CG News: कलेक्टर ने मेन गेट कराया बंद: बाहर रह गए लेटलतीफ अफसर व कर्मी, समझाइश के बाद आने दिया अंदर
CG News: गरियाबंद कलेक्टर ने तय समय के बाद बंद संयुक्त जिला कार्यालय के दफ्तर का गेट बंद करवा दिया। जिसके चलते लेट से आने वाले कई अफसर-कर्मचारी बाहर ही रह गए। कलेक्टर ने सभी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। कुल 30 कर्मचारी–अधिकारी देर से पहुंचे थे।
CG News: गरियाबंद। जिला मुख्यालय के संयुक्त जिला कार्यालय में सोमवार की सुबह अलग ही नजारा दिखाई दिया। कलेक्टर भगवान दास उइके के आदेश पर कार्यालय का समय 10 बजे शुरू होने के 15 मिनट बाद कार्यालय का मुख्य द्वार बंद करवा दिया गया। इसके चलते कई अधिकारी और कर्मचारी गेट के बाहर ही रुक गए। बाद में उन्हें समय पर आने के लिए कलेक्टर ने चेतावनी दी है। कलेक्टर ने कहा है कि देर से आने वाले कर्मचारियों को प्रथम चेतावनी दी गई है। यदि फिर से ऐसा हुआ तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मिली जानकारी के अनुसार कुल 30 अधिकारी– कर्मचारी देर से दफ्तर पहुंचे थे।
लंबे समय से मिल रही थी शिकायतें
कलेक्टर ने मीडिया को बताया कि लगातार इस बात की शिकायत मिल रही थी कि अफसर और कर्मचारी समय पर दफ्तर नहीं पहुंचते। कार्यालयीन कार्य प्रभावित न हो, इसके लिए मैने स्वयं खड़े होकर कुछ समय के बाद गेट बंद करवा दिया। कर्मचारियों– अधिकारियों की समय सीमा में सुधार लाने का प्रयास किया जा रहा है। सभी को प्रथम चेतावनी दी गई है। इसके बाद सख्त कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा सभी अधिकारी कर्मचारियों को मुख्यालय में निवास करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
पहले भी दिए थे स्पष्ट निर्देश
जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर ने पहले ही बाहर से आने वाले कर्मचारियों को गरियाबंद में ही ठहरने और समय पर कार्यालय पहुंचने की हिदायत दी थी। इसके बावजूद ढिलाई जारी रही। कई अधिकारी_कर्मचारी बाहर रहते है और बाहर से आने के चक्कर में रोज देर से दफ्तर पहुंचते हैं। जिसके चलते कलेक्टर ने ऐसा कदम उठाया। सोमवार को अचानक गेट बंद होने से कई कर्मचारी हैरान रह गए और बाहर खड़े होकर आपस में चर्चा करने लगे। बताया जा रहा है कि कुल 30 अधिकारी– कर्मचारी देर से दफ्तर पहुंचे थे।
लोगों ने पहल का किया समर्थन
कार्यालय पहुंचे आम नागरिकों ने कलेक्टर की इस कार्यवाही का स्वागत किया। उनका कहना था कि अक्सर अधिकारी-कर्मचारियों के देर से बैठने की वजह से उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब समय की पाबंदी से आम जनता को सीधा फायदा मिलेगा और कामकाज समय पर निपटेगा।
अनुशासनहीनता पर होगी सख्ती
कलेक्टर उइके ने साफ संकेत दिया है कि आगे भी यह व्यवस्था कड़ाई से लागू की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी समय की अनदेखी करेगा तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।