CG वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसला: 5000 करोड़ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे की होगी CBI जांच, CM को सौंपा जाएगा प्रस्ताव

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने राज्य में वक्फ की हजारों करोड़ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया है...

Update: 2025-09-17 09:18 GMT

Chhattisgarh Waqf Board (NPG FILE PHOTO)

रायपुर। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने राज्य में वक्फ की हजारों करोड़ की संपत्तियों पर अवैध कब्जे के खिलाफ एक बड़ा कदम उठाया है। बोर्ड ने अब पूरे प्रदेश की 5,723 वक्फ संपत्तियों की सीबीआई जांच कराने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजने का फैसला किया है। पहले यह प्रस्ताव सिर्फ रायपुर जिले की 500 करोड़ की संपत्तियों के लिए था, लेकिन अब इसका दायरा बढ़ा दिया गया है।

5000 करोड़ का घोटाला

वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उनके मुताबिक, पूरे छत्तीसगढ़ में वक्फ की लगभग 5,723 संपत्तियों पर गैरकानूनी कब्जा है। इन संपत्तियों की कुल कीमत 5,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है। इनमें से करीब 2,000 संपत्तियां ऐसी हैं, जहां किराएदार रहते हैं, लेकिन वे सालों से किराया नहीं दे रहे। डॉ. राज के अनुसार, इन संपत्तियों से सालाना करीब 200 करोड़ रुपये का किराया मिल सकता है, लेकिन अभी सिर्फ 5 लाख रुपये ही मिल रहे हैं।

सीएम को सौंपा जाएगा प्रस्ताव

डॉ. सलीम राज ने बताया कि, सभी संपत्तियों के दस्तावेज और सबूत जुटाने में काफी समय लगा। अब यह प्रस्ताव तैयार है और जल्द ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मिलकर उन्हें सौंपा जाएगा। इसके बाद, राज्य सरकार इस प्रस्ताव को केंद्र सरकार के पास भेजेगी, और फिर सीबीआई जांच शुरू हो सकेगी।

फर्जीवाड़ा करके बेची गई जमीनें

डॉ. राज ने यह भी बताया कि, वक्फ की कई जमीनों को फर्जी कागजात बनाकर बेच दिया गया है। जो लोग खुद किराएदार थे, उन्होंने भी गैरकानूनी तरीके से ये जमीनें दूसरों को बेची हैं। वक्फ बोर्ड ने ऐसे कब्जाधारियों और फर्जीवाड़े करने वालों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है। बोर्ड का साफ कहना है कि किसी भी हाल में वक्फ की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं होने दिया जाएगा।

सर्वे का काम फिर से शुरू

छत्तीसगढ़ में वक्फ संपत्तियों का सर्वे करीब चार साल पहले शुरू हुआ था, लेकिन वह पूरा नहीं हो पाया था। इस सर्वे का मकसद सभी संपत्तियों की सही स्थिति और राजस्व रिकॉर्ड का पता लगाना था। अब इस काम को फिर से शुरू कर दिया गया है। राजधानी रायपुर की ही 100 से ज्यादा संपत्तियां इस सर्वे में शामिल हैं।

शहरी इलाकों में सबसे ज्यादा कब्जे

वक्फ बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक, छत्तीसगढ़ के शहरी इलाकों में 3,500 करोड़ रुपये और ग्रामीण इलाकों में 1,500 करोड़ रुपये की संपत्तियां हैं। इनमें से ज्यादातर संपत्तियां रायपुर के मालवीय रोड, बैजनाथपारा, टिकरापारा जैसी प्राइम लोकेशन पर हैं, जहां दुकानें और मकान बने हुए हैं। रायपुर के अलावा, रायगढ़, राजनांदगांव, बिलासपुर, दुर्ग और धमतरी जैसे जिलों में भी वक्फ की बेशकीमती जमीनें हैं, जिन पर अवैध कब्जे हैं।

पारदर्शिता लाने के लिए बन रहा पोर्टल

लोकसभा और राज्यसभा में वक्फ (संशोधन) बिल पास होने के बाद, छत्तीसगढ़ में भी वक्फ बोर्ड ने कड़े कदम उठाए हैं। बोर्ड ने सभी मुतवल्लियों (वक्फ संपत्तियों के रख-रखाव करने वाले) को एक सर्कुलर जारी कर अपनी-अपनी संपत्तियों का पूरा लेखा-जोखा देने को कहा है।

यह सारी जानकारी एक ऑनलाइन पोर्टल पर डाली जाएगी, ताकि वक्फ संपत्तियों में पूरी पारदर्शिता लाई जा सके। वक्फ बोर्ड के इस कदम से उम्मीद है कि, हजारों करोड़ की इन संपत्तियों पर से अवैध कब्जे हटाए जा सकेंगे और इनकी सही आय का इस्तेमाल मुस्लिम समुदाय की भलाई के लिए किया जा सकेगा।

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