Ambikapur News: एक हजार के लिए हत्या, दोस्त ने अपने ही साथी को मार डाला, जानिए क्या थी वजह...

Ambikapur News:छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक शराबी दोस्त ने अपने ही साथी की हत्या कर दी...

Update: 2024-06-06 07:05 GMT

Ambikapur News: अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में एक शराबी दोस्त ने अपने ही साथी की हत्या कर दी। शराब पीने के बाद आरोपी ने और शराब के लिए दोस्त से एक हजार मांगे थे। नहीं देने पर आरोपी ने डंडे से पीटकर हत्या कर दी। फिर शव को पेड़ के डंगाल से ढककर फरार हो गया। घटना लखनपुर थाना क्षेत्र की है।

जानकारी के मुताबिक, शिवनारायण सिंह निवासी रजपुरी धनपुरीपारा ने लखनपुर थाने में 4 जून को छोटे भाई रामनारायण के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पीड़ित ने बताया था कि रामनारायण 35 वर्ष शराब पीने का आदी था और गांव में घुमता रहता था। 2 जून को घर से निकला था और 4 जून को पता चला कि उसकी लाश खरिखा तालाब के पास पुष्प वाटिका लखनपुर में पड़ी है। पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर जांच में जुटी। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतक आखिरी बार लखनपुर निवासी सुशील दास 38 वर्ष के साथ देखा गया था। पुलिस ने संदेह के आधार पर गिरफ्तार कर कड़ाई से पूछताछ की गई। आरोपी ने हत्या करने की बात कबूल की और 3 जून को देर शाम मृतक रामनरायण गोड़ आरोपी सुशील दास से भ‌ट्टी रोड लखनपुर में मिला था। दोनों एक साथ शराब का सेवन किये इसी बीच आरोपी सुशील दास मृतक के पास नगदी देख लिया और उसकी नीयत डोल गई। शराब पीने के बाद दोनों पुष्प वाटिका गार्डन लखनपुर में जाकर बैठे थे। तभी आरोपी सुशील दास अपने साथी रामनारायण से और शराब पीने के लिए पैसे की मांग कराने लगा। पैसे नहीं देने पर आरोपी सुशील दास आवेश में आकर शो पीस के पौधे के डंडे से मारपीट करते हुए गला दबाकर रामनारायण की हत्या कर दिया। घटना के बाद मृतक के जेब में रखे 1000 रुपये को निकाल कर शव को पेड़ के डंगाल ढककर फरार हो गया था।

आरोपी के निशानदेही पर घटना मे प्रयुक्त शो पीस पौधा का डंडा और मृतक के जेब से निकाला हुआ 1000 रुपये नगद व घटना के दौरान पहना हुआ पेंट जब्कित किया गया। आरोपी के विरुद्ध अपराध सबूत पाये जाने से गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे भेजा गया।

सम्पूर्ण कार्यवाही मे थाना प्रभारी लखनपुर निरीक्षक मनोज प्रजापति, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मोरध्वज देशमुख, उप निरीक्षक एल. आर. चौहान, सहायक उप निरीक्षक विवेक पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सुधीर सिंह, रवि सिंह, आरक्षक सत्येंद्र दुबे, संजीव चौबे, अमित विश्वकर्मा, जानकी राजवाड़े , दशरथ राजवाड़े शामिल रहे।

Tags:    

Similar News