CG Janjgir news: शराब में जहर मिलाकर की थी दो की हत्या, दो आरोपी गिरफ्तार
CG Janjgir News: जहरीली शराब से दो युवकों की मौत के मामले में पुलिस ने 24 घंटे में ही खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच के लिए एसपी ने एसडीओपी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम गठित की। अवैध शराब दुकान संचालक के यहां दोनों मृतक आए दिन जाकर लड़ाई–झगड़ा करते थे और शराब दुकान संचालक को पकड़वा देने की धमकी देते थे। जिससे तंग आकर अवैध शराब दुकान संचालक ने चचेरे भाई के साथ मिलकर शराब में जहर मिलाकर दोनों युवकों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
CG Janjgir News: जांजगीर। जांजगीर जिले के बिर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम करही में शराब पीने के बाद दो युवकों की संदिग्ध मौत की गुत्थी पुलिस ने महज 24 घंटे में सुलझा ली है। जांच में यह तथ्य सामने आया कि शराब विक्रेता ने ही अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर साजिश के तहत शराब में सुहागा मिलाया था, जिससे दोनों युवकों की जान चली गई। मामले की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी के नेतृत्व में आठ सदस्यीय टीम गठित की थी। जिसने महज 24 घंटे में ही केस सॉल्व करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है।
15 सितंबर की सुबह बिर्रा थाना क्षेत्र के ग्राम करही निवासी सूरज यादव और मनोज कश्यप शराब लेने के लिए भोला उर्फ सुरेन्द्र टंडन के पास पहुंचे। दोनों ने अंग्रेजी जिप्सी शराब खरीदी और पास ही बैठकर सेवन किया। शराब पीते ही दोनों की तबीयत बिगड़ी और उन्हें तत्काल राधाकृष्ण अस्पताल, सारंगढ़ ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दोनों की मृत्यु हो गई।
थाना सारंगढ़ में प्रारंभिक मर्ग दर्ज किया गया, इसके बाद इसे जांजगीर पुलिस को विस्तृत विवेचना के लिए भेजा गया। जांजगीर पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना बिर्रा में असल मर्ग कायम किया और विवेचना प्रारंभ की।
जांच में हुआ खुलासा
पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पाण्डेय के निर्देशन में बनी विशेष टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया, परिजनों और गवाहों के बयान दर्ज किए तथा पीएम रिपोर्ट का बारीकी से अध्ययन किया। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का होने पर थाना बिर्रा में अपराध क्रमांक 117/2025 दर्ज किया गया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कुमार कश्यप और एसडीओपी चाम्पा यदुमणि सिदार के नेतृत्व में गठित टीम ने अवैध शराब दुकान चलाने वाले संदेही भोला टंडन को हिरासत में लिया। तकनीकी साक्ष्यों और सख्त पूछताछ के बाद उसने जुर्म कबूल करते हुए बताया कि मृतक अक्सर उसकी दुकान पर शराब पीकर विवाद करते थे और पुलिस कार्रवाई की धमकी देते थे। वह अक्सर मेरे दुकान में आकर शराब पीकर वाद विवाद करते और पुलिस से पकड़वाने की धमकी देते। इससे परेशान होकर उसने अपने चचेरे भाई अनिल टंडन के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई।
अनिल टंडन ने अंग्रेजी जिप्सी शराब और सुहागा उपलब्ध कराया, जिसे भोला ने 14 सितंबर की रात शराब में मिला दिया। अगले दिन जब सूरज और मनोज शराब लेने आए, तो उन्हें वही जहरीली शराब दी गई, जिसके सेवन से उनकी मौत हो गई।
दोनों आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी भोला उर्फ सुरेन्द्र टंडन (25 वर्ष) और उसके चचेरे भाई अनिल टंडन (35 वर्ष), दोनों निवासी ग्राम करही, को गिरफ्तार किया। आरोपियों के कब्जे से सुहागा का रैपर और बड़ा सूजा भी बरामद किया गया।
आरोपियों के खिलाफ धारा 103(1), 61(2), 123 BNS के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
यह रहे हत्या की गुत्थी सुलझाने में शामिल
इस पूरे ऑपरेशन में एसडीओपी यदुमणि सिदार के नेतृत्व में निरीक्षक प्रवीण कुमार द्विवेदी, निरीक्षक सावन सारथी, निरीक्षक जयकुमार साहू, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक सागर पाठक, उपनिरीक्षक के.पी. सिंह, साइबर टीम के विवेक सिंह, मनोज तिग्गा, प्रदीप दुबे, गिरीश कश्यप, माखन साहू, रोहित कहरा, श्रीकांत सिंह।