CG Bilaspur News: सेक्स रैकेट का खुलासा! रेसिडेंशियल मकान को बनाया ओयो, घंटे के हिसाब से कपल्स को देते थे कमरे
CG Bilaspur News: नगर निगम सीमा क्षेत्र में आवासीय मकान में ओयो होटल का संचालन किया जा रहा था। सुबह से लेकर शाम तक यहां संदिग्ध गतिविधियां चलती थी और युवा जोड़ों को घंटे के हिसाब से कमरे उपलब्ध करवाए जाते थे। जिसके चलते मोहल्ले का माहौल खराब हो रहा था। शिकायत मिलने पर नगर निगम ने जांच के बाद होटल को सील कर दिया है।
CG Bilaspur News:बिलासपुर। रेसिडेंशियल मकान में ओयो होटल संचालन करने पर निगम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए होटल को सील कर दिया है। ओयो होटल में युवा जोड़ों के लगातार आने और संदिग्ध गतिविधियों के चलते माहौल खराब होने से मोहल्ले वाले परेशान थे उन्होंने होटल का संचालन करने वालों से बंद करने की मांग की थी पर लगातार होटल संचालक से परेशान मोहल्ले वालों ने निगम से इसकी शिकायत की थी शिकायत पर संज्ञान लेकर निगम ने कार्यवाही की और होटल को सील कर दिया गया है।
पूरा मामला बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र का है। यहां एक आवासीय मकान में ओयो होटल का संचालन किया जा रहा था। यहां सुबह से लेकर देर रात तक जोड़ो का आना– जाना लगा रहता था। चंद घंटों के लिए लोग रूम लेते फिर खाली कर देते थे। इस तरह से एक ही रूम कई–कई बार लगता था। रेसिडेंशियल मकान को कमर्शियल बना मकान मालिक मोटा पैसा कमा रहा था। पर लगातार संदिग्ध गतिविधियों के चलते मोहल्ले का माहौल खराब हो रहा था। जिसके चलते मोहल्ले वाले परेशान थे। इसके अलावा यहां पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं थी। यहां आने जाने वाले लोग सड़क पर बेतरतीब तरीके से गाड़ियां खड़ी कर देते थे। जिस मोहल्ले वालों को आवागमन में परेशानी होती थी और गाड़ियां भी खड़ी करते नहीं बनती थी।
मकान मालिक से आवासीय क्षेत्र में होटल बंद करने की मांग परेशान मोहल्ले वालों ने की थी पर मकान मालिक के कान में जू नहीं रेंग रही थी और वह होटल का संचालन बदस्तूर जारी रखा था। होटल में संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए परेशान आसपास के लोगों ने इसकी शिकायत नगर निगम में जाकर की। नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया और निगम अमले को जांच करने के निर्देश दिए।
नगर निगम आयुक्त अमित कुमार के निर्देश पर निगम टीम ने मौके पर जाकर जांच की और मकान के दस्तावेजों का अवलोकन किया। जिसमें मकान की अनुमति आवासीय पाई गई पर इसमें व्यवसायिक गतिविधियां संचालित की जा रही थी। निगम ने एक माह पहले मकान मालिक को नोटिस जारी किया था। जिस पर मकान मालिक ने खुद से होटल बंद करने का आश्वासन निगम अमले को दिया था।
होटल का बोर्ड हटा चालाकी, अंदर होटल का संचालन
निगम अमले के जांच पड़ताल के बाद मकान मालिक ने चालाकी दिखाते हुए होटल बंद करने का आश्वासन दे सामने से ओयो होटल का बोर्ड हटा दिया था। पर अंदर बुकिंग लेकर होटल का संचालन किया ही जा रहा था और कपल को कमरे उपलब्ध करवाए जा रहे थे। निगम आयुक्त अमित कुमार को दोबारा इसकी शिकायत मिलने पर होटल संचालन करने वाले मकान मालिक को फिर से दोबारा नोटिस जारी कर आवासीय मकान में व्यावसायिक गतिविधियां बंद करने के लिए कहा गया। पर मकान मालिक ने होटल का संचालन बंद नहीं किया।
