CG Mahasamund News: थप्पड़ के बदले हत्या! सड़क हादसा नहीं हत्या की थी साजिश, 5 साल पहले थप्पड़ मारने के विवाद का बदला लेने रची थी साजिश
CG Mahasamund News: महासमुंद के नेशनल हाईवे क्रमांक 353 में स्कूटी सवार जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के पति और उसके साथी की दुर्घटना में मौत का मामला हत्या का मामला निकला है। 5 साल पहले जमीन में रास्ते के विवाद में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के पति ने आरोपी को थप्पड़ मार दिया था।
CG Mahasamund News: महासमुंद। महासमुंद के नेशनल हाईवे क्रमांक 353 पर टाटा सफारी द्वारा स्कूटी को टक्कर मारने से हुई मौत का मामला जांच में हत्या का मामला निकला है। सड़क दुर्घटना में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के पति और उनके साथी की मौत हो गई थी। मामले में पहले सड़क दुर्घटना की धारा के तहत अपराध दर्ज किया गया था। बाद में हुई जांच में पता चला कि पड़ोसी जमीन मालिक ने रास्ते के विवाद में जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के पति द्वारा एक थप्पड़ मारने का बदला लेने के लिए 5 साल बाद गाड़ी से कुचलकर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष के पति और उनके साथी की हत्या कर दी है। मामले में आरोपी अमन अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
नेशनल हाईवे क्रमांक 353 पर साराडीह के पास शनिवार 4 अक्टूबर की रात 8:00 तेज रफ्तार टाटा सफारी ने स्कूटी सवार दो दोस्तों को कुचल दिया। हादसे में बेलसोंडा गांव निवासी 46 वर्षीय जितेंद्र चंद्राकर और 50 वर्षीय अशोक साहू गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे की सूचना जितेंद्र चंद्राकर के बड़े भाई बेलसोंडा गांव निवासी चुन्नीलाल चंद्राकर को लगी। वह तुरंत मौके पर पहुंचे वहां पर उनका भाई और दोस्त घायल थे। पास ही दुर्घटनाकारित करने वाली सफारी गाड़ी सीजी 04, क्यूएच 5836 खड़ी थी। दोनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। यहां इलाज के दौरान जितेंद्र चंद्राकर की शनिवार रात ही मौत हो गई जबकि दूसरे घायल अशोक साहू ने रविवार को दम तोड़ दिया।
वही दुर्घटना कारित करने वाले अमन अग्रवाल ने थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। पुलिस ने मामले में पहले सड़क दुर्घटनाओं की सामान्य धाराओं में अपराध दर्ज किया था। वही हादसे के दूसरे दिन आक्रोशित लोगों ने नेशनल हाईवे क्रमांक 353 पर चक्काजाम कर दिया और इससे सड़क दुर्घटना ना बता कर साजिश बताते हुए कार्यवाही की मांग की। मृतक के भाई ने भी जानबूझकर टक्कर मार कर हत्या का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि दुर्घटना कारित करने वाले वाहन चालक से मृतक जितेंद्र चंद्राकर की पुरानी दुश्मनी थी जो पूरे गांव को मालूम है। इसलिए हत्या के आरोप में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
वही चक्काजाम के चलते नेशनल हाईवे के दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। जितेंद्र चंद्राकर महासमुंद जनपद पंचायत उपाध्यक्ष हुलसी चंद्राकर के पति थे। इस मामले में विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा ने भी कहा कि साराडीह मोड़ के पास हुई घटना कोई सामान्य घटना नहीं है,यह पुरानी दुश्मनी में हत्या का मामला प्रतीत होता है इसकी जांच की जाएगी।
वही मामले को संज्ञान में लेकर एसपी आशुतोष सिंह ने एडिशनल एसपी प्रतिभा तिवारी को मौके पर फॉरेंसिक की टीम के साथ भेजा। मौके पर जाकर अवलोकन करने पर स्पष्ट हुआ कि गाड़ी के चक्के के कई बार आगे पीछे करने की निशान है। इसके साथ ही गाड़ी पर भी चोट के निशान और दोनों के गिरने के बाद गाड़ी से बार-बार कुचलना की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतकों के शरीर में निशानों को देखकर लग रहा था कि जानबूझकर बार-बार शरीर को कुचला गया है।
पांच साल पहले थप्पड़ मारने का लिया बदला
पुलिस ने आरोपी अमन अग्रवाल से सख्ती से पूछताछ की। तब सच सामने आ गया। अमन अग्रवाल महासमुंद हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का निवासी है। जितेंद्र चंद्राकर की फ्लाई एश ब्रिक्स की फैक्ट्री के पास अमन अग्रवाल की जमीन है। 5 साल पहले दोनों के बीच रास्ते को लेकर विवाद हुआ और जितेंद्र ने अमन को एक थप्पड़ मार दिया।
यह थप्पड़ अमन को इतना नागवार गुजरा कि वह पिछले पांच साल से जितेंद्र से बदला लेने की फिराक में था और मौका देख रहा था। वह जितेंद्र का पीछा कर उसके आने जाने का रूट देखता था। 4 अक्टूबर शनिवार की रात 8 बजे नेशनल हाईवे क्रमांक 353 में साराडीह मोड़ के पास मौका देखकर जितेंद्र को अमन ने कुचल दिया। हालांकि जितेंद्र के साथ स्कूटी सवार उसके साथी अशोक की भी मौत हो गई।
कई बार कुचला
आरोपी ने बताया कि साराडीह मोड़ के पास अंधेरे का फायदा उठा पहले जितेंद्र और अशोक की स्कूटी को टक्कर मारी टक्कर से दोनों सड़क पर गिर गए। पर उन्हें लहू लुहान देखकर भी अमन का गुस्सा कम नहीं हुआ और उसने जानबूझकर कई बार कार चढ़ा कर उन्हें मार डाला। घटना के बाद अमन अग्रवाल ने खुद को सिटी कोतवाली थाने में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने पहले एक्सीडेंट का अपराध कायम किया था।
गवाह न बने दोस्त,इसलिए उसे भी मारा
आरोपी अमन अग्रवाल ने बताया कि वह पिछले 5 साल से बदले की आग में झुलस रहा था। उसका टारगेट सिर्फ जितेंद्र चंद्राकर को मारना था पर कहीं उसका दोस्त अशोक गवाह ना बन जाए इसलिए उसे भी मार दिया। इस प्लानिंग में उसका साथ वीरेंद्र विश्वकर्मा और अजीत बघेल ने भी दिया था। पुलिस ने तीनों के खिलाफ धारा 281,125(ए),106(1),184 के तहत अपराध दर्ज किया है। विवेचना के बाद हत्या की धारा 103 (1) और षड्यंत्र की धारा 61(2) भी लगाई गई है। तीनों आरोपियों अमन अग्रवाल वीरेंद्र विश्वकर्मा और अजीत बघेल को गिरफ्तार कर लिया गया है।