CG Sushasan Tihar 2025: ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक निलंबित, ग्रामीणों से दुर्व्यवहार और प्राइवेट क्लिनिक संचालन जैसी शिकायतों पर तीन को नोटिस
CG Sushasan Tihar 2025: सुशासन तिहार अंतर्गत ग्रामीणों ने गांव में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने की शिकायत की थी। जिसे निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा महिला स्वास्थ्य संयोजक के द्वारा ग्रामीणों से दुर्व्यवहार, एक अन्य महिला स्वास्थ्य संयोजक के ऊपर दवा वितरण में लापरवाही, पुरुष स्वास्थ्य संयोजक के प्राइवेट क्लिनिक के संचालन पर तीनों को नोटिस जारी किया गया है।
CG Sushasan Tihar 2025
CG Sushasan Tihar 2025: बलौदाबाजार। सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त शिकायतों पर कलेक्टर ने त्वरित कार्यवाही के निर्देश जिले के विभाग प्रमुखों को जारी किया है। इस कड़ी में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश कुमार अवस्थी ने एक ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक़ (आरएचओ ) को निलम्बित कर चार को चेतावनी पत्र ज़ारी किया है।
विकासखण्ड पलारी के उपस्वास्थ केंद्र हरिनभट्टा के ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (पुरूष) उपेंद्र साहू के विरुद्ध सुशासन तिहार में ग्रामीणजनों द्वारा शासकीय कार्य में रुचि न लेने और ड्यूटी पर अनुपस्थित रहने संबंधी शिकायत की गई थी। जिसके लिए जांच समिति बनाई गई । जांच में शिकायत सही पाई गई। इसी आधार पर उन्हें सिविल सेवा आचरण नियम 1965 तथा छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) 1966 के नियम 9 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में उनका खण्ड चिकित्सा अधिकारी कार्यायल कसडोल में मुख्यालय निर्धारित किया गया है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रोहांसी में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (महिला) सुषमा चंद्राकर द्वारा मरीजों से दुर्व्यवहार एवं कार्य सही तरीक़े से न करने की शिकायत प्राप्त हुई ,पलारी में ही ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (पुरुष) परदेशी वर्मा द्वारा अवैध प्राइवेट क्लीनिक का संचालन की शिकायत सुशासन तिहार में प्राप्त हुई थी जिस पर जांच की गई।
विकासखण्ड भाटापारा के आयुष्मान आरोग्य मंदिर धनेली में पदस्थ ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक (महिला) तेजेश्वरी साहू एवं सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी श्रीमती हीना वर्मा द्वारा मरीजों से अनुचित व्यवहार एवं दवा वितरण में लापरवाही की शिकायत सुशासन तिहार में प्राप्त हुई। उक्त चारों शिकायतों पर कार्यवाही करते हुए सीएमएचओ ने संबंधित स्वास्थ्य कर्मचारियों को चरित्रावली चेतावनी पत्र जारी करते हुए भविष्य में ऐसी लापरवाही और अनुशासनहीनता पर कठोर कार्यवाही को कहा है।