisgarh ACB-EOW Raid: छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में ACB और EOW की रेड (ACB EOW Raid in Chhattisgarh) पड़ी है. बताया जा रहा है DMF घोटाले में कार्रवाई की (DMF Scam Case) गयी है.

Update: 2025-10-29 05:13 GMT

Chhattisgarh ACB-EOW Raid

CG ACB EOW Raid: रायपुर: छत्तीसगढ़ से बड़ी खबर सामने आ रही है. बुधवार सुबह सुबह ACB और EOW की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है. छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में ACB और EOW की रेड (ACB EOW Raid in Chhattisgarh) पड़ी है. बताया जा रहा है DMF घोटाले में कार्रवाई की (DMF Scam Case) गयी है.  

 ACB और EOW की टीम का छापा 

जानकारी के मुताबिक़, DMF घोटाले से जुड़े मामले में बुधवार सुबह सुबह ACB और EOW की टीम ने कई बड़े कारोबारियों, ठेकेदारों और सप्लायरों के ठिकानों पर छापेमारी की. अलग जिलों जिलों में ACB और EOW की टीम पहुंची. रायपुर, धमतरी, दुर्ग, और राजनांदगांव में टीम जांच कर रही है. 

इन जिलों में रेड 

सूत्रों के अनुसार,  रायपुर में 5, दुर्ग में 2, राजनांदगांव में 4, कुरूद में एक ठिकाने पर छापा मारा गया है. रायपुर में पचपेड़ी नाका स्थित वॉलफोर्ट इन्क्लेव में टीम जांच कर रही है. जबकि राजनांदगांव में तीन ठिकानो पर रेड पड़ी है. 10 गाड़ियों में अधिकारियों की टीम राजनांदगांव पहुंची है. यहाँ भारत माता चौक स्थित राधा कृष्ण एजेंसी अग्रवाल निवास, सत्यम विहार स्थित नहाटा के घर और कामठी लाइन स्थित भंसाली की तलाशी ली जा रही है.  

दस्तावेजों की जांच कर रही टीम 

टीम घोटाले से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है. लोगों से पूछताछ की जा रही है. हालाँकि अभी टीम की तरफ से कार्रवाई को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है. 

क्या है मामला 

डीएमएफ एक फंड है जिसे खनन से प्रभावित इलाकों के विकास के लिए बनाया गया है. इसमें खनन करने वाली कंपनियां रॉयल्टी के अलावा एक अतिरिक्त राशि जमा करती हैं. इस फंड का इस्तेमाल स्कूल, अस्पताल, सड़क, पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए किया जाना होता है, लेकिन जांच में सामने आया है कि छत्तीसगढ़ में इस फंड को कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार का जरिया बना लिया गया.

एक रिपोर्ट के मुताबिक, डीएमएफ के वर्क प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के लिए फंड खर्च के नियमों को बदल दिया गया था. नए नियमों में मटेरियल सप्लाई, ट्रेनिंग, कृषि उपकरण, खेल सामग्री और मेडिकल उपकरणों जैसी कैटेगरी जोड़ी गईं, ताकि डेवलपमेंट वर्क को दरकिनार कर ज्यादा कमीशन वाले प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जा सके. कोरबा में अकेले 575 करोड़ रुपए से ज्यादा के डीएमएफ स्कैम का खुलासा हुआ है. इस मामले में अलग अलग एजेंसी जांच कर रही है. जिससे आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.

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