जिसके बाद निगमायुक्त ने अतिक्रमण निवारण दस्ता के प्रभारी प्रमिल शर्मा, शिव जायसवाल के नेतृत्व में टीम गठित की और होटल में छापा मार कर जांच करने के निर्देश दिए। निगमायुक्त के निर्देश के बाद जब निगम की टीम ने उक्त मकान में छापा मारा तब सामने होटल का बोर्ड हटाकर अंदर होटल का संचालन होना पाया। यहां बकायदा बुकिंग रजिस्टर में एंट्री कर कपल्स को रुम उपलब्ध करवाए गए थे। बुकिंग रजिस्टर एवं होटल के अन्य सामानों का निगम अमले ने पंचनामा बनाया और निगम आयुक्त को इसकी जानकारी दी। नगर निगम कमिश्नर के निर्देश के बाद ओयो होटल को सील कर दिया गया है।। निगम की कार्यवाही के बाद जहां पास पड़ोस के लोगों और मोहल्ले वालों ने राहत की सांस ली हैं। वही आवासीय मकानों में होटल संचालन करने वालों में हड़कंप मच गया है।
रेसिडेंशियल एरिया में खुल गए कई होटल
शहर बढ़ने के बाद यहां महानगर की तर्ज ओयो होटल का कॉन्सेप्ट प्रचलित हो गया है। मेट्रो सिटी में युवा जोड़ों के लिए जिस प्रकार आसानी से होटलों में रूम उपलब्ध हो जाता है उस तर्ज पर मेट्रो सिटी बनने की ओर अग्रसर हो रहे बिलासपुर में बड़े होटलों में युवाओं को लोकल आईडी पर और अविवाहित होने पर रुम उपलब्ध नहीं हो पाता था। जिसके चलते ओयो होटल का प्रचलन तेजी से बढ़ गया। यहां लोकल आईडी पर भी बिना शादी शुदा जोड़ो या शादीशुदा जोड़ों में पति-पत्नी का नाम और सरनेम मैच हुए बिना आसानी से रूम उपलब्ध हो जाता है। इनका किराया अभी बड़े होटलों की तुलना में अपेक्षाकृत काफी कम होता है और घंटे के हिसाब से रूम उपलब्ध हो जाता है। मुख्य शहर से अलग गली–मोहल्लों में होने की वजह से पहचान भी उजागर नहीं होती।
हर तरह से कपल फ्रैंडली होने के चलते युवाओं में भी ओयो होटल लोकप्रिय हैं। इसी का फायदा उठाकर कई मकान मालिकों न गली– मोहल्लों के अपने आवासीय भवन को ओयो होटलों में परिवर्तित कर दिया है। और महीने भर में जितना किराया एक परिवार को देकर कमाया जा सकता था उससे कही अधिक एक दिन की बुकिंग से कमा रहे हैं। यहां आवासीय मकान की अनुमति लेने की वजह से व्यावसायिक का टैक्स भी नहीं पटा कर निगम को चूना लगा रहे हैं। यहां पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं रहती।
इस संबंध में निगम आयुक्त अमित कुमार ने कहा कि "बहतराई में आवासीय मकान में होटल संचालन की शिकायत मिलने पर पहले नोटिस जारी किया गया था,जिस पर होटल संचालक ने खुद से होटल बंद कर देने की बात कही थी। पर बोर्ड हटा कर आवासीय भवन में होटल का संचालन जारी रखा था जिसके चलते सील करने की कार्यवाही की गई है। निगम आयुक्त ने कहा कि इसके अलावा भी शहर में आवासीय मकानों में होटल संचालन या फिर अन्य व्यवसायिक गतिविधियों की शिकायत मिलने पर या फिर खुद निगम के संज्ञान में आने पर सील करने की कार्यवाही की जाएगी।"