CG-VIDEO: “हिंदी MA शिक्षक हिंदी में लिख नहीं पाये, 7वीं व चौथी के बच्चे 2 का पहाड़ा व पहली की किताब नहीं पढ़ पाये”…. DEO के इंस्पेक्शन में खुली छत्तीसगढ़ में पढ़ाई की बदहाली की पोल….अब प्रधान पाठक व शिक्षकों पर हुई कार्रवाई

Update: 2021-08-09 00:16 GMT

कवर्धा 7 अगस्त 2021। ….छत्तीसगढ़ में पढ़ाई का स्तर कितना बदतर है, उसकी पोल खुद शिक्षा विभाग के अफसरों के सामने ही खुल गयी। हिंदी में MA पास टीचर को ना तो सही से हिंदी लिखनी आती है और ना ही चौथी और सांतवी के बच्चे को पहली-दूसरी की हिंदी की किताब पढ़नी आती है। शिक्षा के स्तर की ये शर्मनाक स्थिति उस वक्त सामने आयी, जब इंस्पेक्शन के लिए शिक्षक खुद स्कूलों में पहुंचे और वहां उन्होंने शिक्षकों और बच्चों से थोड़े सवाल-जवाब किये।

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दरअसल छत्तीसगढ़ के कवर्धा का एक वीडियो बड़ी तेजी से सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो कवर्धा ब्लाक के रक्से स्थित प्राथमिक स्कूल का है, जहां कवर्धा DEO राकेश पांडेय मोहल्ला क्लास में इंस्पेक्शन के लिए गये हुए थे। राकेश पांडेय ने इंस्पेक्शन के दौरान जब सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू किया तो बच्चे तो छोड़िये टीचर भी फेल हो गये। डीईओ ने इस दौरान जब एक शिक्षक से पूछा, तो उन्होंने बताया कि वो हिंदी में MA हैं, तो डीईओ ने उन्हें कागज-कलम पकड़ा दिया और अंत्येष्टि लिखने को बोला, लेकिन शिक्षक अंत्येष्टि भी सही नहीं लिख पाये। वहीं चौथी और सातवीं के बच्चे को जब पहली कक्षा की हिन्दी की किताब पढ़ने को कहा गया तो वो भी उसे शुद्ध-शुद्ध नहीं पढ़ पाये। डीईओ ने पहली दूसरी क्लास के बच्चे कविता, गाना कुछ भी सुनाने को कहा, लेकिन वो भी बच्चे नहीं सुना सके।

कोरोना की वजह से स्कूल बंद था, पढ़ाई का स्तर देखकर तो यही लगा कि कोरोना की वजह से बच्चे तो छोड़िये शिक्षकों ने भी पढ़ना-लिखना बंद कर दिया होगा। शिक्षकों की इस हालत को देख डीईओ ने खूब उन्हें फटकार भी लगायी। इधर, इस मामले में अब शिक्षकों पर कार्रवाई भी हुई है। इसम मले में प्रधान पाठक और चार शिक्षकों को जहां नोटिस दिया गया है, तो वहीं दो शिक्षकों का इंक्रीमेंट रोकने के आदेश दिये गये है।

शिक्षकों के इंक्रीमेंट रोकने के आदेश

इस मामले में कवर्धा डीईओ ने कार्रवाई की है। अपने आदेश में डीईओ राकेश पांडेय ने कहा है कि इंस्पेक्शन के दौरान चौथी की छात्रा को पाठ-1 की पहली लाईन पढ़ने को कहा गया, लेकिन वो नहीं पढ़ पायी, फिर हिंदी की किताब पढ़ने के लिए बोला गया, लेकिन वो उसे भी नहीं पढ़ पायी, 2 का पहाड़ा भी वो नहीं सुना पायी। इस मामले में शिक्षक रेखलाल साहू, एलबी शिक्षक रक्शे विकासखंड लोहारा का एक इंक्रीमेंट रोका गया है। वहीं स्कूल के प्रधान पाठक नेमदास झरिया को चेतावनी पत्र जारी किया गया है। डीईओ ने कहा है कि अध्यापन व्यवस्था में घोर लापरवाही बरती जा रही है, इस मामले में गलती की पुनरावृति होने पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही गयी है। वहीं एक शिक्षक निलेंद्र वर्मा की भी वेतन वृद्धि रोकी गयी है। आरोप है कि निलेंद्र ने दो माह से बिना उपस्थिति प्रमाण पत्र और अवकाश स्वीकृति के ही वेतन उठाया है, इस मामले में उन पर कार्रवाई की गयी है।

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